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नंदीग्राम में ममता बनाम भाजपा का महासंग्राम

अधिकारी ने हाल ही में बीजेपी कार्यालय में गेट के पास एक बड़ी हनुमान की प्रतिमा स्थापित करवाई है। यह रणनीति इस निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 200,000 हिंदू वोटों को मजबूत करने के उद्देश्य से बनाई गई थी।

नंदीग्राम में ममता बनाम भाजपा का महासंग्राम
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नंदीग्राम । हाई प्रोफाइल सीट क चुनाव का हिंदू-मुस्लिम मुद्दे पर अत्यधिक धु्रवीकरण हो गया है। मुस्लिम आबादी के इलाकों में टीएमसी मजबूत है और हिंदू आबादी के क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी के साथ शुभेंदु अधिकारी अपनी मजबूत पकड़ बता रहे हैं।

ममता तीन दिनों से नंदीग्राम में डेरा डाले हुए है। ममता बनर्जी ने हिंदू बहुल क्षेत्र में रोड शो और रैलियां कीं। मंगलवार को बनर्जी मुस्लिम बहुल इलाकों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। नदीग्राम के चक्कर में वो मोटे तौर पर 29 अन्य सीटों की अनदेखी कर रही हैं, जहां 1 अप्रैल को मतदान हैं। नंदीग्राम में ममता बनर्जी के चुनाव एजेंट शेख सूफियान का दावा है कि दीदी यहां से कम से कम 70,000 वोटों से जीतेंगी। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि नंदीग्राम में धु्रवीकरण एक समस्या है। इस क्षेत्र में विकास की कमी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने अधिकारी को दोषी ठहराते हुए कहा कि वह टीएमसी सरकार में मंत्री थे। शुभेंदु अधिकारी ने कोई काम नहीं किया, लेकिन प्रत्यक्ष विकास हुआ जिसके तहत विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाएं लागू हुईं जैसे - कन्याश्री, स्वस्तश्री, रूपाश्री-- जिसके लिए दीदी ( ममता बनर्जी के नाम से जाना जाता है) को याद किया जाता है। लोगों को पता है कि अगर ममता बनर्जी जीत जाती हैं, तो नंदीग्राम सीएम का वीआईपी क्षेत्र बन जाएगा। फिर बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बीजेपी के इस आरोप को खारिज कर दिया कि 10 मार्च को निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान लगी चोटों के बाद सीएम सहानुभूति वोट मांग रही है।

दूसरी ओर बीजेपी नंदीग्राम में एक बेहतर मौका देख रही है। बीजेपी को यह विश्वास होता जा रहा है कि शुभेंदु अधिकारी यहां जीत हासिल कर सकते हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में अधिकारी प्रचार के दौरान जय श्री राम के नारे लगा रहे हैं, ताकि वह यह कह सकें कि ममता बनर्जी इस नारे के खिलाफ हैं और वह तुष्टिकरण की राजनीति करती हैं। अधिकारी ने हाल ही में बीजेपी कार्यालय में गेट के पास एक बड़ी हनुमान की प्रतिमा स्थापित करवाई है। यह रणनीति इस निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 200,000 हिंदू वोटों को मजबूत करने के उद्देश्य से बनाई गई थी। नंदीग्राम में 275,000 मतदाता हैं। एक सीनियर बीजेपी नेता का कहना है, श्हमने तीन दिनों के लिए सीएम को इस निर्वाचन क्षेत्र से बांध दिया है। वह हमारे जाल में फंस गई और उनके चेहरे पर घबराहट दिख रही है।

वाम उम्मीदवार मीनाक्षी मुखर्जी इस बाजी में जोकर साबित हो सकती हैं, जो दोनों दलों को चोट पहुंचा सकती हैं। मुखर्जी को वफादार वाम मतदाताओं का कुछ समर्थन मिल रहा है। यह सीट 1982 से 2009 तक वामपंथ का गढ़ रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भीड़ खींचने वाले मिथुन चक्रवर्ती एक साथ मिल मंगलवार को नंदीग्राम में चुनाव प्रचार समाप्त होने से पहले सभी जोर आजमाइश की।

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