खाप चौधरी थे लखनऊ, उनके ट्रैक्टर पहुंचे गाजीपुर बार्डर!
किसान अंादोलन को लेकर सत्ता और विपक्ष में शह और मात का खेल चल रहा है। शनिवार को भाजपा के विधायक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रभावी पकड़ रखने वाली खाप पंचायतों के चौधरी लखनऊ में सीएम योगी से मुलाकात कर रहे थे तो रविवार को उनके ट्रैक्टर किसान आंदोलन में शामिल होने गाजीपुर बार्डर पर पहुंचे नजर आये। आंदोलन में रविवार को गठवाला और बत्तीसा खाप के 100 ट्रैक्टर पहुंचे।
गाजियाबाद। किसान अंादोलन को लेकर सत्ता और विपक्ष में शह और मात का खेल चल रहा है। शनिवार को भाजपा के विधायक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रभावी पकड़ रखने वाली खाप पंचायतों के चौधरी लखनऊ में सीएम योगी से मुलाकात कर रहे थे तो रविवार को उनके ट्रैक्टर किसान आंदोलन में शामिल होने गाजीपुर बार्डर पर पहुंचे नजर आये।
बता दें कि किसान अंादोलन को लेकर भाजपा के विरोध के कारण पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बनी गरमाहट के बीच ही भाजपा विधायक उमेश मलिक कुछ खाप चैधरियों को अपने साथ लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में लखनऊ पहुंचे थे। मीडिया के माध्यम से यह खबर मिली तो खापों में हलचल शुरू हो गई। इसके बाद इस मामले में नई तस्वीर भी सामने आयी।
खाप पंचायतों के कई चैधरियों ने रविवार को गाजीपुर बार्डर पर आकर ताल ठोंक दी। मंच से अपने संबोधन में बाबा श्याम सिंह मलिक बहाबड़ी ने गर्जना भरी। उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि सरकार खापों में घुसने का प्रयास न करे। हमारा यह सामाजिक ताना-बाना अपने लोगों की समस्याओं का सामाजिक सहमति से निस्तारण कराने के लिए है, यह सामाजिक व्यवस्था लोगों को जोड़ने का काम करती है, और खाप पंचायत पूरी तरह से किसान आंदोलन के साथ है। उन्होंने मंच से ऐलान किया कि लखनऊ में भाजपा विधायक के साथ सीएम योगी से मुलाकात के नाम पर जो हुआ उसका जबाब हम गाजीपुर बार्डर से देने आए हैं। सूत्रों के अनुसार शाम को गठवाला और बत्तीसा खाप के 50 से अधिक ट्रैक्टर आंदोलन स्थल पर पहुंच गए। किसान आंदोलकन को एक देशव्यापी जनांदोलन बनाने में अलग अलग राज्यों में किसान महापंचायत कर रहे भाकयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के बाहर चलने जाने के चलते भारतीय किसान यूनियन (युवा) के अध्यक्ष गौरव टिकैत ने गाजीपुर बार्डर पर खाप पंचायतों से आये इन ट्रैक्टरों और इनके साथ आये किसानों का स्वागत किया।
बत्तीसा खाप के बाबा सूरजमल ने अपने प्रतिनिधि के रूप में कंवरपाल मालैंडी को गाजीपुर बार्डर भेजा है। इसके अलावा गाजीपुर बार्डर पहुंचने वालों में बाबा रविंद्र मलिक लाख, बाबा आजाद मलिक पुरामहादेव, थांबेदार वीरसेन मलिक लिसाढ़ और निर्वाल खाप से सतपाल पहलवान रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर चल रहे धरने के मंच पर मौजूद रहे। सभी ने एक सुर में कहा कि खाप पूरी तरह से किसान आंदोलन के साथ हैं। बाबा श्याम सिंह ने मंच से सरकार को चेताया कि हमारे घर में राजनीति करने से बाज आए। मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंचे धर्मवीर सिंह निर्वाल ने सोशल मीडिया पर एक सवाल के जबाब में खुद कहा है कि निर्वाल खाप के बाबा चैधरी भलेराम निर्वाल जी हैं।
इससे स्पष्ट है कि खाप पंचायतों की केन्द्रीय चौपाल से मशहूर मुजफ्फरनगर के ऐतिहासिक गांव सौरम में केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान के विरोध के बाद हुए मारपीट प्रकरण के कारण भाजपा और किसान संगठनों के बीच खापों पर एकाधिकार को लेकर एक साइलेंट वार छिड़ चुकी है। बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट समाज की खाप पंचायतों का काफी प्रभाव सामाजिक स्तर पर माना जाता है। जाट यहां पर एक मजबूत वोट बैंक के कारण राजनीतिक उलटफेर करने में भी महारथ रखते हैं। यहीं कारण है कि इस क्षेत्र में भाजपा ने अपने किसान संवाद कार्यक्रम के लिए पार्टी के मजबूत और असरदार जाट नेताओं को मैदान मेें उतारा है।