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MUZAFFARNAGAR-खतौली चेयरमैन शाहनवाज लालू पर कार्रवाई, जाति प्रमाण पत्र निरस्त

निकाय चुनाव लड़े दो प्रत्याशियों कृष्णपाल और जमील अंसारी ने डीएम से की थी जाति छिपाकर चुनाव लड़ने की शिकायत, डीएम की अध्यक्षता में बनाई थी चार सदस्ीय जांच कमेटी, एसडीएम खतौली की आख्या के बाद ओबीसी जाति में जारी प्रमाण पत्र किया गया निरस्त

MUZAFFARNAGAR-खतौली चेयरमैन शाहनवाज लालू पर कार्रवाई, जाति प्रमाण पत्र निरस्त
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मुजफ्फरनगर। निकाय चुनाव के नतीजों के बाद खतौली नगरपालिका में चेयरमैनी जीते शाहनवाज लालू की जाति को लेकर परिणाम आने के बाद से ही सियासी माहौल लगातार गरम है। इसमें आज नया मोड़ आया। जाति छिपाकर चुनाव लड़ने और ओबीसी जाति का गलत ढंग से प्रमाण पत्र बनवाने के आरोप में की गई जांच के बाद आरोप साबित होने पर जिलाधिकारी ने शाहनवाज लालू को जारी ओबीसी जाति कलाल का प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया है। एसडीएम खतौली की जांच आख्या में उनकी जाति शेख मानी गई है। इसके बाद खतौली में नयी सियासी हलचल मच गई है।

बता दें कि 13 मई को नगरीय निकाय चुनाव का परिणाम आया था। इसमें खतौली नगरपालिका परिषद् से सपा-रालोद गठबंधन में रालोद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े शाहनवाज लालू ने जीत दर्ज की थी। उनकी जीत के बाद से ही उनके खिलाफ माहौल बनने लगा था। खतौली के पूर्व चेयरमैन पारस जैन ने आरोप लगाया था कि नवनिर्वाचित चेयरमैन हाजी शाहनवाज उर्फ लालू ने अपनी जाति छिपाकर धोखाधड़ी से चुनाव लड़ा है। शाहनवाज शेख बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं, जबकि इस बार खतौली सीट ओबीसी के लिए आरक्षित हुई थी। आरक्षण के कारण नवनिर्वाचित चेयरमैन ने कलाल जाति का प्रमाणपत्र बनाकर चुनाव लड़ा। पूर्व चेयरमैन पारस जैन ने पत्रकारों के सामने इसका खुलासा किया था और नवनिर्वाचित चेयरमैन शाहनवाज पर जाति छिपाकर गलत तरीके से चुनाव लड़कर आयोग और जनता के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही खतौली चेयरमैनी में शाहनवाज के मुकाबला पराजित होने वाले निर्दलीय प्रत्याशी कृष्णपाल पुत्र पूरण निवासी दुर्गापुरी तथा कांग्रेस प्रत्याशी जलीम अंसारी पुत्र रहमत इलाही निवासी मौहल्ला काजियान ने 18 मई को जिलाधिकारी को शिकायत करते हुए शाहनवाज के कलाल जाति के ओबीसी प्रमाण पत्र की जांच कराने की मांग की थी। आरोप लगाया था कि शाहनवाज के दादा और पिता की जमीन के कागजात में 1961 और 1964 में हुए जमीन के बैनामे में भी शेख जाति अंकित है। इससे साफ जाहिर होता है कि शाहनवाज शेख जाति से हैं। शेख जाति सामान्य वर्ग में आती है। खतौली सीट पहली बार ओबीसी के लिए आरक्षित हुई है। इसके चलते शाहनवाज ने धोखाधड़ी से उसी दिन कलाल जाति का प्रमाण पत्र बनवा लिया और चुनाव लड़ा।


जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने अपनी अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच समिति बनाई थी। इसमें एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, एसडीएम खतौली सुबोध कुमार और जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी शिवेन्द्र कुमार भी शामिल रहे। एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि जांच में एसडीएम खतौली की आख्या शामिल की गयी, जिसमें उन्होंने बताया कि शाहनवाज की जाति शेख ही है और उनको 23 मार्च 2023 को ओबीसी जाति कलाल के लिए जारी प्रमाण पत्र संख्या 036233001513 गलत ढंग से जारी किया गया। उन्होंने बताया कि डीएम के आदेश पर यह प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है। एसडीएम खतौली को इस सम्बंध में निर्देशित कर दिया है।

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