पाक की धूर्तता का भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब विवादित नक्शा पेश करने पर भारत ने बीच में छोड़ी एसओसी मीटिंग

Update: 2020-09-15 17:45 GMT

लखनऊ। हर मोर्चे पर मुंह की खाने के बावजूद पाकिस्तान सबक सीखने को तैयार नहीं है। एक बार फिर उसने भारत के साथ चालाकी दिखाने की कोशिश किया ही। आपको मालूम हो कि पाकिस्तान ने शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) के सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में गलत नक्शा पेश करने की हिमाकत कर दिया। पाक की इस नापाक कोशिश का भारत ने कड़ा एतराज जताया है। पाक का विरोध करते हुए भारत ने मीटिंग बीच में ही छोड़ दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार रूस की अध्यक्षता में शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में आज पाकिस्तानी एनएसए ने जानबूझकर एक काल्पनिक नक्शा पेश किया जिसे पाकिस्तान हाल ही में प्रचारित कर रहा था। वहीं विदेश मंत्रालय ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि पाक का इस तरह से विवादित नक्शा पेश करना ना सिर्फ मेजबान देश की ओर से जारी एडवाइजरी का उल्लंघन है बल्कि बैठक के मानदंडों के भी खिलाफ है।

पाक की धूर्तता का विरोध करते हुए भारतीय पक्ष ने मेजबान के साथ परामर्श करने के बाद इसके विरोध में बैठक बीच में ही छोड़ दी। वहीं मेज़बान मुल्क रूस ने भारत का साथ देते हुए कहा कि पाक ने जो किया, हम उसका समर्थन नहीं करते हैं। उम्मीद जताते हुए रूस ने कहा कि पाक की हरकत से भारत के एससीओ के साथ रिश्तों पर सर नहीं होगा। एससीओ एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसका उद्देश्य संबंधित क्षेत्र में शांति, सुरक्षा व स्थिरता बनाए रखना है। चीन, कज़ाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान वर्तमान में एससीओ के आठ सदस्य हैं। अफग़ानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया चार ऑब्जर्वर देश हैं। आपकी जानकारी के लिए यह बताना आवश्यक है कि पाकिस्तान ने कुछ समय पहले एक विवादित नक्शा जारी किया है। इस नक्शे में पाकिस्तान ने लद्दाख , जम्मू-कश्मीर के सियाचिन समेत गुजरात के जूनागढ़ तक को अपना बताया है। अगस्त में पाकिस्तान की संसद में इमरान खान ने कैबिनेट के दौरान अपने देश का ये नया पॉलिटिकल मैप जारी किया है। नक्शे में दिखाए भारतीय क्षेत्रों को लेकर पाक ने दावा किया है कि ये सारे उसके इलाके हैं, भारत का कब्जा अवैध है।

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