समय समाप्त, अब नहीं बदल पायेंगे दो हजार का नोट
आरबीआई द्वारा दी गई समय सीमा 30 सितम्बर को हुई पूरी, लीगल टैण्डर नहीं रहा अब गुलाबी नोट;
नोटबंदी की यादों को ताजा करने वाला दो हजार रुपये का नोट बैंक में जमा करने का आखिरी दिन भी शनिवार को पूरा हो गया है। अब यदि किसी के पास यह नोट बाकी रह गया है तो रविवार से वो लीगल टैण्डर नहीं रह गया है। क्योंकि शनिवार के बाद दो हजार रुपये के नोट की कीमत शून्य हो जाएगी। बैंक में भी यह नोट जमा नहीं किए जाएंगे। नोट जमा करने की आखिरी तिथि होने के चलते सभी बैंकों में आज विशेष सुविधा प्रदान की गई, लेकिन दो हजार रुपये का नोट जमा करने के लिए बैंकों में मारामारी का आलम नहीं रहा। इसी के साथ नोटबंदी में जन्मे दो हजार रुपये के इस गुलाबी नोट के चलन का सफर करीब सात साल बाद खत्म हो गया। अब दो हजार का यह नोट नोटबंदी की एक याद के रूप में ही रह गया है।
बता दें कि आठ नवम्बर 2016 की रात्रि में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 500 और 1000 करेंसी के पुराने नोटों को बंद करने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद पूरे देश में हलचल मच गयी थी। पुराने नोट जमा कराने के बाद केन्द्र सरकार ने नये नोट जारी किये थे, इनमें दो हजार रुपये का गुलाबी नोट भी शामिल था। करीब सात साल बाद अब इस गुलाबी नोट कर सफर थम गया है। रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने 19 मई 2023 को दो हजार रुपये के नोट का चलन बंद करने की घोषणा की थी। इसके लिए ग्राहकों को दो हजार रुपये के नोट बैंकों में जमा करने की सुविधा दी गई थी, जिसकी अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई। आज बैंकों में दो हजार रुपये का नोट जमा करने का आखिरी दिन रहा। आरबीआई के निर्देशों के तहत यह भी आदेश था कि कोई भी व्यक्ति एक बार में दो हजार के 10 नोट किसी भी बैंक से बदल सकता है। इसके लिए उसे पहचान-पत्र भी देने की जरूरत नहीं है। इसके चलते चार महीने में ग्राहकों ने धीरे-धीरे दो हजार के नोट बैंकों में आसानी से जमा कर दिए। मुजफ्फरनगर में आरबीआई की 40 शाखाओं में एक सप्ताह में ही 20 करोड़ से अधिक कीमत के ये गुलाबी नोट जमा हो गए थे।
एसबीआइ के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेंद्र ढ़ीगरा का कहना है कि शनिवार को आखिरी दिन होने के चलते सभी बैंक शाखाओं में नोट आसानी से बदलने की व्यवस्था की गई। यदि कही भीड़ लगी तो विशेष काउंटर लगाने का काम भी किया गया। हालांकि भीड़ जैसे हालात शुरूआत से ही नहीं हैं, क्योंकि दो हजार रुपये का नोट आम प्रचलन से पहले ही बाहर हो गया था। शनिवार को भी बैंकों में ज्यादा मारामारी का आलम नजर नहीं आया। लीड बैंक प्रबंधक सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि 30 सितंबर तक ही दो हजार रुपये का नोट बैंकों में लेने का समय निर्धारित था, जो आम पूरा हो गया है। जनपद में कितनी करेंसी दो हजार रुपये के नोट के रूप में जमा कराई गयी है, यह जानकारी अभी जुटाई जा रही है। शनिवार को अंतिम दिन ज्यादा भीड़ नहीं रही, क्योंकि लोगों ने शुरूआत में ही नोट जमा करा दिए थे।