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PALIKA----शहर में अब नहीं पाल सकेंगे ‘खूंखार पिटबुल’

नगरपालिका परिषद् ने पिट बुल डाॅग पालने पर लगाया प्रतिबंध, बोर्ड बैठक में प्रस्ताव हुआ पास, आवारा कुत्तों का आतंक रोकने के लिए पालिका करायेगी नसबंदी

PALIKA----शहर में अब नहीं पाल सकेंगे ‘खूंखार पिटबुल’
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मुजफ्फरनगर। यूपी के कई जिलों में ‘खंूखार हमलावर’ के रूप में प्रतिबंधित किये गये पिट बुल डाॅग को लेकर नगरपालिका परिषद् ने भी आखिर बड़ा गंभीर फैसला लिया है। सोमवार को हुई पालिका की बोर्ड मीटिंग के दौरान सभासद द्वारा पिट बुल डाॅग पालने के खिलाफ लाये गये प्रस्ताव पर सदन ने सर्वसम्मति से मत देकर शहरी क्षेत्र में पिटबुल डाॅग पालने पर प्रतिबंध लगाने की ओर कदम बढ़ा दिया है। प्रस्ताव पारित होने बाद अब इसको लागू कराने की तैयारी है।

नगरपालिका की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप की तीसरी बोर्ड मीटिंग में यूं तो शहरवासियों और कर्मचारियों के हितों को लेकर प्रमुख प्रस्तावों पर सदन ने मुहर लगाई है। इसी में प्रस्ताव संख्या 132 के तहत वार्ड 49 के भाजपा सभासद मनोज वर्मा ने शहरी क्षेत्र में पिट बुल डाॅग पालने के लिए प्रतिबंध लगाने की मांग की। यह प्रस्ताव सदन में रखा गया। सदन में सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित किया गया है। सभासद मनोज वर्मा ने कहा कि नगरीय क्षेत्र में काफी संख्या में पिट बुल डाॅग लोगों के द्वारा पालने का एक चलन चल रहा है। यह खूंखार प्रजाति के हैं और मानवीय जीवन पर इनके कारण संकट बना रहता है। कई बार हमलों में लोग और बच्चे घायल हुए हैं। ऐसे में इनको पालने की खुली छूट देना मानवीय जीवन के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। मानवीय दृष्टिकोण के कारण हमने पिट बुल प्रजाति वाले डाॅग को शहरी क्षेत्र में पालने पर प्रतिबंध लगाने की मांग चेयरपर्सन से की थी, आज सदन में यह प्रस्ताव पारित हुआ है। इसके साथ ही पालिका ने शहरी क्षेत्र में आवारा कुत्तों की नसबंदी कराये जाने का प्रस्ताव पारित करते हुए अब इन फैसलों को जल्द से जल्द लागू कराने की तैयारी की है।


पालिका की जमीन पर अवैध कब्जा, नहीं हो रही कार्यवाहीः नगरपालिका के वार्ड सभासद रजत धीमान ने कहा कि उनके वार्ड में पालिका की भूमि पर अवैध कब्जा किया गया है। इसकी शिकायत निर्माण विभाग से की गई तो कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है। उनके वार्ड 21 में शाहबुदीनपुर का क्षेत्र भी लगा है, लेकिन सीएम नगर सृजन योजना में उनके वार्ड के नये क्षेत्र में कोई भी कार्य स्वीकृत नहीं किया गया है। ईओ ने जवाब दिया कि प्राथमिकता के आधार पर शासन से आये बजट के तहत ही कार्य स्वीकृत किये गये हैं। पारूल मित्तल ने कहा कि एक महीने में बोर्ड बैठक होती है, ऐसे में सदन में सभासदों को अपनी बात रखने से भी रोका जाता है। अन्नू कुरैशी ने कहा कि बार बार शिकायत के बावजूद भी कूड़ा वाहन खुले ही डम्पिंग ग्राउंड किदवईनगर में जा रहे हैं। तिरपाल ढककर नहीं ले जाये जा रहे हैं। चेयरपर्सन के आदेश पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि तिरपाला खरीदी गई हैं, जल्द ही वाहनों को ढककर ले जाये जाने की व्यवस्था होगी।

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