मेरठ में अवैध हथियारों की फैक्ट्री में पकडी 100 से ज्यादा अवैध तमंचे और पिस्टल
अवैध हथियारों क्या यह गोरखधंधा एक लीगल व्यापार की तरह चलाया जा रहा था। इसके लिए बकायदा होलसेलर बनाया गया था, जो फैक्ट्री से अवैध हथियार खरीद कर फुटकर हथियार सप्लायर को बेचता था। बताया जा रहा है कि मेरठ पुलिस इस मामले में बड़ा खुलासा करने वाली हैं।
मेरठ। पंचायत चुनाव से ठीक पहले शनिवार को एसटीएफ और मेरठ पुलिस ने जिले में अलग-अलग जगह छापेमारी करके 100 से ज्यादा अवैध तमंचा और पिस्टल बरामद किए हैं। साथ ही एक हथियार बनाने की फैक्ट्री का भी पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर पुलिस की नाक के नीचे हथियारों की अवैध फैक्ट्री चल कैसे रही थी?
मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र में हथियार बनाने की यह फैक्ट्री चोरी छुपे चलाई जा रही थी। इस फैक्ट्री में बनने वाले तमंचे 1500 से 5000 तक बेचे जाते हैं। साथ ही पिस्टल 22 से 30 हजार तक बिक जाती है। दरअसल ग्राम प्रधानी और पंचायत चुनाव को लेकर अवैध हथियारों की भारी डिमांड है। ऐसे में इस कारखाने में काम धड़ल्ले से चल रहा था। एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने सबसे पहले टीपी नगर के मलियाना में छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया। जहां से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की निशानदेही पर ब्रह्मपुरी में भी छापेमारी की गई। जिसके बाद लिसाड़ी गेट और किठौर में मेरठ पुलिस ने छापा मारा। यहां भारी मात्रा में अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया है। अहम बात यह है कि अवैध हथियारों क्या यह गोरखधंधा एक लीगल व्यापार की तरह चलाया जा रहा था। इसके लिए बकायदा होलसेलर बनाया गया था, जो फैक्ट्री से अवैध हथियार खरीद कर फुटकर हथियार सप्लायर को बेचता था। बताया जा रहा है कि मेरठ पुलिस इस मामले में बड़ा खुलासा करने वाली हैं।