प्रमोद कृष्णम ने छेड़ा ब्राह्मण राग
मेरठ। कांग्रेस को अब ब्राह्मणों की याद आ रही है। कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने सवाल किया है कि कांग्रेस शासनकाल में ब्राहमण मुख्यमंत्री तो भाजपा,सपा,बसपा में क्यों नहीं हो सकता है।उ न्होंने कहा कि कांग्रेस आज सभी दलों से एक सवाल करती है कि 1989 में प्रदेश के मुख्यमंत्री नरायण दत्त तिवारी रहे थे। उसके बाद से आज तक यानी 30 साल के इस कार्यकाल में कोई ब्राहमण मुख्यमंत्री किसी पार्टी ने नहीं बनाया। जबकि इस तीस साल में प्रदेश में भाजपा के राजनाथ, कल्याण सिंह, रामप्रकाश गुप्ता मुख्यमंत्री बने,सपा में मुलायम सिंह और अखिलेश मुख्यमंत्री बने और बसपा में मायावती सत्ता में रह चुकी है।
आज ब्राहमण समाज की ओर से यह मांग प्रमुखता से उठ रही है कि आने वाले 2022 के चुनाव में मुख्यमंत्री उनके समाज का होना चाहिए। यह कहना है प्रियंका गांधी के मुख्य सलाहकार और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम का। आचार्य प्रमोद कृष्णम किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। कभी इंदिरा गांधी के करीबी रहे और राजीव गांधी के खास रहे प्रमोद कृष्णम को कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए तैयार कर रही है। पत्रिका संवाददाता केपी त्रिपाठी से हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रमोद कृष्णम ने प्रदेश,देश और विदेश की राजनीति पर खुलकर चर्चा की।
भाजपा सरकार ब्राहमण द्रोही