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क्या जनवरी तक आ जाएगी कोरोना वैक्सीन!

अधिकतर दवा कंपनियां 2021 की शुरुआत में कोरोना वायरस वैक्सीन लाॅन्च करने की बात कह रही हैं। इस हफ्ते वैक्सीन को लेकर कई बड़ी खबरें आईं। हालांकि कोरोना के इलाज के लिए दुनियाभर के डाॅक्टर्स जिन दवाओं का प्रयोग अभी तक कर रहे हैं, वे उतनी कारगर साबित नहीं हुईं।

क्या जनवरी तक आ जाएगी कोरोना वैक्सीन!
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नई दिल्ली। अधिकतर दवा कंपनियां 2021 की शुरुआत में कोरोना वायरस वैक्सीन लाॅन्च करने की बात कह रही हैं। इस हफ्ते वैक्सीन को लेकर कई बड़ी खबरें आईं। हालांकि कोरोना के इलाज के लिए दुनियाभर के डाॅक्टर्स जिन दवाओं का प्रयोग अभी तक कर रहे हैं, वे उतनी कारगर साबित नहीं हुईं।

देश विदेश में कोरोना की दवा को विकसित करने के लिए तमाम दवा कंपनियां पूरी ताकत झोंके हुए हैं। ऐसे में भारत बायोटेक और इंडियन काउंसिल आॅफ मेडिकल रिसच ने आईसीएमआर यूएसकोविने नाम से वैक्सीन बनाई है। यह टीका अपने फेज 3 ऐडवांस्ड ट्रायल में पहुंच गया है। कंपनी 20 हजार से ज्यादा पार्टिसिपेंट्स पर ट्रायल करेगी। इसमे करीब 6 महीने का समय लगने की संभावना है। डाॅ रेड्डी लैबोरेटरीज को भारत में रूस की कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक वी के ह्यूमन ट्रायल की मंजरी मिल गई है। ड्रग कंट्रोलर जनरल आॅफ इंडिया ने कंपनी को फेज 2 ट्रायल की परमिशन दी है। यह वैक्सीन माॅस्को के गामलेया इंस्टिट्यूट ने तैयार की है। इसे रूस में अगस्त में ही इंसानों पर इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है।

दूसरी ओर सीरम इंस्टिट्यूट आॅफ इंडिया ने अमेरिकी दवा कंपनी मर्क के साथ डील की है। दोनों कंपनियां मिलकर कोविड-19 से मुकाबला करने वाली मोनोक्लोनल ऐंटीबाॅडी थरिेपी पर काम करेंगी। वल्र्ड हेल्थ आॅर्गनाइजेशन के मुताबिक, दुनियाभर में 10 वैक्सीन कैंडिडेट्स फेज 3 ट्रायल से गुजर रहे हैं। इनमें से 5 वैक्सीन अकेले चीन की हैं।

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