शशिकला का जोरदार स्वागत, झंडे पर उठा विवाद
बेंगलुरु. तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की करीबी रहीं और पार्टी से निष्कासित नेता वीके शशिकला का सोमवार को तमिलनाडु में भव्य स्वागत किया गया. जैसा कि आशंका जताई जा रही थी शशिकला का काफिला मुश्किल में फंस गया. उनकी गाड़ी को तमिलनाडु और कर्नाटक की सीमा पर कृष्णागिरि में रोक लिया गया. तमिलनाडु पुलिस ने गाड़ी में एआईएडीएमके का झंडा लगाने के आरोप में नोटिस जारी किया. एआईएडीएमके आलाकमान ने शशिकला की गाड़ी में झंडा लगाने पर तब भी आपत्ति जताई थी जब वह जेल से बाहर आई थीं.
काफिले की गाड़ियों और समर्थकों की भीड़ के चलते कम आवाज में सुनाई दे रहे माइक्रोफोन में शशिकला ने कृष्णागिरि में कहा- "मैं तमिल भाषा, तमिल संस्कृति और तमिल लोगों को प्यार करने के लिए बाध्य हूं लेकिन मैं कभी उत्पीड़न के चलते दबूंगी नहीं. मैं सक्रिय राजनीति में हिस्सा लूंगी." एआईएडीएमके के कदमों पर शशिकला ने कहा- लोग यह समझेंगे कि सरकार ने जया मेमोरियल को क्यों बंद कर दिया. सरकार का मेरी गाड़ी में झंडा लगाने से रोकना मौजूदा एआईएडीएमके व्यवस्था के डर को जाहिर करता है.