स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को चकमा देकर फरार हुआ फर्जी डाक्टर

घुटनों का इलाज कराने के लिए होटल मेें आकर करता था उपचार, सीएमओ को मिली थी शिकायत;

Update: 2025-05-28 11:33 GMT

मुजफ्फरनगर। बिना ऑप्रेशन ही घुटने के दर्द और इससे जुड़ी अन्य बीमारियों का उपचार कराने के दावे के साथ हरियाणा से आकर यहां पर एक होटल में ओपीडी करने वाले चिकित्सक ने स्वास्थ्य विभाग की तेजतर्रार टीम की अंाखों में धूल झौंक दी और टीम को चमका देकर फरार हो गया। टीम के अफसर शिकायत के बाद इस चिकित्सक की कारगुजारी की जांच के लिए होटल पर छापा मारने पहुंचे थे, जिसमें चिकित्सक के पास कोई भी वैध डिग्री या दस्तावेज नहीं मिला। टीम के अफसरों ने थाने पहुंचकर फर्जी चिकित्सक के सम्बंध में सूचना दर्ज करा दी है।

दअसल, कुछ महीनों से अखबारों के माध्यम से पानीपत निवासी डॉ. तरूण बराक जिला मुख्यालय पर आकर रेलवे रोड स्थित एक होटल में अपनी विशेष ओपीडी का आयोजन करते हैं। इस चिकित्सक का दावा है कि वो हरियाणा के पानीपत में डॉ. बराक नी पेन ट्रीटमेंट सेंटर का संचालन करते हैं और घुटने के दर्द के उपचार के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक हैं। डॉ. बराक के द्वारा मुजफ्फरनगर में 27 मई से 29 मई तक होटल में विशेष ओपीडी लगाने का इश्तहार अखबारों में दिया गया था। इसमें कहा गया कि हर तीसरे व्यक्ति को घुटने में दर्द की समस्या बनी रहती है। ऐसे में घुटने के ऑप्रेशन की आवश्यकता नहीं हैं, क्योंकि अब बिना ऑप्रेशन ही इसका उपचार संभव है। डॉ. तरूण ने अपने इस इश्तहार में दावा किया है कि यह उपचार उनके द्वारा नी ऑफ लोडर ब्रेस के माध्यम से किया जाता है। घुटने के दर्द की समस्या को मेडिकल नहीं होने का दावा करते हुए डॉ. बराक का कहना है कि यह मैकेनिकल समस्या है।

डॉ. बराक ने अपनी ओपीडी शुल्क 500 रुपये और घुटने के उपचार के लिए 11 से 22 हजार रुपये का शुल्क रखा। इसके साथ ही कमर दर्द का उपचार छह हजार रुपये में करने का दावा किया। सुबह दस से शाम छह बजे तक वो ओपीडी कर रहे थे। इसी बीच बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने होटल पर छापामार कार्यवाही करते हुए चिकित्सक को वहां पर ओपीडी करते हुए पकड़ लिया। उनके पास से नी ऑफ लोडर ब्रेस भी टीम ने बरामद किये। पूछताछ की गई तो डॉ. तरूण बराक फर्जी चिकित्सक निकला, जिसके पास कोई डिग्री नहीं है।

टीम में शामिल स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ डॉ. विपिन कुमार ने बताया कि सीएमओ डॉ. सुनील तेवतिया को गोपनीय शिकायत मिली थी कि शहर के होटल वेलेंटाइन में डॉ. तरूण बराक द्वारा घुटने और कमर दर्द के उपचार के लिए विशेष ओपीडी की जा रही है, इसी को लेकर उनके निर्देश पर गठित टीम के द्वारा होटल पर छापा मारा तो डॉ. बराक वहां पर ओपीडी करते हुए पाये गये, जिनके पास कोई भी डिग्री नहीं थी। उनके पास से नी ब्रेस का सामान और एक रसीद बुक मिली। टीम में शामिल एसीएमओ डॉ. विपिन कुमार और जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. विक्रांत तेवतिया ने पूछताछ की तो पता चला कि डॉ. बराक पानीपत के विशाल नगर फेस 2 के निवासी हैं। बताया कि जब टीम ने उनके खिलाफ पुलिस कार्यवाही करने के लिए थाने पहुंची तो चिकित्सक टीम को चकमा देकर फरार हो गया। फर्जी चिकित्सक के खिलाफ सिविल लाइन थाने में सूचना दे दी गई है। उनका कहना है कि चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जायेगी। 

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