निलंबित सदस्यों का व्यवहार शर्मनाक : मायावती
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने संसद के मौजूदा सत्र के दौरान विपक्ष के हंगामे की कड़ी निंदा करते हुए इसे अमर्यादित और लोकतंत्र के लिये शर्मनाक बताया है। बुधवार को मायावती ने ट्वीट किया कि वैसे तो संसद लोकतंत्र का मन्दिर ही कहलाता है फिर भी इसकी मर्यादा अनेकों बार तार-तार हुई है।
वर्तमान संसद सत्र के दौरान भी सदन में सरकार की कार्यशैली व विपक्ष का जो व्यवहार देखने को मिला है वह संसद की मर्यादा, संविधान की गरिमा व लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है। अति-दु:खद है। पिछले रविवार को राज्यसभा में किसान विधेयक पारित करने के दौरान विपक्षी सांसदों ने काफी शोर-शराबा और हंगामा किया था। तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने रूल बुक तक फाड़ दी थी वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह ने उप सभापति के आसन के पास आकर सरकार विरोधी नारेबाजी की थी। बाद में सभापति एम वेंकैया नायडू ने आठ विपक्षी सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया था। उप सभापति हरिवंश ने इसे लेकर उपवास भी रखा था। अभी भी निलंबित सदस्य अपने व्यवहार को लेकर अडे हुए हैं।