राहुल गांधी ने टीकाकरण की तुलना नोटबंदी से की
राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार की टीका संबंधी रणनीति नोटबंदी से कम नहीं है क्योंकि इसमें भी लोग कतारों में लगेंगे और धन, स्वास्थ्य एवं जान का नुकसान सहेंगे।
नई दिल्ली। सोमवार को केंद्र सरकार ने एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए टीकाकरण की घोषणा की तो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इसी तुलना नोटबदी से कर डाली।
केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड-19 की रोकथाम के लिए टीका लगवा सकेंगे। सरकार ने टीकाकरण अभियान में ढील देते हुए राज्यों, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे टीका निर्माताओं से खुराक खरीदने की अनुमति भी दे दी है। तमाम राजनीतिक दलों की मांग को देखते हुए सरकार की घोषणा के बाद जहां सत्ता पक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहा है, वहीं कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार की टीका संबंधी रणनीति नोटबंदी से कम नहीं है क्योंकि इसमें भी लोग कतारों में लगेंगे और धन, स्वास्थ्य एवं जान का नुकसान सहेंगे।
उन्होंने ट्वीट किया कि केंद्र सरकार की टीका संबंधी रणनीति नोटबंदी से कम नहीं- आम जन कतारों में लगेंगे धन, स्वास्थ्य व जान का नुकसान सहेंगे और अंत में सिर्फ कुछ उद्योगपतियों का फायदा होगा।
केंद्र सरकार की वैक्सीन रणनीति नोटबंदी से कम नहीं-
आम जन लाइनों में लगेंगे
धन, स्वास्थ्य व जान का नुकसान झेलेंगे
और अंत में सिर्फ कुछ उद्योगपतियों का फायदा होगा।