undefined

जयंत का संदेश-दिल जीत लिया, अब किस मंुह से इंकार करूं

पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चरण सिंह को भारत रत्न के ऐलान के बाद जयंत चैधरी ने साफ-साफ शब्दों में किया एनडीए गठबंधन स्वीकार, रालोद अध्यक्ष ने कहा-ये बहुत बड़ा दिन, मेरे लिए भावुक और यादगार पल, सांसद जयंत ने पीएम नरेन्द्र मोदी का जताया आभार

जयंत का संदेश-दिल जीत लिया, अब किस मंुह से इंकार करूं
X

मुजफ्फरनगर। केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को देश के दूसरे नेताओं के साथ सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने का ऐलान किया, तो इसके साथ ही करीब एक पखवाड़े से रालोद और भाजपा के मिलन को लेकर चल रही सियासी चर्चाओं के धुंधलके से निकलकर नये सियासी गठबंधन की तस्वीर भी पूरी तरह से सापफ हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल माइक्रो ब्लोगिंग साइट एक्स पर शुक्रवार सवेरे इसका ऐलान किया, तो अभी तक सियासी हलचल पर खामोशी अख्तियार करने वाले रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी एक्स पर ही आकर दिल जीत लिया, कहकर साफ स्वीकारोक्ति कर दी कि अब वो भाजपा के सहारे एनडीए का हाथ थामने जा रहे हैं। उनके दादा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चरण सिंह और पिता पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. चौ. अजित सिंह भी अपने दौर में भाजपा के साथ गठबंधन कर सियासी संदेश दे चुके हैं। अब जयंत चौधरी ने उसी राह पर चलकर पार्टी को देश में एक मजबूत स्थिति में लाने का काम किया है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा के साथ आने के सवाल पर मीडिया के समक्ष साफ कर दिया है कि अब वो किस मुंह से इंकार कर सकते हैं। इससे साफ है कि यूपी की सियासत में किसान कमेरा की राजनीति और लड़ाई भगवा ध्वज के नीचे नई करवट लेने जा रही है। इसका सीधा असर वेस्ट यूपी की सियासत पर नजर आयेगा।


साल 1977 में चौ. चरण सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ आते हुए अपनी जनता पार्टी का गठबंधन जनसंघ से किया था। उस दौर में इन गठबंधन के नेताओं ने भारतीय किसान दल के चुनाव निशान पर प्रत्याशी बनकर चुनाव लड़ा और बीकेडी से ही अटल बिहारी भी चुनाव जीते थे। इसके बाद साल 2002 में यूपी विधानसभा और 2009 में लोकसभा चुनाव में चौ. अजित सिंह भाजपा के साथ एनडीए में शामिल हुए। यूपी में 14 विधायक रालोद के जीते थे, लोकसभा चुनाव में मिली सात में पांच सीटों पर रालोद सांसद बनाने में कामयाब हुए थे। मुजफ्फरनगर सीट और नगीना सीट पर ही रालोद के प्रत्याशी चुनाव हारे थे। इसके बाद चौधरी परिवार की तीसरी पीढ़ी के रूप में जयंत चौधरी ने भाजपा की ओर कमद बढ़ाया, पहली सफलता में वो किसानों की करीब ढाई दशक पुरानी उस मांग को पूरा कराने में कामयाब हुए, जिसमें किसान और कमेरा वर्ग पूर्व पीएम चरण सिंह को भारत रत्न दिलाने के लिए संघर्ष करते आ रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की तो खुद रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने सामने आकर केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आज सीटों के बंटवारे की बात नहीं, आज धन्यवाद देने का दिन है। उन्होंने कहा कि मैं परिस्थिति को देखकर बात करता हूं। उन्होंने कहा कि अजित सिंह का अधूरा सपना पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि ये भावुक और यादगार पल है। यह फैसला पीढ़ियों तक याद रहेगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं कोई पोस्ट डिलीट नहीं करूंगा। कहा कि लोकतंत्र में शितायतें और आंदोलन होते हैं। जयंत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश मूल भावना को समझते हैं। भाजपा में जाने की बात पर कहा कि आज किस मुंह से इन्हें इनकार करूं। उधर, रालोद प्रमुख चौधरी जयंत सिंह ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि दिल जीत लिया है। उन्होंने पहली बार मीडिया के सामने आकर अपनी खुशी का इजहार किया। जयंत चौधरी ने पीएम नरेन्द्र मोदी के निर्णय की खूब प्रशंसा करते हुए कहा कि ये बहुत बड़ा दिन है। मेरे लिए भावुक और यादगार पल है। मैं भारत सरकार और विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं। इससे बहुत बड़ा संदेश पूरे देश में गया है। देश की भावनाएं सरकार के इस फैसले से जुड़ी हैं। मोदी जी ने साबित किया है कि वे देश की मूलभावना को समझते हैं...जो आजतक पूर्व की सरकार नहीं कर पाई वो फैसला नरेंद्र मोदी ने लिया है।


पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न की घोषणा के बाद मुजफ्फरनगर जिले में खुशी का माहौल है। चौधरी चरण सिंह ने साल 1971 का चुनाव मुजफ्फरनगर सीट से लड़ा था। हालांकि वो जीत नहीं पाये थे, यही उनका पहला लोकसभा चुनाव था। मुजफ्फरनगर से उनका गहरा नाता रहा। प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने के दौरान यहां लगातार आते-जाते रहे। इसके बाद साल 2019 में बागपत को छोड़कर अजित सिंह ने मुजफ्फरनगर से चुनाव लड़ा और जाट-मुस्लिम समीकरण में वो बेहद कम अंतर से पराजित हुए। इस बार यहां से जयंत चौधरी या चारू चौधरी के चुनाव मैदान में आने की अटकलें थी, लेकिन जयंत के राजनीतिक फैसले से अब इसकी संभावना क्षीण हो चुकी हैं, क्योंकि यह सीट गठबंधन में भाजपा के हिस्से में रहने वाली है। वहीं, पिछले कई दिनों से जयंत के भाजपा में जाने की बात जोर-शोर से चल रही है। इसी को देखते हुए पहले ही लग रहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान हो सकता है। अब जयंत ने साफ कर दिया है कि रालोद अगले दिनों में एनडीए का हिस्सा बनेगा। माना जा रहा है कि शुकतीर्थ में 12 फरवरी को होने जा रही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सभा में जयंत चौधरी भी मंच पर होंगे और इसी दिन रालोद के भाजपा के साथ आने का ऐलान किया जायेगा। इसी दिन रालोद के पूर्व अध्यक्ष अजित सिंह की जयंती भी है।

Next Story