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आप्रेशन के दौरान मरीज की मौत की जांच के लिए पेनल गठित

मुजफ्फरनगर। निर्वाल हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान रीढ़ की हड्डी में बेहोशी इंजेक्शन लगने पर हुई मरीज की मौत के मामले में सीएमओ ने मेडिकल जांच के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल गठित किया है। आरोपी डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज कर चुकी है।

भोपा थाना क्षेत्र के गांव वजीराबाद निवासी महेंद्र सिंह धीमान के पुत्र योगेंद्र कुमार पित्त की थैली ऑपरेशन कराने को शहर के सरकुलर रोड़ स्थित निर्वाल हॉस्पिटल में 8 सितंबर को भर्ती हुआ था। ऑपरेशन कक्ष में बेहोशी इंजेक्शन लगाते ही योगेंद्र चिल्लाने लगा। हालात गम्भीर होने पर उसे मेरठ रैफर कर दिया गया, जहां युवक मौत हो गई। हंगामे के बाद मृतक की पत्नी ज्योति उर्फ पिंकी की तहरीर पर निर्वाल हॉस्पिटल और स्टाफ के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकदमा घटना के पांच दिन बाद दर्ज किया गया। योगेंद्र कुमार की चिकित्सक द्वारा लापरवाही से मौत के आरोपों की जांच के लिए सिविल लाइन पुलिस के पत्र पर सीएमओ डॉ. प्रवीण चोपड़ा ने तीन डॉक्टरों का पैनल गठित किया है। पैनल में एसीएमओ डॉ. शरण सिंह, स्वामी कल्याणदेव जिला चिकित्सालय के एनेस्थेटिस्ट डॉ. संजय जोधा तथा फिजिशियन डॉ. योगेंद्र त्रिखा को शामिल किया गया है। सीएमओ ने निर्वाल हॉस्पिटल के सर्जन डॉक्टर गौरव निर्वाल और मृतक योगेंद्र की पत्नी ज्योति उर्फ पिंकी को 22 सितंबर को डॉक्टर पैनल के समक्ष अपना पक्ष रखने को पत्र जारी किया है। पीड़िता ज्योति का कहना है कि ऑपरेशन के समय उनके ससुर महेंद्र सिंह, जेठ जोगेंद्र कुमार तथा भाई अनूप निर्वाल हॉस्पिटल में मौजूद थे। डॉक्टर पैनल उनके भी बयान दर्ज करें।

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