चूहे पी गए कोतवाली में रखी 2400 पेटी शराब
क्राइम ब्रांच की जांच में एक नया कारनामा पुलिस का सामने आया है जिसमें उन्होंने थाने से शराब बेचने के बाद अपनी जनरल डायरी में करीब 2400 पेटी शराब जिसकी कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है उसको चूहों द्वारा पीना बताया गया है।
एटा। जिले में पुलिस का एक बार फिर बड़ा कारनामा सामने आया है। यहां पुलिस ने लाखों रुपए की शराब को बेचने के बाद अपनी जनरल डायरी में करीब 2400 पेटी शराब गायब होने का कारण बताते हुए लिखा है कि चूहों द्वारा यह शराब पी ली गई।
एटा के कोतवाली देहात में 11 मार्च को जिलाधिकारी डाॅ विभा चहल ने भारी पुलिस फोर्स के साथ कोतवाली देहात में अचानक छापामार कार्रवाई की थी। जिसमें करीब 2400 से अधिक पेटी शराब कम मिली थी। जिसकी कीमत जिलाधिकारी ने करीब 30 लाख रूपए उस समय बताई थी। उसके बाद छापामार कार्यवाही के बाद आरोपी इंस्पेक्टर इंद्रेश पाल सिंह भदौरिया और उनके मुंशी रसाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था और दोनों के खिलाफ गबन का मामला दर्ज कर मामले की जांच अलीगढ़ क्राइम ब्रांच को सौंपी थी। तब से यह जांच चल ही रही थी कि आरोपी इंस्पेक्टर इंद्रपाल सिंह और उनकी पुलिस का एक और कारनामा सामने आया था। जिसमें उन्होंने एक ढाबे पर ढाबा मालिक से खाने के पैसे मांगने पर फर्जी मुठभेड़ दिखाते हुए करीब एक दर्जन लोगों को अवैध शराब और गांजा का केस लगाकर जेल भेज दिया था। उस मामले में भी उच्चाधिकारियों की निर्देश पर इंद्रेश पाल सिंह भदोरिया और उनके अन्य पुलिसकर्मियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। लेकिन अभी तक पुलिस अपने इंस्पेक्टर और कुछ कर्मियों को नहीं पकड़ पाई है। अभी क्राइम ब्रांच की जांच में एक नया कारनामा पुलिस का सामने आया है जिसमें उन्होंने थाने से शराब बेचने के बाद अपनी जनरल डायरी में करीब 2400 पेटी शराब जिसकी कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है उसको चूहों द्वारा पीना बताया गया है।
फिलहाल पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। जांच जब पूरी हो जाएगी उसके बाद जो भी मामला निकल कर सामने आएगा और जिसमें जो लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।