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मुजफ्फरनगर.... कावड़ियों का शिविर बंद करने पर भड़की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल!

नगर पालिका के कांवड शिविर में व्यवस्था बदहाल होने पर चेयरपर्सन ने किया निरीक्षण, रोष जताते हुए कहा कि यो हेमराज सिंह बेशर्म हो गए हैं शिविर किसी हालत में बंद नहीं होने दूंगी आटा-दाल का भुगतान भी ईओ ने रोका, दुकानदारों ने सामान देने से किया इंकार, सभासद ओम सिंह पाल ने पहले कनेक्शन जुड़वाया, आज सवेरे दिया आटा दान, चेयरपर्सन बोलीं-ईओ पैसा नहीं देते तो अपने निजी खर्च से चलवाऊंगी कांवड शिविर

मुजफ्फरनगर.... कावड़ियों का शिविर बंद करने पर भड़की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल!
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मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के अधिकार सीज होते ही सारी व्यवस्था रामभरोसे होती नजर आ रही है। सावन के माह में भगवान शिव के भक्तों के द्वारा निकाली जा रही कांवड यात्रा के दौरान चेयरपर्सन ने जिस उत्साह और सेवाभाव से पालिका प्रशासन का पहला सेवा शिविर शुरू किया था, वह भी बदहाल होने लगा है। वहां पर शिवभक्तों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था के लिए सामान मिलना भी बंद हो गई।


कर्मचारियों को धमकाया जा रहा है तो बिलों के भुगतान के लिए ईओ कोई सहयोग नहीं कर रहे है। पालिका के सभासद अरविन्द धनगर, राजकुमार, सलेक चंद, ओम सिंह पाल के साथ ही धनगर समाज के लोगों ने सामाजिक चंदे से कांवड सेवा शिविर की व्यवस्था को संभाला और पालिका प्रशासन के प्रति रोष प्रकट किया। इसकी जानकारी मिलने पर आज चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने पालिका के शिविर का दौरा किया और कई गंभीर आरोप लगाते हुए स्पष्ट कर दिया कि पालिका का कांवड शिविर चंदे से नहीं चलेगा, ईओ ने पैसा नहीं दिया तो वह स्वयं अपने निजी खर्च पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्राथमिकता वाले इस कार्य को पूरा करायेंगी।

नगरपालिका परिषद् में इन दिनों भय की राजनीति की जा रही है। कर्मचारियों पर अफसर हावी होने लगे हैं और उनको जेल का डर दिखाकर खामोश किया जा रहा है। इसका कारण चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के वित्तीय अधिकार सीज करने की घटना मुख्य रूप से सामने आ रही है। चेयरपर्सन पर कार्यवाही के बाद से ही नगरपालिका के कांवड सेवा शिविर को सबसे पहले ओछी राजनीति का शिकार बनाया गया। वहां पर पहले जनरेटर को डीजल नहीं दिया, जिससे विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी। विद्युत कनेक्शन का पैसा जमा कराने का दावा करने वाले ईओ हेमराज सिंह अभी तक भी कनेक्शन कराने में सफल नहीं हो पाये। डीजल बंद हुआ तो सभासद ओम सिंह पाल ने अपनी जेज से 3360 रुपये बिजलीघर पर जमा कराकर शिविर में अस्थाई विद्युत कनेक्शन कराया। इसके बाद जब भोजन आदि की व्यवस्था के लिए ईओ ने पैसा देने से इंकार किया तो सभासदों और पालिका कर्मियों ने मिलकर 1.12 लाख रुपये का चंदा एकत्र किया। ईओ ने हाथ जोड़कर इस पैसे को वापस कराया।

इसके बाद फिर से शिविर में व्यवस्था को भंग करने के लिए ईओ हेमराज सिंह ने बिलों का भुगतान करने से इंकार करते हुए कर्मचारियों को जेल जाने का डर दिखाया है। इसको लेकर शुक्रवार की रात्रि एक बजे तक शिविर में भारी हलचल बनी रही। शिविर में भोजन आदि की व्यवस्था भंग होती देखकर सभासद अरविन्द धनगर, ओम सिंह पाल, राजकुमार और सलेकचंद के साथ ही धनगर समाज के लोग आगे आये। उनके द्वारा चंदा किया गया। भोजन आदि की सामग्री अपने खर्च पर लाये और व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास किया।

इसकी जानकारी मिलने पर शनिवार को सवेरे चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल कांवड सेवा शिविर में पहुंची और वहां की व्यवस्था को बदहाल देखकर उनका पारा चढ़ गया। चेयरपर्सन ने कहा कि एक भी दिन वह शिविर को बंद नहीं होने देंगी और न ही बोर्ड की बदनामी के लिए वह शिविर को चंदे से चलवायेंगी। उन्होंने कहा कि ईओ हेमराज सिंह गंदी राजनीति कर रहे हैं। पालिका बोर्ड ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता को देखते हुए शिवभक्त कांवडियों की सेवा के लिए पालिका का यहा पहला शिविर आयोजित करने की मंजूरी दी और इसके लिए 10 लाख रुपये का बजट पास किया गया। इसमें कर्मचारियों और सभासदों से पता चला है कि ईओ ने बिलों का भुगतान करने से मना कर दिया है।


जबकि भोजन आदि के लिए प्रतिदिन किरायाना आदि से सामान लिया जा रहा है, जिसके बिलों का भुगतान प्रतिदिन किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ईओ कांवड शिविर में व्यवस्था भंग कर खुद को बेशर्म साबित कर रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि एक मंत्री का हाथ सिर पर क्या आ गया है, कुछ लोग खुद को भस्मासुर समझ रहे हैं। वह कर्मचारियों को जेल भिजवाने का डर दिखाकर व्यवस्था को पंगू बना रहे है, लेकिन कहीं ऐसा न हो कि ये भस्मासुर खुद की अपने सिर पर हाथ रख लें और भस्म हो जायें।

उन्होंने कहा कि चंदे से किसी भी रूप में शिविर नहीं चलने दिया जायेगा। यदि शिविर को बंद ही कराना है तो ऐसी राजनीति करने के बजाये ईओ लिखित में इसे बंद करा दें। यदि ईओ ने पैसा नहीं दिया तो वह अपने निजी खर्च पर इस शिविर का संचालन करायेंगी। भोलों की सेवा में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि उनकी वित्तीय पावर सीज हुई है, वह बहाल भी हो जायेगी। वह आज भी प्रशासनिक शक्ति के साथ कुर्सी पर काबिज हैं, वह कुर्सी पर बैठकर पालिका में व्यवस्था दुरुस्त करा देंगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को डरने की आवश्यकता नहीं है, वह उनके साथ हैं।

सभासद अरविन्द धनगर ने आरोप लगाया कि ईओ हेमराज सिंह कांवड शिविर में अव्यवस्था फैलाने का काम कर रहे हैं। आज सवेरे भोजन के लिए आटा सभासद ओम सिंह पाल ने भिजवाया। उन्होंने दवाईयों का इंतजाम कराया। दूध और नाश्ता भी समाज के लोगों के चंदे से आया है। शिविर में विद्युत कनेक्शन भी हमने ही कराया है। ईओ कनेक्शन भी नहीं जुड़वा पाये हैं। रात एक बजे तक यहां पर कर्मचारी परेशान घूमते रहे। किसी भी सामान के लिए ईओ बिल पास नहीं कर रहे हैं, जो कर्मचारी बिल लेकर उनके पास जा रहा है, वह उसको जेल भेजने की धमकी देकर डरा रहे हैं।


किरयाना वाले ने सामान देने से इंकार कर दिया। भुगतान नहीं होने पर कोई भी सामान नहीं दे रहा है। ईओ सभी को कह रहे हैं कि चेयरपर्सन की पावर सीज है, अब सबका इलाज करा दूंगा। इसकी जानकारी हम सभी ने चेयरपर्सन को दी तो आज सवेरे उन्होंने दौरा किया और आश्वासन दिया कि शिविर पूर्ण व्यवस्था में चलाया जायेगा। उन्होंने यहां तक कहा कि ईओ शिविर के आसपास सफाई भी नहीं करा रहे हैं। शुक्रवार को शिविर के सामने ही कोई मरा हुए कुत्ते डाल गया, सफाई के लिए सभासद राजकुमार ने ईओ को फोन किया तो इंकार कर दिया।

शिविर में निरीक्षण के उपरांत चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कांवडियों को अपने हाथों से भोजन वितरित करते हुए सेवा की। इस दौरान सभासद राजकुमार, सलेक चंद, अरविन्द धनगर, राहुल कुमार, ओम सिंह पाल, सभासद पति मुनेश कुमार के साथ ही मातोश्री अहिल्याबाई होल्कर ट्रस्ट के पदाधिकारी व स्थानीय नागरिक भी मौजूद रहे।

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