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हाथरस रेप कांड : योगी सरकार ने एक तीर से साधे कई निशाने, योगी ने दिए सीबीआई जांच के आदेश, पीड़िता का परिवार सुप्रीम कोर्ट के जज से न्यायिक कराने पर अड़ा

हाथरस रेप कांड : योगी सरकार ने एक तीर से साधे कई निशाने, योगी ने दिए सीबीआई जांच के आदेश, पीड़िता का परिवार सुप्रीम कोर्ट के जज से न्यायिक कराने पर अड़ा
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पिछले कई दिनों से चल रही कयासबाजी पर विराम लगाते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हाथरस कांड की सीबीआई से जांच कराने की संस्तुति की है। वहीं, आज हाथरस के कथित गैंगरेप और मर्डर मामले में एसआईटी की टीम पीड़िता के गांव पहुंची है। आरोप प्रत्यारोप के बीच एसआईटी की टीम पीड़िता के परिवार के सदस्यों का बयान दर्ज कर रही है। आपको बता दें इस मामले में पीड़िता की मां और दो भाइयों के बयान लिए जा चुके हैं और कुछ सदस्यों का बयान लिया जाना बाकी है। पीड़िता के गांव एसआईटी की टीम के साथ एक एंबुलेंस भी पहुंची है।हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इससे पहले एसआईटी को निर्देशित कर चुके थे कि वह हाथरस केस की प्राथमिक जांच सात दिन में पूरी करे। हाथरस रेप कांड की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी की टीम सभी पहलू पर जांच कर रही है। पीड़िता के गांव से वापस आकर एसआईटी आज अपनी दूसरी रिपोर्ट शासन को पेश करेगी। एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर शासन, जिलाधिकारी की भूमिका को लेकर बड़ी कार्रवाई कर सकती है। आपको बताते चलें कि एसआईटी की प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर हाथरस के एसपी विक्रांत वीर सिंह, क्षेत्राधिकारी राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड मोहर्रिर महेश पाल को निलंबित कर दिया गया था। हाथरस कांड में पुलिस की घोर लापरवाही के चलते सरकार की खासी किरकिरी हुई है इसकी गाज पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर सिंह पर गिरी थी सरकार ने उन्हें हटाकर हाथरस के एसपी विनीत जायसवाल को बनाया है। पीड़िता के गांव बुलगढ़ी में हुई दर्दनाक घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण है। पीड़िता के गांव अति महत्वपूर्ण लोगों का पहुंचना निरंतर जारी है इसे देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पीड़िता के परिवारी जनों की भूमिका संदिग्ध नजर आने पर अब हाथरस कांड की जांच सीबीआई के हवाले करने की तैयारी है। चौतरफा दबाव से गिरने के बाद योगी सरकार ने केंद्र सरकार से इस बात की सिफारिश की है। वहीं पीड़िता के परिवार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक परिवार, मामले की सीबीआई जांच कराने का इच्छुक नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित परिवार ने सरकार के प्रतिनिधि से दो टूक कहा है ल कि उन्होंने सीबीआई जांच की मांग नहीं की थी, उनकी मांग है कि पूरे प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करवाई जाए। वही शासन से जुड़े सूत्रों ने बताया कि परिवार ने योगी सरकार पर पूरा भरोसा जताया है। उल्लेखनीय है।इससे पहले शनिवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार से बंद कमरे में करीब एक घंटे तक मुलाक़ात की। प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि जब तक परिवार को न्याय नहीं मिल जाता तब तक संघर्ष जारी रहेगा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाथरस रेप कांड की सीबीआई जांच कराने की संस्तुति के बाद विरोधियों के तेवर में कुछ नरमी आई है।

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