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राहुल के दौरे से पहले पुडुचेरी में कांग्रेस के दो और विधायकों के इस्तीफे से सरकार अल्पमत में

कांग्रेस के विधायक ए जाॅन कुमार ने मंगलवार और हेल्थ मिनिस्टर एम कृष्ण राव ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। पिछले एक महीने में कांग्रेस के कुल चार विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं।

राहुल के दौरे से पहले पुडुचेरी में कांग्रेस के दो और विधायकों के इस्तीफे से सरकार अल्पमत में
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नई दिल्ली। राहुल गांधी की यात्रा से एक दिन पहले दो विधायकों के इस्तीफे के कारण पुडुचेरी कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार संकट में आ गई है।

पुडुचेरी में अप्रैल-मई महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को पुडुचेरी की यात्रा करने वाले हैं। वहां वे शाम को एक रैली को संबोधित करेंगे। तमिलनाडु का उनका दौरा 27 फरवरी से शुरू होगा। राज्य में पार्टी के अध्यक्ष के एस अलागिरी ने लोगों से राहुल गांधी की रैली में शामिल होने के लिए कहा है। इस बीच कांग्रेस के विधायक ए जाॅन कुमार ने मंगलवार और हेल्थ मिनिस्टर एम कृष्ण राव ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। पिछले एक महीने में कांग्रेस के कुल चार विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। इस तरीके से राज्य सरकार अल्पमत में आ गई और राज्य में कांग्रेस की संख्या महज दस रह गई है। जनवरी महीने में दो विधायक- नामाशिवयम जिनके पास पब्लिक वर्क का मंत्रालय था और ई थिपैदन ने इस्तीफा दे दिया था और दिल्ली जाकर बीजेपी में शामिल हो गए थे। एक और कांग्रेस के विधायक एन धनावेलु को पिछले साल जुलाई महीने में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पार्टी से बाहर कर दिया गया था।

राज्य में साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 15 सीटों पर जीत मिली थी। राज्य में कुल 30 विधानसभा सीटें हैं। कांग्रेस सरकार को डीएमके के तीन और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन हासिल है। पूर्व मुख्यमंत्री एन रंगासामी की ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस के पास सात सीटें हैं, जबकि एआईएडीएमके को चार सीटों पर जीत मिली थी। बीजेपी के तीन विधायक हैं। पुडुचेरी में कांग्रेस के नेतृत्व वाले डीएमके गठबंधन को भी तनाव के हालात हैं। स्थानीय डीएमके नेता तमिलनाडु के सांसद-व्यवसायी एस. जगराक्षकन को मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के रूप में पेश करके अकेले लड़ना चाहते थे। डीएमके प्रमुख एम. के. स्टालिन ने स्पष्ट किया है कि जगराक्षकन को केवल पार्टी को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गई थीं। राहुल गांधी ने यह भी पुष्टि की कि उन्हें अपनी पिछली तमिलनाडु यात्रा के दौरान गठबंधन में विश्वास था।

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