undefined

राकेश टिकैत रोये-जब तक गांव से पानी नहीं आयेगा, पानी नहीं पियूंगा

गाजीपुर बाॅर्डर पर भाकियू नेता राकेश टिकैत ने अनशन शुरू करने का ऐलान करते हुए कहा कि मैं किसान नेता हूं किसानों के साथ जियूंगा और किसानों के साथ ही मेरी मौत होगी।

राकेश टिकैत रोये-जब तक गांव से पानी नहीं आयेगा, पानी नहीं पियूंगा
X

गाजियाबाद। गाजीपुर बाॅर्डर पर पुलिस प्रशासन के बड़े अफसरों के साथ तैनात पैरा मिलिट्री फोर्स के बीच किसानों के मंच पर भाकियू नेता राकेश टिकैत की आंखों से निकले आंसुओं ने इस आंदोलन को फिर से एक नये मोड पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि वह यहां पर अब अनशन शुरू कर रहे हैं और जब तक गांव से किसान अपने ट्रैक्टरों पर पानी लेकर यहां नहीं आयेंगे वह पानी ग्रहण नहीं करेंगे।

गाजीपुर बाॅर्डर पर किसान एकता मोर्चा के धरने पर पल पल तस्वीर और हालात बदल रहे हैं। सबसे पहले खबर आई कि राकेश टिकैत ने पुलिस व प्रशासनिक अफसरों से हुई वार्ता में सरेंडर करने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने बयान दिया था कि आधे घंटे में निर्णय ले लिया जायेगा। गाजीपुर बाॅर्डर से किसानों ने रवानगी भी करनी शुरू कर दी थी, लेकिन जैसे जैसे अंधेरा यहां पर गहराया और पुलिस व पैरा मिलिट्री फोर्स की संख्या में इजाफा हुआ, वैसे वैसे ही भाकियू नेता राकेश टिकैत के तेवर भी बदलने लगे।

उन्होंने प्रशासन को खुली चुनौती दी कि गोलियां चलाने से भी यहां किसान नहीं हटेंगे। इस उग्र तेवर के बाद राकेश टिकैत ने भावनात्मक रूप से इस आंदोलन को नया रुख देने का काम किया। उन्होंने मंच से अलग होकर मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि प्रशासन ने यहां पर पानी बिजली बंद कर अच्छा नहीं किया है। वह बार बार कह रहे हैं कि यहां से किसी भी सूरत में नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि वह प्रशासन के खिलाफ यहां किसानों के साथ अनशन शुरू कर रहे हैं और जब तक गांवों से अपने ट्रैक्टरों के साथ किसान पानी लेकर यहां नहीं पहुंचते हैं, तब तक मैं पानी की एक बूंद भी ग्रहण नहीं करूंगा। गांव के किसान हमारे साथ हैं। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि वह एक किसान नेता हैं और किसानों के हितों के लिए ही उन्होंने जीवन जिया है और किसानों के लिए ही वह मरने को तैयार हैं। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी बहने लगे थे।

Next Story