चाट बाजार के वेंडरों को मिला राकेश टिकैत का साथ
धरने पर पहुंचे किसान नेता ने दी चेतावनी, ये जिला अधिकारियों का नहीं जनता का है, चाट बाजार नहीं हटेगा
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् के मुख्यालय टाउनहाल के समक्ष लगते आ रहे चाट बाजार को समाप्त करने के पालिका प्रशासन के निर्णय के बाद यहां से हटाये जा रहे वेंडरों का बेमियादी धरना जारी है, इस आंदोलन को लगातार संगठनों का समर्थन मिल रहा है। भाकियू भी इनको समर्थन व्यक्त कर चुकी है। आज भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत इन वंेडरों के बीच पहुंचे और धरना दिया। उन्होंने कहा कि ये जिला अफसरों का नहीं, जनता का है और जनता का हित ही सर्वोपरि है। अफसरशाही नहीं चलने दी जायेगी। यह चाट बाजार जहां था, वहीं पर लगाया जायेगा। इसके लिए पालिकाध्यक्ष को भी आगे आकर इन परिवारों की रोजी रोटी बचाने के लिए निर्णय लेना होगा। इसके साथ ही भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी वेंडरों के धरने पर पहुंचकर समर्थन दिया।
बता दें कि नगरपालिका परिषद् के मुख्यालय टाउनहाल के गेट नम्बर एक से गेट नम्बर तीन तक मुख्य मार्ग पर पिछले करीब 38 साल से ठेले, ठिये और रेहडे आदि लगाकर लोग अपना रोजगार चला रहे हैं। यहां से करीब सौ परिवारों की रोजी रोटी चल रही है। पालिका ने इसे चाट बाजार का नाम दिया और यहां पर खानपान के लिए प्रत्येक रात में लोगों की भारी भीड़ जुटी नजर आती है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में पालिका प्रशासन ने इस चाट बाजार को अतिक्रमण के नाम पर खत्म करने का नाम लिया और यहां पर सौन्दर्यकरण करने की योजना बनाई, इसी को लेकर अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह के निर्देश पर कर विभाग ने चाट बजार से ठियों को खत्म करने के लिए बेरिकेडिंग भी करा दी। तभी से चाट बाजार संघ के अध्यक्ष और सदस्य अपना रोजगार बचाने के लिए पालिका प्रशासन के खिलाफ बेमियादी धरना दे रहे हैं।
उनके धरने को शिवसेना, क्रांतिसेना, भीम आर्मी, आसपा और भाकियू अपना समर्थन व्यक्त कर चुके हैं। संगठनों ने पालिका प्रशासन के खिलाफ पूरा मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को भाकियू अध्यक्ष राकेश टिकैत और जिलाध्यक्ष नवीन राठी अन्य पदाधिकारियों के साथ टाउनहाल पहुंचे और वेंडरों के साथ समर्थन जताते हुए उनके बीच ही धरने पर बैठ गये। इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा की सरकार में गरीबों की कोई भी सुध लेने वाला नहीं है। भाजपा के नेता और जनप्रतिनिधि अफसरशाही के आगे बेबस हैं। लेकिन ये अधिकारी कान खोलकर सुन लें कि यह जिला जनता का है, अधिकारियों का जिला नहीं, अधिकारियों को इनके पास आकर समाधान के लिए बात करना होगी। जहां तीन दशकों से जहां पर दुकान और ठेला लगता आ रहा है, वहीं पर यह बाजार लगाया जायेगा। टाउनहाल के पास जगह की कमी नहीं है। पालिका प्रशासन इनको रोजगार के अवसर से वंचित नहीं कर सकता है, ऐसा किया गया तो किसान टाउनहाल को ही नहीं चलने देंगे, क्योंकि किसान और मजदूर भाकियू के लिए एक ही परिवार है और भाकियू के परिवार के हितों पर कुठाराघात हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पालिका चेयरमैन संवेदनशील हैं, अच्छे परिवार से हैं, वो गरीबों की समस्या को समझें, हम पालिका की चेयरमैन से भी यह गुजारिश करते हैं कि वो अधिकारियों के आगे नतमस्तक होने के बजाये अपने विवेक से जनता के हितों को लेकर आगे आये और इनके बीच आकर इनको आश्वस्त करें कि इनके रोजी का साधन नहीं छीना जायेगा। वो एक जनप्रतिनिधि हैं। अधिकारियों के हाथों की कठपुतली बनकर काम नहीं करना चाहिए। भाजपा में अफसरशाही हावी हो रही है, लेकिन जनता के साथ हम खड़े हैं। ये लोग मेहनत कर अपना कारोबार चला रहे हैं और यहां से पालिका को सबसे बड़ा राजस्व मिल रहा है। ऐसे में पालिका गरीबों का अहित करने के साथ ही पालिका की आय के सबसे बड़े साधन को खत्म कर राजस्व हानि का अपराध भी कर रही है। इस दौरान चाट बाजार के वेंडर ईश कौशल, राजेन्द्र कुमार, चन्द्र किरण, सुलेमान, रजत सैनी आदि ने सभी का आभार जताया और अपनी समस्याओं को उनके सामने रखते हुए रोजगार बंद होने से पैदा हुई आर्थिक संकट की स्थिति को भी उनके सामने रखते हुए इसका जल्द समाधान कराने की मांग की है। ईश कौशल ने बताया कि पालिका जबरन यहां से हटाकर नई मंडी ओवरब्रिज के नीचे भेजने का दबाव बना रही हैं, वहां रोजगार नहीं चल पायेगा।