एथलीट प्रियंका के लिए इंसाफ की मांग कर सीएम से मिलेंगे पिता
कहा-गोल्ड मेडल जीतने के बाद भी न तो पुरस्कार राशि पूरी दी, न ही मिली वादे के अनुसार नौकरी;
मुजफ्फरनगर। देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली प्रियंका पवार के पिता शिवकुमार पवार ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी बेटी को उसके प्रदर्शन के अनुरूप और सरकार ने अपने वादे के अनुसार प्रोत्साहन नहीं दिकया है। शिवकुमार पवार ने कहा कि सरकार ने 50 लाख रुपये और डिप्टी एसपी की नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन केवल 30 लाख रुपये और केंद्र सरकार में आयकर इंस्पेक्टर की नौकरी देकर उनके साथ किया गया भेदभाव।
शहर के एक रेस्टोरेंट में पत्रकारों से वार्ता के दौरान सोमवार को रो-रो कर अपनी व्यथा सुनाते हुए शिवकुमार पंवार ने कहा कि उनकी बेटी ने विदेश में जाकर देश को मान दिलाया, सम्मान दिलाया, गोल्ड मेडल जीता लेकिन उसको उसके प्रदर्शन के अनुसार सम्मान सरकारों ने नही ंदिया है। नव निर्माण महासंघ के महासचिव एवं एथलीट प्रियंका पंवार के पिता शिवकुमार पंवार ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि 2014 एशियन गेम साउथ कोरिया से 4 गुना 400 रिले रेस में गोल्ड मेडल जीतकर आई प्रियंका पंवार बराबर सरकार से आवेदन करती रही कि जो पूर्व सरकार ने वादे किये वो पूरे ही नहीं किये गये। 11 साल बीत जाने के बाद वर्तमान सरकार ने पूरा करने का विचार तक नहीं किया।
उन्होंने कहा कि बेटी को न्याय दिलाने के लिए वो 11 जून को शुकतीर्थ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे और पूर्व सरकारों के द्वारा किये गये वादों से भी अवगत कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने डिप्टी एसपी की नौकरी, 50 लाख रुपये नकद पुरस्कार राशि और घर तक सड़क निर्माण कराकर नामकरण करने की घोषणा की थी, लेकिन प्रियंका को केन्द्र सरकार में आयकर इंस्पेक्टर की नौकरी मिली और 30 रुपये पुरस्कार राशि मिली। उनके घर लालबाग गाँधी कालोनी तक नगरपालिका की ओर से कोई भी सड़क नहीं बनवाई गई और न ही उसका नामकरण किया गया। जबकि प्रिंयका के गु्रप में शामिल दूसरे खिलाड़ी को 50 लाख रुपये पुरस्कार राशि दी गई। यह एक खिलाड़ी बेटी का अपमान है। इससे परिवार आहत है।