मिशन शक्ति-बेटियों के हाथ में रामपुर की कमान, इकरा बनीं डीएम तो प्रियांशी पुलिस कप्तान
मिशन शक्ति अभियान के लिए रामपुर के जिलाधिकारी और एसपी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महिला सशक्तिकरण अभियान के संकल्प को सार्थक करते हुए बेटियों को हौसला बढ़ाने का एक सराहनीय प्रदर्शन किया। दो दिन से रामपुर प्रशासन और पुलिस विभाग की कमान बेटियों के हाथों में रही। इनमें मजदूर की बेटी इकरा बी जिलाधिकारी बनीं तो वहीं छात्र प्रियांशी ने एसपी की कुर्सी संभाली।
लखनऊ। प्रदेश में महिला सम्मान, सुरक्षा और उनके सशक्तिकरण का संकल्प लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चलाये गये मिशन शक्ति कंपैन में बेटियों का हौसल बढ़ाने में अफसर भी जुदा अंदाज में काम कर रहे हैं। आज मिशन शक्ति के तहत बेटियों को जीवन का अविस्मरणीय पल देने के लिए रामपुर के जिलाधिकारी और एसपी की कार्यप्रणाली की प्रशंसा हो रही है। दो दिनों तक रामपुर जनपद के प्रशासन और पुलिस विभाग की कमान बेटियों के हाथों में रही। गुरूवार को जहां बेटियों को डीएम और एसपी बनाकर उनकी प्रशासनिक क्षमताओं को परखा गया, वहीं पुलिस कप्तान जैसा लीडरशिप आॅफर देकर इन बेटियों के हौसलों को पंख लगाने का काम किया गया। डीएम और एसपी सहित विभिन्न पदों पर रामपुर की 65 बेटियों ने दो घंटे काम कर अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया। वह पूरी तरह से प्रोफेशनल नजर आयी और जनता के दुख दर्द से भी खुद को जोड़ने का काम किया।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी द्वारा महिला सुरक्षा, स्वाभिमान एवं स्वावलंबन हेतु शरू किए गए अभियान '#MissionShakti' के अंतर्गत जनपद रामपुर में बेटियों को कुछ अंतराल (2 घंटे) के लिए जनपद के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों हेतु अधिकारी नामित कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। pic.twitter.com/bqM9lheMtN
— Government of UP (@UPGovt) October 23, 2020
राज्य में मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत लगातार ही महिलाओं, बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न मंचों पर कार्यक्रम आयोजित करने के साथ ही अफसर उनको प्रेरक संदेश देने के लिए उनके बीच जाकर प्रोत्साहित कर रहे है। योजनाओं का लाभ दिला रहे हैं और उनकी मेधा को देखकर पीठ भी थपथपा रहे हैं, लेकिन जिलाधिकारी रामपुर आन्जनेय कुमार सिंह ने तो बेटियों का हौसला बढ़ाने के लिए अपनी कुर्सी ही छोड़ दी। रामपुर में 22 अक्टूबर से बेटियों के सम्मान में प्रशासन द्वारा बड़ा अभियान चलाया गया। इस अभियान को 23 अक्टूबर को एसपी रामपुर ने और गति प्रदान की। डीएम के इस अभियान में 65 बेटियों को जनपद में दो घंटे के लिए नामित अधिकारी बनाया गया।
#MissionShakti_Rampur#नारी_सुरक्षा_नारी_सम्मान_नारी_स्वावलंबन#Girls_Lead_Rampur_Today#मिशन_शक्ति_रामपुर के अन्तर्गत थाना प्रभारी सिविल लाइन बनाई गई कु0 प्रतिभा कला को श्री बल्देव औलख मा0 मंत्री जी द्वारा किया सम्मानित #uppolice @dgpup @digmoradabad @shogungautam @BaldevAulakh pic.twitter.com/3fu2x0tN1a
— Rampur police (@rampurpolice) October 23, 2020
इसमें सवेरे दस बजे से 12 बजे तक डीएम और एसपी जैसे जिले के सर्वोच्च पदों पर बेटियों का कब्जा रहा। इस अभियान में रामपुर की नामित जिलाधिकारी के लिए चुनी गयी एक मजदूर की बेटी इकरा बी। इकरा के लिए यह बड़े गौरव का क्षण था। उन्हें जिले के सबसे बड़े अधिकारी यानी जिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठने का मौका मिला। उनके पास फरियादी आए तो उनका अंदाज विनम्र लेकिन इंटेलीजेसी वाला था। इन फरियादियों की समस्या को समझा, संवेदनशीलता से फैसला लिया और हल करने का आदेश दिया। उनके कार्य के अंदाज ने डीएम आन्जनेय कुमार सिंह सहित सभी का दिल जीत लिया। इकरा बी ने 2020 की यूपी बोर्ड परीक्षा में इंटर में जिला टाप किया है। यही कारण है कि उसका चयन डीएम के लिए हुआ। उनके साथ ही जिन अन्य बेटियों को अफसरों की कुर्सी संभालने का मौका मिला, वे भी हाईस्कूल और इंटर की मेधावी हैं।
#MissionShakti_Rampur#नारी_सुरक्षा_नारी_सम्मान_नारी_स्वावलंबन#Girls_Lead_Rampur_Today#मिशन_शक्ति_रामपुर थाना प्रभारी सिविल लाइन बनाई गई कु0 प्रतिभा कला द्वारा पुलिस डियूटी तथा उनके द्वारा किये जाने वाले कार्यो आदि के सम्बन्ध में दी गई वीडियो बाइट #uppolice @uppolice @dgpup pic.twitter.com/HAdG88MLDA
— Rampur police (@rampurpolice) October 23, 2020
गुरुवार सुबह साढ़े नौ बजे अफसर बनीं बेटियों के घर प्रशासन की गाड़ियां पहुंच गई। इसी अभियान में मिलक के क्योरार में रह रही इकरा बी के घर जिलाधिकारी की गाड़ी पहुंची, तो पड़ोसी भी चौंक गए। वहां पहले से ही तैयार खड़ीं इकरा कार से कलक्ट्रेट पहुंचीं। अपर जिलाधिकारी राम भरत तिवारी और जगदंबा प्रसाद गुप्ता ने डीएम की कुर्सी पर बैठाया। चंद मिनट बाद ही उन्होंने दफ्तरों में जाकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद करीब दो घंटे तक नामित डीएम इकरा बी ने फरियादियों की समस्याएं सुनीं। बिजली, राशन, मकान, जमीन और पुलिस से संबंधित 15 शिकायतें मिलीं। सोमवती समेत दो महिलाएं तो अपनी फरियाद सुनाते हुए उनके सामने रो पड़ीं। इस पर इकरा बी ने फरियादी सोमवती से पूछा कि क्या समस्या है? बताया गया कि पति की चार साल पहले मौत हो गई और ससुराल वाले घर से निकालना चाहते हैं।
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— DM Rampur (@DeoRampur) October 23, 2020
और आज
जनपद के विभिन्न थानों की बागडोर संभाली बेटियों ने
आइए सबसे मिलते हैं
इल्मा रानी
थाना प्रभारी
अजीमनगर#आज_बेटियों_के_हाथ_रामपुर #Girls_Lead_Rampur_Today@UPMahilaKalyan @MinistryWCD pic.twitter.com/R7A8FIc0vG
आदेश दिया कि स्वजन से बात की जाए, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाए। वहीं यमन जहां की आवास की मांग पर गरीबों की लिस्ट में उनका नाम होने की बात पूछी और आवास दिलाने के आदेश दिए। डीएम आन्जनेय कुमार सिंह से बोलीं, इनकी समस्या को गंभीरता से लेकर तुरंत समाधान होना चाहिए। डीएम ने तुंरत ही संबंधित अफसरों को फोन पर निर्देशित किया। इकरा बी एक दिन की डीएम बनकर बेहद खुश हुईं। इस हौसले से उसने ठान लिया है कि अब आईएएस बनने के लिए पूरी लगन से तैयारी करेंगी। इकरा की तरह ही श्री हरि इंटर कालेज की कक्षा 11 की छात्रा हाईस्कूल टाप करने वाली प्रियांशी सागर एसपी बनीं, उनके पास दो शिकायतें आईं। एएसपी बनीं शैला खान ने चेकिग के नाम पर वाहन चालकों को परेशान न करने के निर्देश दिए। नामित मुख्य विकास अधिकारी शौर्या गर्ग ने विकास योजनाओं का परखा।
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— DM Rampur (@DeoRampur) October 23, 2020
आज जनपद के विभिन्न थानों की बागडोर संभाली बेटियों ने
आइए मिलते हैं
आलिया रज़ा
थाना प्रभारी
केमरी#आज_बेटियों_के_हाथ_रामपुर #Girls_Lead_Rampur_Today@UPMahilaKalyan @MinistryWCD pic.twitter.com/KHgQQg1Yhl
शुक्रवार को भी यह अभियान जारी रहा। आज छात्र प्रतिभा कला को सिविल लाइन थाने का प्रभारी निरीक्षक बनाया गया। प्रतिभा पूरी तरह से प्रोफेशन नजर आयी। थाने पर पहुंची मंत्री बलदेव औलख को थाने का निरीक्षण कराया। महिला हेल्प डेस्क का उदघाटन किया और पुलिस अफसरों के साथ शहर का भ्रमण करते हुए प्रतिभा ने बिना मास्क घूम रहे लोगों और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान भी काटे। प्रतिभा इस अवसर को लेकर कहती हैं कि यह बहुत बड़ी बात है। इस दो घंटे में पुलिस की कार्यप्रणाली और वर्क लोड से वह रूबरू हुई। मैं इससे समझ सकी कि पुलिस की कार्य कितना टफ है। इस अभियान को लेकर जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह कहते हैं कि बेटियों का हौंसला बढ़ाने के लिए यह पहल की गई। वही एसपी रामपुर का कहना है कि इससे बेटियों को प्रोत्साहित किया गया, तो वहीं आम लोगों तक यह भी संदेश पहुंचाया गया कि पुलिस किन परिस्थितियों में कितनी मेहनत से काम करती है।