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6 मार्च को किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे, मुजफ्फरनगर से शुरू होगा ट्रैक्टर मार्च

6 मार्च को दिल्ली-एनसीआर के केएमपी एक्सप्रेस वे की नाकेबंदी की जाएगी। 8 मार्च को 'महिला किसान दिवस' मनाया जाएगा। 15 मार्च को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के 'निजीकरण विरोधी दिवस' के समर्थन करते हुए विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। पूरे भारत में "MSP दिलाओ अभियान" शुरू किया जाएगा।

6 मार्च को किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे, मुजफ्फरनगर से शुरू होगा ट्रैक्टर मार्च
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मुजफ्फरनगर। कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर देशभर के किसान बीते 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। किसान आंदोलन को 6 मार्च को 100 दिन पूरे होने पर किसानों ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद से ट्रैक्टर मार्च निकालने की घोषणा की है।

किसान एकता मोर्चा के फेसबुक पेज पर पोस्ट की गई एक सूचना के अनुसार, किसान संघर्ष के 100 दिन पूरे होने पर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के रामराज से संयुक्त मोर्चा द्वारा एमएसपी अधिकार यात्रा एवं काले कानून रद्द करने की मांग को लेकर ट्रैक्टर मार्च शुरू होगा, जिसमें 200 से अधिक ट्रैक्टर निरंतर चलेंगे। यह ट्रैक्टर यात्रा उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के 16 जनपदों से होकर गुजरेगी एवं जगह-जगह पर छोटी सभा कर लोगों को किसानों के आंदोलन से जुड़ने की अपील करेंगे। यह यात्रा 27 मार्च को गाजीपुर में समाप्त होगी। यात्रा संयुक्त मोर्चा के बैनर पर ही आयोजित कराई जाएगी।


इस बीच 'संयुक्त किसान मोर्चा' ने आज सिंघू बॉर्डर पर बैठक कर आने वाले दिनों के लिए आंदोलन के कार्यक्रमों का ऐलान किया। इन कार्यक्रमों के तहत 6 मार्च को दिल्ली-एनसीआर के केएमपी एक्सप्रेस वे की नाकेबंदी की जाएगी। 8 मार्च को 'महिला किसान दिवस' मनाया जाएगा। 15 मार्च को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के 'निजीकरण विरोधी दिवस' के समर्थन करते हुए विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। पूरे भारत में "MSP दिलाओ अभियान" शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं वहां 'संयुक्त किसान मोर्चा' बीजेपी को दंडित करने के लिए जनता से अपील करेगा।

'संयुक्त किसान मोर्चा' ने कहा कि 6 मार्च 2021 को, दिल्ली बॉर्डर्स पर विरोध प्रदर्शन शुरू होने के 100 दिन हो जाएंगे। उस दिन दिल्ली व दिल्ली बॉर्डर्स के विभिन्न विरोध स्थलों को जोड़ने वाले केएमपी एक्सप्रेसवे पर 5 घंटे की नाकाबंदी होगी। सुबह 11 से शाम 4 बजे के बीच जाम किया जाएगा। यहां टोल प्लाजा को टोल फीस जमा करने से भी मुक्त किया जाएगा। शेष भारत में, आंदोलन को समर्थन के लिए, और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए, घरों और कार्यालयों पर काले झंडे लहराए जाएंगे। 'संयुक्त किसान' मोर्चा ने प्रदर्शनकारियों को उस दिन काली पट्टी बांधने के लिए भी आह्वान किया है।

'संयुक्त किसान मोर्चा' 8 मार्च को 'महिला किसान दिवस' के रूप में मनाएगा। देशभर के सभी 'सयुंक्त किसान मोर्चे' के धरना स्थल 8 मार्च को महिलाओं द्वारा संचालित होंगे। इस दिन महिलाएं ही मंच प्रबंधन करेंगी और वक्ता होंगी। एसकेएम ने उस दिन महिला संगठनों और अन्य लोगों को आमंत्रित किया कि वे किसान आंदोलन के समर्थन में इस तरह के कार्यक्रम करें और देश में महिला किसानों के योगदान को उजागर करें। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर 15 मार्च 2021 को 'निजीकरण विरोधी दिवस' का समर्थन करते हुए 'सयुंक्त किसान मोर्चा' द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। एसकेएम इस दिन को 'कॉरपोरेट विरोधी' दिवस के रूप में देखते हुए ट्रेड यूनियनों के इस आह्वान का समर्थन करेगा, और एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करेगा।


जिन राज्यों में अभी चुनाव होने वाले है, उन राज्यो में 'संयुक्त किसान मोर्चा' भारतीय जनता पार्टी (BJP) की किसान-विरोधी, गरीब-विरोधी नीतियों को दंडित करने के लिए जनता से अपील करेगा। किसान मोर्चा के प्रतिनिधि भी इस उद्देश्य के लिए इन राज्यों का दौरा करेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे।


12 मार्च को बंगाल में किसानों की रैली हो रही है, जिसमें 'संयुक्त किसान मोर्चा' के नेता शामिल होंगे।'संयुक्त किसान मोर्चा' पूरे भारत में "MSP दिलाओ अभियान" शुरू करेगा। अभियान के तहत, विभिन्न बाजारों में किसानों की फसलों की कीमत की वास्तविकता को दिखाया जाएगा, जो मोदी सरकार व एमएसपी के झूठे दावों और वादों को उजागर करेगा। यह अभियान दक्षिण भारतीय राज्यों कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में शुरू किया जाएगा। पूरे देश के किसानों को भी इस अभियान में शामिल किया जाएगा।

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