राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ श्री मनफूल शाखा गोहरनी द्वारा स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृत महोत्सव कार्यक्रम आयोजित
देश को आजादी तपस्वी बलिदानी क्रांतिकारियों की कुर्बानियो का परिणाम : रमन

शामली। राष्ट्रीय स्वयं संघ श्री मनफूल शाखा गोहरनी द्वारा स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमे मुख्य अतिथि जिला प्रचारक विराट व विशिष्ट अतिथि जिला कार्यवाह रविंद्र ने संयुक्त रूप से भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया
राष्ट्रीय स्वयं संघ के जिला प्रचारक विराट ने कहा कि भारत देश को आजादी लाखो तपस्वी बलिदानी क्रांतिकारियों की कुर्बानी के परिणामस्वरूप ही मिली है इन क्रांतिकारियों की कुर्बानियो को याद कर हमें अपने क्षेत्र में कड़ी मेहनत लगन और परिश्रम से कार्य कर भारत देश को विकसित देश की श्रेणी में खड़ा करना होगा यह तभी संभव है जब देश का प्रत्येक नागरिक राष्ट्र को सर्वोपरि मानकर कार्य करे जिससे वह अपना तथा अपने परिवार का तो विकास तथा आर्थिक सम्पन्नत्ता लाएगा और देश भी खुशहाली के मार्ग पर आगे बढ़ेगा ।
उन्होंने कहा कि मुगलो ,अंग्रेजो ने भारत को गुलामी की जंजीरो से जकड कर देश की जनता को अनेक यातनाए तथा धर्म परिवर्तन कराने का घोर प्रयास किया गया लेकिन सनातन धर्म के अनेक अनुयायिओं ने अनेक यातनाओ को सहते हुए अपने प्राणो की आहुति देश के स्वतंत्रता के लिए देदी , आजादी के क्रांतकारियों का एक मात्र उद्देश्य था कि मेरे देश भारत की जनता स्वतंत्र होकर अपनी तथा अपने देश की तरक्की के लिए कड़ी मेहनत और परिश्रम से पश्चिमी सभ्यता तथा पश्चिमी देशो से अधिक तरक्की करे और राष्ट्र पश्चिम देशो से विकसित देशो की श्रेणी में खड़ा हो।
कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्व शांति व राष्ट्र की एकता व अखंडता के लिए यज्ञ किया गया जिसमे सनातन वैदिक मंत्रो उच्चारण पुरोहित पंडित धर्मबीर भारद्वाज ने किया। यज्ञ में सैकड़ो लोगो ने मन्त्रोचाररन कर आहुति देकर विश्व शांति व देश को विकसित राष्ट्र बनने की कामना की | जिला सामाजिक समरसता प्रमुख ने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति एवं सभ्यता अति प्राचीन है हमारी सनातन संस्कृति ने पूरी दुनिया के सामने ज्ञान का मार्ग प्रशस्त किया
उन्होंने कहा कि भारत देश को सोने की चिड़िया प्राचीन काल से कहा जाता रहा है क्योकि सबसे पहले टेक्नोलॉजी व शिक्षा का विकास भारत देश में हुआ जिसका प्रमाण हमारे सनातन वैदिक धर्म शास्त्र व पुराणों में मिलता है उन्होंने कहा कि शुन्य का अविष्कार भारत में हुआ । प्राचीन काल में भारत देश से ही फसलों का उत्पादन ,रेशमी वस्त्र तथा अन्य सामग्री को विदेशी लोग स्वर्ण देकर भारत से खरीदते थे जिसके कारण सभी देशो का सोना भारत में आता था ।
मुग़ल आक्रांताओ व अंग्रेजो ने अनेक जुल्म सितम भारत देश के बलिदानी क्रांतिकारियों को दिए लेकिन आजादी के मतवालों ने हस्ते हस्ते देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणो की आहुति दे दी है । जिनकी क़ुरबानी के फलस्वरूप ही 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिली और अब हम खुली हवा में आजादी पूर्वक अपनी अपने परिवार तथा राष्ट्र की तरक्की के लिए कार्य करने में स्वतंत्र है।
कार्यक्रम संयोजक राहुल पाल तथा संचालन कुलदीप सिंह पाल ने किया समारोह में सांस्कृतिक देश भक्ति के रंगारंग कार्यक्रम हुए। जिनसे देश भक्ति की प्रेरणा तथा लगन व परिश्रम से अपनी व राष्ट्र की तरक्की करने की सीखमिलती है ।इस अवसर पर मुख्या रूप से जिला कार्यवाह रविंद्र ,खंड प्रचारक रमन भरद्वाज ,खंड कार्यवाह श्रवण ,डॉक्टर सोनू ,धनराज सिंह ,सत्यपाल सिंह ,वीरसैन ,मांगेराम ,छत्रपाल कश्यप ,आकाश विश्वकर्मा ,चकित घई ,जोनी पाल ,आशु नामदेव ,रोहित ,अथर्व पाल ,अंकुर पाल ,सजीव कश्यप ,पदीप प्रजापति ,अंकित कश्यप ,इसरार ,डिम्पल ,ब्रह्मपाल पंवार ,तुषार शर्मा आदि स्वयं सेवक मौजूद रहे ।