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दलित लखबीर को न्याय दिलाने सिंघू बॉर्डर पहुंचे चन्द्रमोहन

हिन्द किसान मजदूर समिति ने लखबीर की विधवा को सौंपा एक लाख रुपये का चेक, राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले-देश में तालीबानी सोच से जुड़ा किसान आंदोलन, लखबीर की हत्या से इंसानियत हुई शर्मशार, प्रियंका से किया सवाल-महिलाएं केवल यूपी में ही नहीं पंजाब में भी हैं, भेदभाव न किया जाये, लखबीर की विधवा की पीड़ा को भी समझें, लखबीर के परिजनों के लिए पंजाब सरकार से मांगा 50 लाख का मुआवजा, सरकारी नौकरी

दलित लखबीर को न्याय दिलाने सिंघू बॉर्डर पहुंचे चन्द्रमोहन
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मुजफ्फरनगर। सिंघू बॉर्डर पर पंजाब के दलित युवक की गुरूगं्रथ के अपमान के आरोप में की गई हत्या को लेकर आज हिन्द मजदूर किसान समिति ने मुजफ्फरनगर से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आवाज बुलन्द की है। इसके साथ ही समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष आध्यात्मिक किसान नेता चन्द्रमोहन महाराज ने सैंकड़ों किसानों और पीड़ित परिवार के साथ सिंघू बॉर्डर के लिए कूच किया। उन्होंने कहा कि देश में तालिबानी सोच वाली व्यवस्था को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग करते हुए कहा कि जब तक पीड़ित को इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक हम संघर्ष को जारी रखेंगे।


बता दें कि सिंघू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच ही पंजाब निवासी एक दलित मजदूर लखवीर सिंह की गुरूग्रंथ का अपमान करने के आरोप में नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई थी। इस मामले में एक निहंग सिक्ख को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में हिन्द मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमोहन ने दलित युवक की हत्या की निंदा करते हुए इस मामले में पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए आवाज बुलन्द की है। इसके लिए आज पंजाब से दलित लखवीर सिंह की पत्नी, भाई और अन्य परिजन भी यहां पहुंचे थे। जीआईसी मैदान पर चन्द्रमोहन के नेतृत्व में सैंकड़ों किसान एकत्र हुए यहां पर उन्होंने मृतक युवक की पत्नी को समिति की ओर से एक लाख रुपये का चेक सौंपा।

इस अवसर पर मीडिया से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि सिंघू बॉर्डर पर एक दलित मजदूर की हत्या से इंसानियत शर्मशार हुई है। संविधान का अपमान करते हुए वहां पर एक दलित की हत्या की गयी, जिसके खिलाफ आरोपों को लेकर कोई सुबूत भी नहीं दिया गया। उन्होंने किसान आंदोलन में आतंकवाद के सवाल पर कहा कि यह खुद ही जनता समझ रही है। किसान आंदोलन के दौरान जिंदा जलाने, रेप करने और दलित मजदूर की हत्या करने जैसे हिंसक मामले सामने आये हैं। यह 75 साल में पहली बार है कि कोई किसान आंदोलन हिंसक हो रहा है। अब हमने ठान लिया है कि किसान और मजदूरों की एकता का झूठा नारा देकर राजनीतिक सोच के साथ काम करने वालों का पर्दाफाश करेंगे और जब तक लखबीर सिंह के परिवार को न्याय नहीं मिलता हमारा संघर्ष जारी रहेगा।


उन्होंने कहा कि लखबीर सिंह की पत्नी मुजफ्फरनगर के किसानों के बीच न्याय मांगने के लिए पहुंची है। हम इस परिवार के साथ खड़े हैं और यहां से सिंघू बॉर्डर के लिए कूच किया जा रहा है। वहां पर जाकर हम संविधान को अपमानित करने वालों को सदबु(ि देने की प्रार्थना के साथ हवन करेंगे। इसके साथ ही हम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी मिलने का प्रयास करेंगे। हमारी मांग है कि लखबीर सिंह के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद के साथ ही उसके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाये। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस यूपी में पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ सकती है, यहां पर बिना सरकार के भी मुआवजा दे सकती है तो पंजाब में कांग्रेस पार्टी की सरकार लखबीर सिंह के परिवार के साथ क्यों खड़ी नजर नहीं आती है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती हम पीड़ित परिवार के लिए संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि आज किसान मजदूर एकता का झूठा नारा लगाया जा रहा है, ये लोग गरीब दलित पीड़ितों के साथ खड़े नजर नहीं आते हैं। ऐसे लोग किसानों के हितैषी होने का ढोंग कर रहे हैं।


उन्होंने कहा कि यूपी में महिलाओं को अधिकार दिलाने की प्रतिज्ञा करने वाली प्रियंका गांधी से भी हम सवाल करते हैं कि क्या महिलाएं केवल यूपी में ही हैं। पंजाब में महिलाओं के लिए उनकी सरकार क्या कर रही है। लखबीर की विधवा भी महिला है, किसी भी स्तर पर गरीबों व दलितों के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। उसको न्याय दिलाने की मांग हम प्रियंका गांधी से भी मिलकर करेंगे। इस अवसर पर मुख्य रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित मोलाहेडी, जिलाध्यक्ष धीर सिंह, जिला उपाध्यक्ष रमन सिंह, पदम सिंह, विनोद कुमार सहित सैंकड़ों किसानों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमोहन के नेतृत्व में सिंघू बॉर्डर के लिए कूच किया।

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