स्वकर प्रणाली को कुछ समय के लिए स्थगित कराने की मांग को लेकर सभासदों ने समाधान दिवस में सौंपा ज्ञापन
— नगर की 70% निर्धन आबादी नहीं उठा पाएगी नया टैक्स बोझ, जनप्रतिनिधियों ने जताई चिंता;
देवबंद। स्वकर प्रणाली लागू होने से नगरवासियों को होने वाली संभावित परेशानियों को लेकर शुक्रवार को नगर के सभासदों के प्रतिनिधिमंडल ने सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर एक ज्ञापन सौंपा। उपजिलाधिकारी की अनुपस्थिति में यह ज्ञापन पुलिस क्षेत्राधिकारी रविकांत पराशर को सौंपा गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि नगर पालिका परिषद देवबंद द्वारा स्वकर प्रणाली के तहत सर्वे कार्य प्रारंभ कराया जा रहा है, जिसके आधार पर नए कर निर्धारण की प्रक्रिया चलाई जाएगी। लेकिन यह व्यवस्था नगर की सामान्य जनता पर एक अतिरिक्त आर्थिक बोझ के रूप में सामने आएगी।
सभासदों ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि नगर की लगभग 70 प्रतिशत आबादी अत्यंत निर्धन है, जो वर्तमान में भी ₹50 से ₹100 सालाना कर चुकाने में असमर्थ है। ऐसे में नई स्वकर प्रणाली लागू होने पर इन परिवारों पर आर्थिक संकट और बढ़ेगा। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि जब तक इस प्रणाली के सामाजिक और आर्थिक प्रभावों का आकलन नहीं किया जाता, तब तक इसे लागू न किया जाए और कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया जाए।
सभासदों ने यह भी कहा कि स्वकर प्रणाली को लेकर नगर की जनता में रोष व्याप्त है और यदि इसे जल्दबाज़ी में लागू किया गया, तो इसका तीव्र विरोध हो सकता है।
ज्ञापन देने वालों में सभासद शाहिद हसन, सभासद पति रिज़वान गौड़, सभासद औसाफ़ सिद्दीकी, सभासद वाजिद मलिक, सभासद पति डॉ. असलम अली, सभासद अख्तर अंसारी, सभासद पति वसीम मलिक, सभासद पति शराफत मलिक, सभासद पति आसिफ लियाकत सहित कई जनप्रतिनिधि उप
स्थित रहे।