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Muzaffarnagar...भैंसाना शुगर मिल पर किसानों ने बांधे आवारा पशु

किसानों के बकाया 252 करोड़ रुपये का भुगतान हासिल करने को भाकियू की महापंचायत शुरू। नरेश टिकैत बोले-अपनी फसल की पाई-पाई लेकर ही शुगर मिल चलने देंगे किसान, किसानों की महापंचायत को लेकर अलर्ट रहा पुलिस प्रशासन, सड़क पर की बेरिकेटिंग।

Muzaffarnagar...भैंसाना शुगर मिल पर किसानों ने बांधे आवारा पशु
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मुजफ्फरनगर। शासन और प्रशासन की सख्ती, दिशा निर्देशों का ताक पर रखते हुए किसानों का गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान नहीं करने वाली हिन्दुस्थान गु्रप की शुगर यूनिट भैसाना मिल के खिलाफ बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के आह्नान पर क्षेत्र के किसानों ने मिल का घेराव करते हुए महापंचायत शुरू कर दी है। यह आंदोलन तीन दिन चलेगा। इन तीन दिनों में भुगतान नहीं करने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन चलाने की चेतावनी दी गयी है। इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने रोष प्रकट करते हुए गांव गांव से एकत्र कर किसानों द्वारा लाये गये आवारा पशुओं को भी मिल गेट पर बांधकर आवागमन बंद करा दिया। इस प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट नजर आया और कई सड़कों पर बेरिकेटिंग कर आवागमन बंद करा दिया गया था। इसके बावजूद भी हजारों की संख्या में किसान यहां पहुंचे। यहां भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि प्रशासन सुन ले, अपनी फसल का पाई पाई का हिसाब लेकर ही किसान यहां से उठेगा।


बता दें कि बुढ़ाना के भैंसाना मिल पर बकाया भुगतान को लेकर किसानों का धरना प्रदर्शन कई दिनों से चल रहा है। इसके बाद भी मिल द्वारा किसानों को पिछले पेराई सत्र का बकाया भुगतान नहीं किया गया। इसी को लेकर भाकियू ने तीन दिवसीय महापंचायत का ऐलान किया। आज से इसका आगाज हुआ है। बुधवार को किसान भारी संख्या में महापंचायत में शामिल हुए।


आज धरने को सम्बोधित करते हुए भाकियू अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत ने कहा कि गन्ने का भुगतान न मिलने से किसान अपने बच्चों की फीस तक जमा नही कर पर रह है। आवारा पशुओं ने फसल बरबाद कर दी है और सरकार ने अभी तक गन्ने के रेट तक घोषित नहीं किए है। शुगर मिल अपनी चीनी, शीरा, मैली व खोई सभी सामान बेच रही है। फिर भी किसानों का भुगतान नहीं कर रही है। किसानों का क्या दोष है। शुगर मिल की भुगतान व्यवस्था खराब है। मिल पर पांच वर्षों से कोई आंदोलन भी नहीं हुआ।


उन्होंने कहा कि अब किसान आंदोलन को तैयार है। आरपार का मामला किया जायेगा। किसान अपनी फसल की पाई पाई लेकर ही यहां से उठेगा, तब तक मिल नहीं चलने दी जायेगी। अभी तीन दिन का समय दिया जा रहा है। 20 तक भुगतान नहीं हुआ तो 21 से बड़ा आंदोलन किया जायेगा। महापंचायत में गांव वैल्ली, माजरा, शोरम, गोयला, शाहजुड्ड़ी आदि गांवों से हजारों किसान आवारा पशुओं के साथ यहां पहुंचे थे और इन पशुओं को मिल के गेट पर बांधकर मिल गेट बंद करा दिया।


इस दौरान मुख्य रूप से चौधरी शरणवीर सिंह, सर्वखाप मंत्री सुभाषा बालियान, जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, जिला महामंत्री अनुज बालियान, तहसील बुढ़ाना अध्यक्ष संजीव पंवार, विकास त्यागी, इसरार इदरीशी, विदुर मोहन, चंद्रपाल शर्मा, बिजेंद्र राठी, अनवर प्रधान, फेरु सिंह, ओमकार, सतपाल, बिजेंद्र प्रधान, मंगेश, ओमनाथ, विनोद माजरा सहित हजारों किसान शामिल रहे। यहां पर दिन रात धरना चलाने के लिए भाकियू ने वहीं पर भट्टी, अलाव और गरम कपड़ों का भी प्रबंध किया।

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