सऊदी अरब सड़क हादसे में युवक की मौत, 25 दिन बाद गांव लौटा शव
गांव कुल्हेडी में छाया मातम, हजारों लोगों ने नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई, परिजनों में कोहराम;
मुजफ्फरनगर। चरथावल क्षेत्र के ग्राम कुल्हेड़ी निवासी 25 वर्षीय मुजीबुर्रहमान की सऊदी अरब के आबा शहर में एक दर्दनाक सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसे के पूरे 25 दिन बाद सोमवार को जब उसका शव गांव पहुंचा, तो पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। नम आंखों और गमगीन माहौल में मृतक के जनाजे को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
परिजनों के अनुसार, कुल्हेडी निवासी मुस्तकीम का जवान बेटा मुजीबुर्रहमान पछले छह वर्षों से सऊदी अरब के आबा शहर में रहकर एक निजी कंपनी में कार्यरत था। घर की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए वह काफी कम उम्र में विदेश गया था। मेहनत-मशक्कत कर वह परिवार को बेहतर जिंदगी देने का सपना देख रहा था, लेकिन एक सड़क दुर्घटना ने उसके अरमानों पर पानी फेर दिया। इसमें उसकी मौत हो गई, इस दुखद घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। शव को भारत लाने के लिए सऊदी प्रशासन और वाणिज्य दूतावास से संपर्क साधा गया, लेकिन प्रक्रियागत देरी के चलते शव को गांव तक पहुंचने में करीब 25 दिन का समय लग गया।
सोमवार सुबह जब शव गांव पहुंचा, तो परिजन शव से लिपट कर बिलख पड़े। गांव के सैकड़ों लोग अंतिम दर्शन के लिए इकट्ठा हुए। नमाज-ए-जनाज़ा अदा करने के बाद मुजीबुर्रहमान के जनाजे को गांव के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। गांववासियों ने सरकार से मांग की कि विदेशों में काम करने वाले भारतीय कामगारों के हितों की रक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं और ऐसी दुखद घटनाओं में त्वरित सहायता दी जाए।
मुजीबुर्रहमान के पिता मुस्तकीम ने बताया, “बेटा मेहनत करने गया था, परिवार का सहारा बनकर लौटा ही नहीं। अब उसकी यादें ही हमारे साथ हैं।” वहीं मृतक की मां बेसुध पड़ी हैं और उन्हें बार-बार होश में लाया जा रहा है। घटना पर कई सामाजिक संगठनों व जनप्रतिनिधियों ने भी दुख प्रकट किया। उन्होंने परिजनों को सांत्वना दी और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।