कोरोना संक्रमण के चलते इस बार फरवरी की बजाय मार्च में बोर्ड परीक्षा कराने की तैयारी!
प्रयागराज। मौजूदा समय में कोरोना संक्रमण के चलते जहां छात्र-छात्राएं घर पर रहकर ही आॅनलाईन शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, वहीं इस समस्या के मद्देनजर 2021 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा मार्च या अप्रैल में कराये जाने की योजना पर विचार-विमर्श शुरू हो गया है। कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनजर सचिव यूपी बोर्ड दिव्यकांत शुक्ल ने 2020-21 सत्र के लिए एकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया, जो बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। कैलेंडर के अनुसार 10वीं-12वीं के छात्र-छात्राओं को फरवरी 2021 में प्रवेश पत्र उपलब्ध कराएंगे और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार बोर्ड परीक्षा की तैयारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि 2020-21 का संभावित एकेडमिक कैलेंडर है और आने वाले समय में कोरोना के कारण होने वाले प्रतिबंधों के मद्देनजर इसे लागू किया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर बदलाव भी संभावित हैं। विभिन्न कक्षाओं में ऑनलाइन शिक्षण 18 अगस्त से शुरू होगा। 10वीं-12वीं की प्रयोगात्मक परीक्षाएं फरवरी के पहले और दूसरे सप्ताह में प्रस्तावित हैं।
2020 के लिए प्रयोगात्मक परीक्षा 15 दिसंबर 2019 से 15 जनवरी 2020 के बीच दो चरणों में कराई गई थी। प्री बोर्ड परीक्षा का आयोजन फरवरी के तीसरे और चैथे सप्ताह में होगा। प्रत्येक माह के अंतिम सप्ताह में ऑनलाइन परीक्षा होगी और 31 जनवरी 2021 तक सभी कक्षाओं में ऑनलाइन या ऑफलाइन शिक्षण पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कक्षा 9 व 11 की वार्षिक गृह परीक्षाएं फरवरी के तीसरे और चैथे सप्ताह में जबकि बोर्ड परीक्षा का आयोजन मार्च या अप्रैल में होगा। 2020 की बोर्ड परीक्षा 18 फरवरी से शुरू हुई थी। हाईस्कूल की परीक्षा 3 व इंटर की 6 मार्च को समाप्त हुई। लेकिन कोरोना के कारण 2021 की परीक्षा में एक या दो महीने की देरी हो सकती है।