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पूर्व सांसद राजपाल सैनी भाजपा में शामिल

बेटे शिवान सैनी के साथ प्रदेशाध्यक्ष भूपेन्द्र चैधरी और यूपी सरकार के दोनों डिप्टी सीएम ने भगवा पटका पहनाकर ग्रहण कराई सदस्यता, यूपी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी थामा भाजपा का दामन, मंत्री कपिल देव अग्रवाल भी रहे कार्यक्रम में शामिल

पूर्व सांसद राजपाल सैनी भाजपा में शामिल
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मुजफ्फरनगर। करीब साढ़े तीन दशक की राजनीति में पूर्व सांसद राजपाल सैनी ने अब नई सियासी पारी खेलने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया है। उन्होंने पुत्र शिवान सैनी के साथ लखनऊ स्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। उनके साथ ही यूपी के कई प्रमुख नेताओं ने दूसरे दलों से छोड़कर भाजपा ज्वाइन की है। राजपाल सैनी के साथ अन्य नेताओं को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भूपेन्द्र चैधरी ने सीएम योगी सरकार में दोनों डिप्टी सीएम के साथ भगवा पटका पहनाकर पार्टी में शामिल कराया।

आज भाजपा के राज्य मुख्यालय में जश्न का माहौल बना नजर आ रहा था, क्योंकि प्रदेश के सपा और रालोद सहित अन्य दलों से कई प्रमुख नेताओं ने भाजपा ज्वाइन की। इसमें राष्ट्रीय लोकदल में समाजवादी न्याय मंच के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद राजपाल सैनी और उनके पुत्र शिवान सैनी के अलावा समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे साहब सिंह सैनी, सपा की पूर्व विधायक सुषमा पटेल, पूर्व मंत्री जगदीश सोनकर जौनपुर, पूर्व विधायक गुलाब सरोज, काशी से राजीव बख्शी लखनऊ, गंगाधर कुशवाहा आगरा, हमीरपुर जितेन्द्र मिश्रा, हापुड से वरिष्ठ सपा नेता एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सतपाल यादव, वाराणसी से कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी रही शालिनी यादव, सुनीता यादव, शिवानी यादव, दिलीप पटेल हमीरपुर के अलावा अन्य लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चैधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने विपक्षी दलों के नेताओं को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। इस समारोह में मुख्य रूप से प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजबहादुर सिंह, मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल, गिरीश यादव के अलावा संगठन और सरकार के अन्य नेता भी मौजूद रहे।

इस दलबदल के सहारे भाजपा ने पश्चिम से लेकर पूर्वांचल तक विपक्षी दलों को झटका देने की बड़ी तैयारी की है। पश्चिमी यूपी में सैनी समाज का बड़ा वोट बैंक है। इस समाज के वोट पर राजपाल सिंह सैनी और साहब सिंह सैनी का खासा प्रभाव है। पूर्व सांसद राजपाल सैनी ने 2022 में खतौली से रालोद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। उनके पुत्र शिवान सैनी भी इसी सीट से पूर्व में चुनाव लड़ चुके हैं। राजपाल सैनी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछड़ा समाज का एक कद्दावर नेता माना जाता है। उनका प्रभाव समाज में होने के कारण ही भाजपा ने उनको अपने पाले में खींचने का काम किया है। इसके लिए योगी सरकार के मंत्री और मुजफ्फरनगर के विधायक कपिल देव अग्रवाल बड़ा माध्यम बने हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भांति ही पूर्वांचल में जौनपुर के मुंगराबाद शाहपुर सीट से सपा विधायक रहीं सुषमा पटेल कुर्मी समाज से हैं, पार्टी पूर्वांचल में कुर्मी समाज में अपना जनाधार बढ़ाना चाहती हैं। पूर्व विधायक जगदीश सोनकर भी सदस्यता ग्रहण करेंगे। सोनकर चार बार विधायक रहे हैं। पूर्वांचल के सोनकर समाज में उनकी मजबूत पकड़ है।

पूर्व सांसद राजपाल सैनी की बात करें तो 73 साल की उम्र में यह उनका चैथा राजनीतिक धमाका है। राजपाल सैनी मूल रूप से बुढ़ाना जनपद के लुहसाना के निवासी हैं। जनवरी 1953 में उनका जन्म गांव में हुआ और वर्तमान में वो शहर के पाॅश इलाके देवपुरम में रह रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत करीब 33 साल पहले 1989 में जनता दल से की थी। इसी पार्टी के टिकट पर उन्होंने सदर सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन सफल नहीं हो पाये थे। जनता दल से सियासी सफर तय करते हुए उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की नीतियों से प्रभावित होकर साल 1994 में समाजवादी पार्टी ज्वाइन की और करीब चार साल तक पार्टी के जिलाध्यक्ष बने रहे। यहीं से उनका सियासत में कद बढ़ना शुरू हो गया था, क्योंकि वो दौर सपा के शिखर का दौर रहा। सपा से उन्होंने मोरना विधानसभा का चुनाव लड़ा विधायक निर्वाचित हुए तो मुलायम सिंह यादव ने अपनी सरकार में उन्हें खेल मंत्री बनाया। साल 1998 में राजपाल सैनी का सपा से मोहभंग हुआ तो उन्होंने बहुजन समाज पार्टी में जाकर कांशीराम मिशन को आगे बढ़ाया। वो बसपा सरकार में यूपी खाद्य एवं बीज निगम के अध्यक्ष रहे तो वहीं जुलाई 2010 में उनको बसपा प्रमुख मायावती ने राज्यसभा सांसद बनाया। इसके साथ ही बसपा के टिकट पर उन्होंने अपने बेटे शिवान सैनी को खतौली से चुनाव लड़ाया। 2021 में राजपाल सैनी ने फिर सियासी पलटी मारी और सपा में घर वापसी की। राजपाल सैनी खतौली से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच सपा और रालोद का गठबंधन हुआ तो उनको रालोद के टिकट पर खतौली सीट से प्रत्याशी बनाया गया। इससे पूर्व उन्होंने रालोद ज्वाइन किया और जयंत चैधरी ने उनको पार्टी में सामाजिक न्याय मंच का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था। अब 70 साल की उम्र में भी जोशीले अंदाज में पूर्व सांसद राजपाल सैनी ने सियासी के मिजाज को भांपते हुए भाजपा का दामन थामकर भगवा चैला ओढ़ लिया है।

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