कोच और खिलाड़ियों की बहस ड्रेसिंग रूम तक ही रहनी चाहिए- गंभीर
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने ड्रेसिंग रूम में कोच और खिलाड़ियों के बीच हुई बातचीत के सार्वजनिक होने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि ड्रेसिंग रूम में जो बातें होती हैं, उन्हें वहीं तक सीमित रखा जाना चाहिए, और उन्हें बाहर नहीं आना चाहिए। गंभीर ने यह भी कहा कि मीडिया में आई तनावपूर्ण माहौल की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है, यह सिर्फ रिपोर्ट्स हैं। गंभीर का यह बयान उस वक्त आया है जब एक दिन पहले खबरें आई थीं कि मेलबर्न टेस्ट में हार के बाद कोच गंभीर ने भारतीय खिलाड़ियों को जमकर फटकार लगाई थी। सिडनी टेस्ट 3 जनवरी से शुरू हो रहा है, और भारत के पास सीरीज ड्रॉ करने का मौका है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया 2-1 से आगे है।
गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कोच और खिलाड़ियों के बीच की बातचीत ड्रेसिंग रूम में ही रहनी चाहिए। भारतीय क्रिकेट तब तक सुरक्षित हाथों में है, जब तक ड्रेसिंग रूम में ईमानदार लोग हैं। एक ही चीज आपको टीम में रख सकती है और वह है प्रदर्शन। टीम की एकजुटता और भावना सबसे महत्वपूर्ण है। खिलाड़ी अपनी व्यक्तिगत शैली में खेल सकते हैं, लेकिन टीम स्पोर्ट्स में हर खिलाड़ी का योगदान अहम होता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में मीडिया में आई खबरों में मेलबर्न टेस्ट के बाद भारतीय ड्रेसिंग रूम में तनाव के माहौल के बारे में बताया गया था। गंभीर के मुताबिक, वे टीम के प्रदर्शन से नाराज थे और उन्होंने खिलाड़ियों से यह कहा था कि वे पहले से तय योजनाओं को अमल में लाने के बजाय अपनी मर्जी से खेल रहे हैं। हालांकि, उन्होंने इस दौरान किसी खिलाड़ी का नाम नहीं लिया था।
गंभीर ने यह भी पुष्टि की कि तेज गेंदबाज आकाश दीप सिडनी टेस्ट में नहीं खेल सकेंगे। आकाश दीप पीठ की समस्या के कारण बाहर रहेंगे। गंभीर ने कहा, "आकाश दीप को चोट लगी है और वह सिडनी टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं होंगे। मुझे उम्मीद है कि हमारी टीम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को बनाए रखने में सफल रहेगी। इस वक्त हम जिस तरह से इस सीरीज में खेल रहे हैं, उस पर ही बात होनी चाहिए।"
सिडनी में होने वाले पांचवे टेस्ट में भारत के पास सीरीज को 2-2 से ड्रॉ करने का मौका है, और टीम को उम्मीद है कि वे अपनी शानदार खेल भावना के साथ मैच में जोरदार प्रदर्शन करेंगे।