मृतक महिला पूर्व ग्राम प्रधान को भेजा पौने 2 करोड़ का रिकवरी नोटिस
नजमा बेगम 2015 के चुनाव मे प्रधान चुनी गई थीं। लेकिन उनका कार्यकाल सिर्फ 7 महीने का ही रहा। नजमा बेगम कीब एक बीमारी के चलते मौत हो गई। इसके बाद पंचायत विभाग द्वारा एक समिति का गठन कर दिया गया। यहां उपचुनाव हुआ लेकिन नजमा के परिवार का कोई प्रधान नहीं बना। उसके बावजूद भी अब जिला प्रशासन ने मृतक प्रधान नजमा बेगम के खिलाफ एक करोड़ 71 लाख 77 हजार 684 रुपये का रिकवरी आदेश जारी कर दिया है।

बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं में जिला प्रशासन ने एक मृतक महिला ग्राम प्रधान को पौने 2 करोड़ का रिकवरी नोटिस भेज दिया गया है। यही नहीं पता चला है कि वह ग्राम प्रधान केवल 7 महीने ही रही थी, जबकि वसूली का नोटिस 8 साल का (2010 से 2018) जारी किया गया है। जिला प्रशासन ने 1 करोड़ 71 लाख 77 हजार 684 रुपये (1,71,77,684) का रिकवरी आदेश जारी किया है। अब रिकवरी के आदेश के बाद प्रधान के परिवार मे लोग सहमे नजर आ रहे हैं। परिवार का कहना है कि पूर्व प्रधान के पति इस रिकवरी के नोटिस के बाद बीमार पड़ गए हैं।
जिले के जगत ब्लाक में लापरवाही की सारे हदें पार कर दीं गईं। इसी लापरवाही से एक पूर्व प्रधान का परिवार सहमा नजर आ रहा है। मामला जगत ब्लाक के खेड़ा बुजुर्ग गांव का है। यहां की नजमा बेगम 2015 के चुनाव मे प्रधान चुनी गई थीं। लेकिन उनका कार्यकाल सिर्फ 7 महीने का ही रहा। नजमा बेगम कीब एक बीमारी के चलते मौत हो गई। इसके बाद पंचायत विभाग द्वारा एक समिति का गठन कर दिया गया। यहां उपचुनाव हुआ लेकिन नजमा के परिवार का कोई प्रधान नहीं बना। उसके बावजूद भी अब जिला प्रशासन ने मृतक प्रधान नजमा बेगम के खिलाफ एक करोड़ 71 लाख 77 हजार 684 रुपये का रिकवरी आदेश जारी कर दिया है। जिससे जिला प्रशासन की फजीहत हो रही है। वहीं रिकवरी नोटिस जारी होने से मृतक प्रधान का परिवार सहमा नजर आ रहा है। नजमा के देवर चुन्ना मियां कहते हैं कि बिना जांचे-परखे नोटिस भेज दिया गया है, इससे पूरा परिवार डिप्रेशन में है।