MUZAFFARNAGAR-कैग से आई ऑडिट टीम को नहीं मिला पालिका से रिकॉर्ड

ईओ की गैरमौजूदगी में दो दिनों से चक्कर कटवा रहे पालिका के अधिकारी, ईओ को मिली शिकायत तो विभागाध्यक्षों को हड़काया, 10 दिन में चार सदस्यीय टीम पूरा करेगी पालिका के तीन वित्तीय वर्षों के बजट और कामकाज का ऑडिट

Update: 2024-05-08 11:25 GMT

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में अफसरों की मनमानी और कर्मचारियों की हठधर्मी इतने व्यापक स्तर पर है कि खुद पालिका की प्रशासनिक मुखिया अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह भी हैरान है। लखनऊ में मीटिंग के लिए उनका जाना यहां ऑडिट के लिए इलाहाबाद कैग ;सीएजीद्ध मुख्यालय से आई चार सदस्यीय टीम अफसरों की अनदेखी के कारण इधर से उधर भटकती रही। तीसरे दिन ईओ से शिकायत हुई तो टीम को दस्तावेज उपलब्ध हुए। ईओ ने विभागाध्यक्षों के रवैये के प्रति नाराजगी जताते हुए उनको हड़काया और मीटिंग कर समय से टीम को सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। साथ ही बिना बताये अवकाश पर जाने वाले अफसर व कर्मचारियों की रिपोर्ट तलब करते हुए वेतन रोकने के निर्देश भी जारी कर दिये। टीम ने दस दिनों में तीन वित्तीय वर्ष के बजट और कामकाज का ऑडिट करने के लिए 75 बिन्दुओं पर पालिका के सात विभागों से रिपोर्ट मांगी है।

नगरपालिका परिषद् में केन्द्र और राज्य सरकार से मिले बजट से हुए विकास कार्यों और दूसरी परियोजनाओं के कामकाज का भौतिक और वित्तीय सत्यापन करने के लिए कैग इलाहाबाद से चार सदस्यीय टीम सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंची। इस टीम में कैग इलाहाबाद के सीनियर ऑडिट ऑफीसर आरएस मिश्रा, ऑडिट ऑफिसर अमित कुमार और अशोक सोनकर के अलावा एक सुपरवाइजर शामिल हैं। इस टीम ने सोमवार को नगरपालिका परिषद् टाउनहाल पहुंचकर अपनी आमद की जानकारी दी और पालिका की विभागीय जानकारी के साथ ही उनको कैग के द्वारा ऑडिट आदेश दिखाते हुए दस दिनों में तीन वित्तीय वर्षों 2021-22, 2022-23 और 2023-24 में पारित बजट, विकास कार्यों का ऑडिट करने के लिए विभागवार दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा था, लेकिन इस बीच लखनऊ में मीटिंग के लिए ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह के यहां पर मौजूद नहीं रहने के कारण दो दिनों तक इस टीम को पालिका के अधिकारी यहां से वहां घुमाते रहे।

बुधवार को सवेरे ईओ कार्यालय लौटी तो कैग के सीनियर ऑडिट ऑफीसर आरएस मिश्रा ने अपनी टीम के साथ उनसे मुलाकात की और पालिका के अफसरों के रवैये को लेकर कड़ी नाराजगी जताते हुए विभागीय स्तर पर उनको आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि इस ऑडिट में इस बार सामान्य ऑडिट के साथ ही पहली बार सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट ऑडिट भी होना है, जिसमें बड़े बजट के काम और केंद्र एवं राज्य सरकारों की बड़ी परियोजना तथा विकास कायेक्रमों को शामिल किया गया है। इसके लिए सीधी रिपोर्ट कैग मुख्यालय से राज्यपाल को भेजी जानी है। यही कारण है कि इस बार का यह ऑडिट काफी महत्वपूर्ण है। इसमें वो जिले की मुजफ्फरनगर पालिका के साथ ही अन्य निकायों में भी जाकर ऑडिट जांच करेंगे। इसके लिए खतौली पालिका और अन्य नगर पंचायतों में भी ऑडिट किया जायेगा।

टीम लीडर आरएस मिश्रा ने ईओ से शिकायत की तो उन्होंने पालिका के निर्माण, जलकल, स्वास्थ्य, मार्ग प्रकाश, लेखा, कर सहित सभी सातों विभागों के विभागध्यक्षों को तलब कर लिया। इनमें लेखाकार प्रीति रानी से बिन्दूवार सूचना टीम को उपलब्ध कराने के लिए भी कहा गया। इसमें टीम ने तीनों वित्तीय वर्षों का बजट, बैलेंस शीट और कैश बुक आदि की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही स्वच्छ भारत मिशन में योजनाओं में आये बजट की रिपोर्ट भी मांगी गई है। लेखा विभाग ने आधी अधूरी जानकारी उपलब्ध कराई है। इसको गंभीरता से लेकर ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने पालिका सभाकक्ष में सातों विभागों के अध्यक्ष और लिपिकों तथा कैग टीम सदस्यों के साथ मीटिंग करते हुए समन्वय बनाने का प्रयास किया। सभी विभागों को वांछित सूचना तत्काल उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिये गये।

वहीं ईओ द्वारा जब विभागाध्यक्षों को तलब किया गया तो उनको जानकारी मिली कि कई अवकाश पर हैं। इसको लेकर भी उन्होंने नाराजगी जताई और कार्यालय अधीक्षक ओमवीर सिंह ने अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यालय उपस्थिति के साथ ही बिना अवकाश वाले अफसरों व कर्मियों की रिपोर्ट तलब करते हुए दोषी का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये। इस दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल, जलकल विभाग के एई सुनील कुमार के साथ ही अन्य विभागध्यक्ष और कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये हैं। 

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