undefined

बरेली : 15 लाख की अवैध करेंसी के साथ 5 गिरफ्तार

नोटबंदी को 4 साल पूरे हो गए हैं लेकिन इसकी यादें आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। उस समय सरकार के इस कदम की पूरे देश में आलोचना हुई थी। यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। आपको बता दें बरेली में पुलिस ने नोटबंदी के दौरान अवैध करार दी गयी 500 और 1000 की करेंसी ले जाने की कोशिश कर रहे गिरोह को रंगे हाथों पकड़ लिया है। उल्लेखनीय है 5 लोग अवैध करेंसी को बदलवाने के जुगाड़ में इसे ले जा रहे थे। हालांकि वह अपने काम को अंजाम दे पाते इसके पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए जहां से उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। आपको बता दें बहेड़ी-शेरगढ़ बॉर्डर पर शेरगढ़ थाना इंचार्ज अश्वनी कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस बीच एक कार उत्तराखंड से होते हुए मुरादाबाद की ओर बढ़ती दिखाई दी। पुलिस ने शक के आधार पर वाहन को रोककर तलाशी लिया। कार की तलाशी में पुलिस को 14 लाख 86 हजार के पुराने 500 और 1000 के नोट बरामद हुए। इस मामले में बरेली के शीशगढ़ थाना इंचार्ज अश्वनी कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार 5 लोगों को जेल भेजा गया है। पकड़े गए लोग लोग फोन के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में आए थे और पुरानी करेंसी को बदलने मुरादाबाद जा रहे थे जहां उन्हें इसके बदले मोटा कमीशन मिलना था। अश्वनी कुमार सिंह के अनुसार 5 गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम सुभाष, प्रहलाद सिंह, खालिक, विनय यादव और जमीर अहमद हैं। इन पांचों अभियुक्तों में 2 कानपुर, 2 उत्तराखंड के ओर 1 बहेड़ी का निवासी है। पुलिस टीम को इनके पास से 14,86,500 रुपए बरामद हुए है, जिनमे पुराने 1000 के नोट 131 है बाकी 500 रुपए के 2711 नोट है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने के बाद इनको जेल में भेज दिया है। शेरगढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि अभियुक्तों से हुई पूछताछ में पता चला कि नोटबंदी के समय ये रुपये उनके पास बचे थे। पुलिस इस मामले को गंभीर मानते हुए आगे जांच कर रही है। पुलिस ने जिन 5 लोगो को गिरफ्तार किया है उनके नाम अब्दुल खालिक, जमीर अहमद, सुभाष, विनय यादव और प्रहलाद सिंह हैं।

Next Story