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उत्तराखंड में हड़कम्प-कोरोना से महामंडेश्वर की देहरादून में मौत

कोरोना संक्रमण के बीच आयोजित किये जा रहे महाकुम्भ के सबसे बड़े साइड इफेक्ट के रूप में एक बुरी खबर ने सभी को चौंका दिया है। महाकुम्भ के दौरान साधू संतों के अखाड़ों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता नजर आया है। जो आंकड़े सरकार द्वारा दिये जा रहे हैं, उन पर गौर करें तो अखाड़ों में 6 से 10 संत रोजाना संक्रमित हो रहे हैं।

उत्तराखंड में हड़कम्प-कोरोना से महामंडेश्वर की देहरादून में मौत
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हरिद्वार। कोरोना संक्रमण के बीच आयोजित किये जा रहे महाकुम्भ के सबसे बड़े साइड इफेक्ट के रूप में एक बुरी खबर ने सभी को चौंका दिया है। अभी तक महाकुम्भ में कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति ही सामने आ रही थी, लेकिन आज कोरोना के चलते मौत होने की खबर ने सभी को हिलाकर रख दिया है। महाकुम्भ के दौरान साधू संतों के अखाड़ों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता नजर आया है। जो आंकड़े सरकार द्वारा दिये जा रहे हैं, उन पर गौर करें तो अखाड़ों में 6 से 10 संत रोजाना संक्रमित हो रहे हैं। महंत नरेन्द्र गिरी भी कोरोना संक्रमित हो गये थे।

अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देवदास (65) की मौत हो गई। कोरोना संक्रमित महामंडलेश्वर की देहरादून के निजी अस्पताल में मौत होने से हड़कंप मच गया है। महामंडलेश्वर चित्रकूट के रहने वाले थे और हरिद्वार कुंभ में आए थे। उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। गुरुवार को देहरादून के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। 12 अप्रैल को सांस में तकलीफ और बुखार की शिकायत के चलते महामंडलेश्वर को देहरादून के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महामंडलेश्वर की मौत से बैरागी संतों की छावनी में हड़कंप मच गया है। बता दें कि अखाड़े में महामंडलेश्वर का पद सबसे ऊंचा ओहदा होता है।

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