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अंबेडकर के संविधान को नहीं मानती है भाजपाः विश्वनाथ पाल

बसपा के मंडलीय सम्मेलन में प्रदेशाध्यक्ष ने उठाया पिछड़ों का मुद्दा, निकाय चुनाव का दिया मंत्र

अंबेडकर के संविधान को नहीं मानती है भाजपाः विश्वनाथ पाल
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मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश से अपनी सियासी जमीन खोती जा रही बहुजन समाज पार्टी को निकाय चुनाव के बहाने संजीवनी देने के लिए छेड़े गये अभियान के तहत सोमवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित बसपा के मंडलीय सम्मेलन में शिकरत करने पहुंचे पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि भाजपा हमेशा ही शोषितों, वंचितों, दलितों और पिछड़ों के अधिकारों के खिलाफ खड़ी रही है। निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण न दिये जाने का मामला इसका साक्ष्य है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा एक सोची समझी साजिश रचते हुए अंबेडकर के सर्वसमाज के लिए दिये गये संविधान को नहीं मानती है, वो इसमें दी गई आरक्षण की व्यवस्था को समाप्त करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने पिछड़ों का मुद्दा उठाकर उनसे एकजुट होने का आह्नान किया।


बसपा द्वारा सोमवार को जानसठ रोड स्थित ग्रीन फार्म हाउस में सहारनपुर मंडल पिछड़ा कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विश्वनाथ पाल का पहली बार आगमन पर तीनों जिलों के कार्यकर्ताओं ने गरमजोशी के साथ स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा के कारण ही आज प्रदेश में और देश में दलितों और पिछड़ों के साथ ही सर्व समाज के लोगों को उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। यदि भाजपा नियत साफ होती तो पिछड़ों के आरक्षण को लेकर प्रदेश में आज यह स्थिति उत्पन्न ही नहीं होती। उन्होंने कहा कि यूपी में बहन जी के आदेश से बसपा निकाय चुनाव दमखम के साथ लड़ेगी। यूपी की सत्ता में आज भले ही बसपा नहीं है लेकिन कार्यकर्ताओं को निराश होने की आवश्यकता नही है, जल्द ही यूपी में बसपा की सरकार बनेगी, तब हमारी सरकार सबके साथ न्याय करने का काम करेगी।


उन्होंने कहा कि इस देश में बाबा साहब ने जो संविधान बनाया था सर्वसमाज को वोट का अधिकार दिया था ताकि सभी समाज के लोग लोकसभा और विधानसभा जायेंगे और अपने समाज के अधिकार की आवाज उठाएंगे। 1952 में वोट का दौर शुरू हुआ 32 साल तक दलितों पिछड़ों को चुनाव नहीं लड़ाया गया। जब 1984 में बसपा का गठन हुआ और तब सर्वसमाज के लोग चुनाव लड़े। 32 सालों तक प्रजापति,लोहार, बाढ़ई, मौर्य, कुम्हार और राजभर को चुनाव नहीं लड़ाया गया, इतना बड़ा धोखा हुआ इन पिछड़ों के साथ।


विश्वनाथ पाल ने कहा कि ओबीसी की आबादी 52 प्रतिशत है इनको राजनीतिक भागीदारी मात्र डेढ़ से दो प्रतिशत मिलती थी। काशीराम और बहन जी की जब बहुजन समाज पार्टी बनी तो सर्वसमाज के साथ उन पिछड़ों का भी हिस्सा लग गया जो खाली वोट देने जाते थे। इससे पहले पिछड़ों को कोई पूछता ही नहीं था। आज तो बसपा है नहीं जितना अत्याचार करना हो कर लें, वक्त आएगा हम लोगों का भी हमारी भी सरकार आएगी सबको न्याय दिया जाएगा।


उन्होंने कार्यकर्ताओं को निकाय चुनाव के लिए तैयार रहने का निर्देश देते हुए कहा कि निकाय चुनाव में सबसे अच्छी भूमिका बसपा की रहेगी। लोग अफवाह फैला रहे हैं कि बसपा खत्म हो गई लेकिन बसपा कभी खत्म नहीं हो सकती हम लोग पूरे दमखम के साथ बहनजी के आदेश पर निकाय चुनाव लडेंगे सम्मेलन में मुख्य रूप से पूर्व विधायक इमरान मसूद, बिजेन्द्र कश्यप, मुख्य कोर्डिनेटर सतप्रकाश, सहारनपुर जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद, शामली जिलाध्यक्ष देवीदास जयंत, प्रभारी पुष्पांकर पाल, कुलवीर पाल, राकेश पाल, रविन्द्र पाल खतौली, ब्रिजेश लोहड्डा, विकास कुमार, मनोज कुमार, इंतजार त्यागी, प्रशांत पंडित, जियाउर्रहमान, आजाद मावी सहित तीनों जिलों से सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सतीश कुमार रवि और संचालन चांद सिंह कश्यप ने किया।

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