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Muzaffarnagar---जिले का हाल जानने आ रहे ‘सरकार’

प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंगर मिश्र के संभावित दौरे के कारण जिला प्रशासन दिन-रात कर रहा भागदौड़, सामने आया डीएम के आधी रात सड़कों पर निकल पैदल भ्रमण करने का मुख्य कारण, चारों कोनों को संवारने की तैयारी, जिले में समीक्षा बैठक के साथ ही परियोजनाओं का भौतिक सत्यापन करने को कर सकते हैं स्थलीय निरीक्षण, शुक्रतीर्थ जाकर करेंगे गंगा मैया को नमन

Muzaffarnagar---जिले का हाल जानने आ रहे ‘सरकार’
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मुजफ्फरनगर। पिछले करीब चार-पांच दिनों से जिला प्रशासन के अधिकारियों के लिए दिन का चैन और रात की नींद हराम सी नजर आ रही है। जनपद में चार्ज संभालने के बाद से ही ज्यादातर अभियानों और बैठकों से नदारद नजर आने वाले जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी अचानक ही आधी रात तक अफसरों के पूरे दलबल के साथ पैरों में चप्पल पहनकर सड़कों पर पैदल भ्रमण करते हुए नजर आते हैं। यहां वहां खड़े भारी वाहनों के साथ ही सड़कों पर और चैक चैराहों पर हुए अतिक्रमण को लेकर वो सख्ती दिखाते हैं और शहर में सफाई, पेयजल आापूर्ति, पथ प्रकाश सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए नगर मजिस्ट्रेट सहित 32 अधिकारियों की ड्यूटी भी लगा दी जाती है। इतना ही नहीं अचानक ही जिला प्रशासन को वहलना चैक के सौन्दर्यकरण, शहरी क्षेत्र के एंट्री प्वाइंट पर गन्दगी और सड़कों में गडढ़े भी दिखाई देने लगते हैं। ये सब अचानक इतनी तेजी से होता है कि महंगाई के इस दौर में रोजमर्रा की भागदौड़ के साथ ही दो जून की रोटी के जुगाड़ में व्यस्त आम आदमी के मन में सवाल उठने लगे। जवाब आया तो समस्याओं से मुंह फेरने वाले प्रशासनिक अमले के समस्याओं के समाधान के लिए बनी सक्रियता की पोल भी खुली। इसका मुख्य कारण आगामी दिनों में जनपद में प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के दौरे की संभावना को मुख्य कारण बताया जा रहा है।

दरअसल, यूपी के सबसे शक्तिशाली ब्यूरोक्रेट मुख्य सचिव का पद संभाल रहे दुर्गा शंकर मिश्र प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की मौजूदा सरकार का एक वर्ष पूर्ण होने और इसके साथ ही यूपी में भाजपा के योगीराज की सत्ता के छह साल पूर्ण होने पर जनपदों के दौरे पर निकल रहे हैं। उनके द्वारा जनवरी में इसकी शुरूआत की गयी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र तथा यूपी की प्रमुख धार्मिक नगरी बनारस का दौरा किया। इसके साथ ही वेस्ट यूपी में वो शुक्रवार को ही गाजियाबाद जनपद का दौरा पूरा कर प्रदेश मुख्यालय लौटे हैं। गाजियाबाद में अपै्रल के इसी पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा आरआरटीएस परियोजना का लोकार्पण करने की संभावना को लेकर यह दौरा होना बताया जा रहा है, लेकिन इसके साथ ही मुख्य सचिव का जिलावार दौरा कार्यक्रम भी इसके पीछे एक कारण रहा। अपने ट्वीटर अकाउंट पर गाजियाबाद दौरे की जानकारी और कुछ तस्वीरें भी मुख्य सचिव ने साझा की हैं। इसमें उन्होंने कहा है कि दिल्लीदृमेरठ के बीच निर्मित हो रहे भारत के प्रथम आरआरटीएस काॅरिडोर का निरीक्षण करना उनके लिए अत्यंत यादगार मौका रहा। बहुत जल्द इसके 17 किलोमीटर लंबे प्राॅयोरिटी काॅरिडोर के अन्तर्गत बनने वाले 05 स्टेशन का लोकार्पण सुनिश्चित होगा। वहीं 2025 तक मेरठ तक सम्पूर्ण आरआरटीएस काॅरिडोर व मेरठ मेट्रो पूर्ण हो जाएगा। बता दें कि मेरठ से आरआरटीएस को मुजफ्फरनगर तक लाने के प्रयास भी केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान द्वारा किये जा रहे हैं, जो इसके अगले फेस में शुरू होने की संभावना है।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार प्रदेश में कानून व्यवस्था, निर्माणाधीन परियोजनाओं और जी-20 की तैयारी, विकास एवं निर्माण कार्य आदि बिन्दुओं पर धरातल पर काम को परखने के लिए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के द्वारा जिलों में भ्रमण किया जा रहा है। वो समीक्षा भी कर रहे हैं। इसके तहत वो पूर्वांचल और पश्चिम यूपी के कई जनपदों में दौरा कर चुके हैं। गाजियाबाद के साथ ही मुजफ्फरनगर का दौरा भी होने की प्रबल संभावना थी, लेकिन फिलहाल ये दो चार दिनों के लिए टाल दिया गया है। वो सोनभ्रद, वाराणसी, ललितपुर और गाजियाबाद सहित कई जनपदों का दौरा कर चुके हैं। मुजफ्फरनगर में भी उनका दौरा होने के आहट के बीच ही आगमन को लेकर प्रशासनिक महकमा कई दिनों से पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर अभी मुख्य सचिव के दौरे के लिए कोई अधिकारिक कार्यक्रम प्राप्त नहीं हुआ है। प्रभारी अधिकारी वीआईपी नगर मजिस्ट्रेट अनूप सिंह ने बताया कि मुख्य सचिव के आने के लिए कोई प्रोग्राम अभी नहीं आया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि मुख्य सचिव को गाजियाबाद से यहां आना था, लेकिन अचानक ही उनका कार्यक्रम बदला गया है। इतना तय है कि मुख्य सचिव मुजफ्फरनगर का दौरा आगामी दिनों में जरूर कर सकते हैं। यही कारण है कि जिला प्रशासन जिले के विकास की तस्वीर पेश करने के लिए सभी कील कांटों को दुरुस्त करने में दिन रात जुटा है, उनको निरीक्षण कहां का कराया जाये और कहां की लोकेशन निर्धारित की जाये। यह परखने के लिए प्रशासनिक अफसर शहर की सबसे खूबसूरत चीजों की लिस्टिंग में लग गये हैं।

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