धर्म परिवर्तन करने वाले को बच्चों सहित जिंदा जलाने की कोशिश
वारदात के वक्त उस शख्स ने परिवार सहित भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। डर के मारे परिवार कहीं सुरक्षित स्थान पर चला गया है। तनाव को देखते हुए इलाके में पुलिस और पीएससी तैनात कर दी गई है।
रायबरेली । धर्मपरिवर्तन कर मुस्लिम से हिन्दू बने शख्स को परिवार सहित जिंदा जलाने की कोशिश के आरोप में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वारदात के वक्त उस शख्स ने परिवार सहित भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। डर के मारे परिवार कहीं सुरक्षित स्थान पर चला गया है। तनाव को देखते हुए इलाके में पुलिस और पीएससी तैनात कर दी गई है।
पुलिस के मुताबिक रायबरेली के सलोन क्षेत्र के अटनगंजरत्सो गांव के मोहम्मद अनवर ने पिछले साल सितम्बर में अपना धर्मपरिवर्तन कर लिया था। हिन्दू धर्म ग्रहण करने के बाद मोहम्मद अनवर ने अपना नाम देवप्रकाश रख लिया था। बच्चों के नाम भी बदल गए। पांच साल के बच्चे का नाम देवनाथ, चार के दीनदयाल और सबसे छोटी तीन साल की बच्ची का नाम दुर्गा रखा गया। ाटना की जांच में जुटी पुलिस ने बताया कि देवप्रकाश को आगजनी की ाटना के पीछे गांव के पूर्व प्रधान मोहम्मद ताहिर और उसके साथियों का हाथ होने का शक है। उसके मुताबिक ये लोग उसके धर्मपरिवर्तन करने से नाराज थे। देवप्रकाश अपने बच्चों के साथ अकेला है। उसकी चार शादियां हो चुकी हैं लेकिन कोई पत्नी साथ नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार पहली पत्नी की मौत हो चुकी है जबकि बाद की शादियां ज्यादा दिनों तक नहीं टिकीं।
देवप्रकाश ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि उसके यहां शनिवार को दोपहर में तब आग लगाई गई जब वह ार में सो रहा था। पड़ोसियों ने घर में आग लगी देख शोर मचाया और घर से निकल जाने को कहा। इसके बाद देवप्रकाश बच्चों के साथ किसी तरह ार से बाहर निकला। निकलते वक्त उसने देखा कि ताहिर और उसका भाई रेहान आग लगा रहे हैं। इसके बाद उसे पुलिस और फायर बिग्रेड को फोन कर ाटना की सूचना दी।
पुलिस के मुताबिक वारदात के पीछे धर्मपरिवर्तन के अलावा भूमि विवाद भी एक कारण हो सकता है। रायबरेली के एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि ताहिर, रेहान और तीन अन्य के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस घटना के हर पहलू की जांच कर रही है।