ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा तय — विपक्ष के हंगामे से तीसरे दिन भी नहीं चली संसद

नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई। ऑपरेशन सिंदूर, बिहार वोटर वेरिफिकेशन, और विदेश नीति से जुड़े मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों की कार्यवाही लगातार तीसरे दिन बाधित रही। अब इस मुद्दे पर लोकसभा में 28 जुलाई और राज्यसभा में 29 जुलाई को विस्तृत चर्चा निर्धारित की गई है।
दोनों सदनों में 16-16 घंटे बहस के लिए निर्धारित
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए लोकसभा और राज्यसभा में 16-16 घंटे का समय तय किया गया है। माना जा रहा है कि यह चर्चा काफी तीखी और गहन होगी, क्योंकि विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर सीधे हमले कर रहा है।
राहुल गांधी का हमला: "दाल में कुछ काला है"
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा,
"सरकार कहती है ऑपरेशन सिंदूर चालू है, जबकि डोनाल्ड ट्रम्प 25 बार बोल चुके हैं कि उन्होंने सीजफायर कराया। अगर ट्रम्प का इसमें कोई रोल नहीं है, तो प्रधानमंत्री मोदी क्यों चुप हैं? दाल में कुछ काला ज़रूर है।"
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि विदेश नीति जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सरकार को संसद को भरोसे में लेना चाहिए।
विपक्ष का विरोध, काले कपड़ों में प्रदर्शन
इससे पहले बिहार वोटर वेरिफिकेशन के मुद्दे पर भी सदन में हंगामा हुआ। विपक्षी सांसद नारेबाजी करते हुए वेल में उतर आए और काले कपड़े लहराकर विरोध जताया। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नाराजगी जताते हुए कहा:
"आप सड़क का व्यवहार संसद में न करें।"
कार्यवाही स्थगित
लगातार हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। मानसून सत्र की शुरुआत 21 जुलाई को हुई थी, लेकिन अब तक एक भी दिन सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई है।