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कृषि कानूनों की चुनावी एंट्री, 1 फरवरी से मिशन यूपी का बनाया प्लान

कृषि कानूनों की चुनावी एंट्री, 1 फरवरी से मिशन यूपी का बनाया प्लान
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नई दिल्ली। चुनावी राजनीति में फिर से तीन विवादित कृषि कानूनों की एट्री हो गई हँ संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र और राज्य सरकारों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उसने ऐलान किया कि आगामी 31 जनवरी को 2022 को देश के किसान वादाखिलाफी दिवस के रूप में मनाए जाएंगे। इस दौरान जगह-जगह पर पीएम नरेंद्र मोदी के पुतले जलाए जाएंगे। रङट ने कहा कि किसानों से किए गए वादों के अनुसार किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस नहीं लेने और मुआवजा देने के लिए राज्य सरकारों ने अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है। इसको लेकर किसानों में आक्रोश है।

किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि आंदोलन की समाप्ति के बाद आज सरकार के वादों की समीक्षा के दौरान यह महसूस किया गया कि सरकार ने एमएसपी पर अब तक कोई कमेटी नहीं बनाई है, किसान संगठनों से कोई संपर्क नहीं किया गया है। सरकार ने किसानों के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने के अपने वादे पर अमल नहीं किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा को छोड़कर बाकी किसी राज्य ने किसानों के खिलाफ दर्ज किसे अब तक वापस नहीं लिए हैं और ना ही मुआवजे को लेकर कोई ऐलान किया है।

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