मुजफ्फरनगर में होटलों-ढाबों पर आतंकवाद फैला रहे हिंदूवादी संगठनः मौलाना तौकीर
आईएमसी अध्यक्ष ने पंडित जी वैष्णो ढाबा प्रकरण को लेकर दिया विवादित बयान, कहा-पहलगाम के आतंकियों की भांति हो कार्यवाही
मुजफ्फरनगर। कांवड़ यात्रा से पूर्व ही योग साधना आश्रम बघरा के पीठाधीश्वर स्वामी यशवीर महाराज के द्वारा कांवड़ मार्ग पर होटल ढाबों के कर्मियों और मालिकों की धार्मिक पहचान के लिए शुरू कराया गया पहचान अभियान गहरे विवादों में हैं, पंडित जी वैष्णो ढाबा पर हुए हंगामे के बाद होटल बंद है और एक पक्ष के पांच लोगों पर एफआईआर तो दूसरे पक्ष के छह हिन्दूवादी नेताओं को पुलिसिया नोटिस हलचल का कारण बना हुआ है। ऐसे में एआईएमआईएम के अध्यक्ष सांसद असदुदीन औवेसी के बाद अब आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर ने भी मुजफ्फरनगर में धार्मिक आधार पर पहचान के इस अभियान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह पहलगाम जैसा आतंकी हमला है। वहां धर्म पूछकर गोली मारी गई, यहां धर्म जानने के लिए होटलों पर गुंदागर्दी कर हिंदूवादी संगठनों के नेता कर्मचारियों की जबरन पेंट उतरवा रहे हैं।
मुजफ्फरनगर प्रकरण पर इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने बयान में कहा कि कांवड़ यात्रा के नाम पर मुजफ्फरनगर में ढाबों पर कर्मचारियों के कपड़े उतारकर जो लोग धार्मिक पहचान कर रहे हैं, वह पहलगाम में हमला करने आए आतंकियों की तरह हैं। फर्क इतना है कि वे विदेशी थे और यहां पैंट उतारकर पहचान करने वाले देशी हैं। ऐसे लोगों पर भी पहलगाम के आतंकवादियों की तरह कार्रवाई होनी चाहिए।
मौलाना तौकीर ने कहा कि सब्ज़ी और फल बेचने वालों से यात्रा कैसे अपवित्र हो सकती है, ये समझ से परे है। फिर भी अगर शासन की ओर से नेमप्लेट लगाने का आदेश है तो इस पर अमल किया जाना चाहिए। मुसलमानों को दाढ़ी और टोपी से अपनी पहचान उजागर करनी चाहिए। सभी मुसलमान ऐसा करें तो इस तरह के आदेश खुद ब खुद बंद हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपनी पहचान छिपाते हैं, इस वजह से ऐसी नौबत आती है। नसीहत देते हुए कहा कि जब तक अपनी पहचान जाहिर नहीं करोगे, ऐसे ही ज़लील किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी नई परंपरा पर रोक के नियम को समान रूप से लागू करना चाहिए।
कहा कि धर्म के आधार पर देश में बढ़ रही नफरत मुल्क के लिए अच्छी बात नहीं। इस पर रोक लगानी चाहिए। आईएमसी के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी ने उनके इस बयान की पुष्टि करते हुए बताया है कि यह बयान एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में मौलाना तौकीर रजा ने दिया है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हुकूमत ने जो आदेश जारी किया है, उससे क्या उनकी मुस्लिम दुश्मनी जाहिर नहीं होती है. जबकि मुसलमान कभी कावड़ यात्रा के आड़े नहीं आते हैं। मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि भाजपा की सारी सियासत मुस्लिम विरोध पर टिकी है, अगर मुसलमानों का नाम और मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने का काम अगर नहीं करें तो चुनाव में कहीं नजर नहीं आएंगे। उनका एक सूत्री कार्यकम है देश का नुकसान होता रहे है। मुसलमान और हिन्दू में नफरत बढ़ाओ और अपनी सत्ता हासिल करो और अपनी सरकार बनाओ।
मुजफ्फरनगर: होटलों में जाकर आधार कार्ड मांगने का अधिकार vigilante groups को किसने दिया है? समझ नहीं आ रहा कि सरकार, प्रशासन चला रही है या फिर ये ऐसे दल?pic.twitter.com/8klkx5vTNp
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 2, 2025
इससे पहले एआईएमआईएम के अध्यक्ष सांसद असदुदीन औवेसी ने भी मुजफ्फरनगर के इस प्रकरण की कड़ी निंदा की और अपने बयान में कहा है कि मुजफ्फरनगर में होटलों पर जाकर आधार कार्ड की जांच करने का अधिकार कुछ संगठनों को लोगों को किसने दिया, सरकार प्रशासन चला रही है या फिर ऐसे दल प्रशासन को चला रहे हैं। इस पर साध्वी प्राची ने भी बयान देकर स्वामी यशवीर महाराज के अभियान का समर्थन करते हुए कहा किम थूक और मूत्र जिहाद की मानसिकता से ये यात्रा अपवित्र होती है, ऐसे में कांवड़ मार्ग के होटल ढाबों पर पहचान होनी जरूरी है।