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कमल के फूल का भंवरा तो मियां ओवैसी हैंः शिवसेना

शिवसेना ने साक्षी महाराज के उस बयान को लेकर बीजेपी पर तंज कसा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ओवैसी मियां की एमआईएम मुसलमानों की तारणहार नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी का अंगवस्त्र है।

कमल के फूल का भंवरा तो मियां ओवैसी हैंः शिवसेना
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मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच बयान युद्ध के बीच एक बार फिर अपने मुखपत्र सामना के जरिये बीजेपी को घेरने की कोशिश करते हुए संपादकीय में लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी के एक नेता की ओर से दिए गए बयान ने ओवैसी साहब और बीजेपी के बीच के रिश्ते की पोल खोल दी है और दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है। बता दें कि शिवसेना ने साक्षी महाराज के उस बयान को लेकर बीजेपी पर तंज कसा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ओवैसी मियां की एमआईएम मुसलमानों की तारणहार नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी का अंगवस्त्र है।

भाजपा के प्रमुख नेता साक्षी महाराज ने कहा था, हां, मियां ओवैसी भाजपा के ही पाॅलिटिकल एजेंट हैं और ओवैसी की सहायता से ही हम चुनाव जीतते रहते हैं। सामना ने लिखा है कि कमल के फूल भले ही दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटलबिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, नरेंद्र मोदी और अमित शाह होंगे लेकिन साक्षी महाराज ने लोगों के इस भ्रम को पूरी तरह से खत्म कर दिया है कि कमल के फूल का भंवरा मियां ओवैसी ही हैं। बता दें कि बिहार विधानसभा के चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में 5 सीटें जीती थीं। इसके साथ ही ओवैसी ने तेजस्वी यादव की 17 से 18 सीटों का नुकसान किया। ऐसा माना जा रहा है कि अगर ओवैसी बिहार चुनाव में मैदान में नहीं उतरते तो बिहार की स्थिति कुछ और होती।

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