YOGI MANTRIMANDAL-मुजफ्फरनगर को एक और मंत्री मिलना तय
योगी सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार में राजपाल बालियान का नाम सबसे ऊपर, वादा निभाया तो रालोद कोटे से आयेंगे दो मंत्री, जयंत चौधरी जाट-मुस्लिम समीकरण बनाने के प्रयास में जुटे, शामली से अशरफ हो सकते हैं दूसरे मंत्री

मुजफ्फरनगर। राज्यसभा चुनाव में भाजपा के आठवें प्रत्याशी संजय सेठ की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले रालोद को अब वादे के अनुसार सत्ता की सीढ़ियां चढ़ाने का समय आ चुका है। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले पहले यूपी में योगी मंत्रीमंडल के विस्तार होना तय है। इसके लिए आज सीएम योगी और राज्यपाल आनंदी बेन के बीच हुई मुलाकात के साथ ही काउंट डाउन शुरू हो चुका है। इसमें भाजपा के साथ आने वाले दलों से कई लोगों को मंत्रीमंडल में स्थान मिलने जा रहा है। सबसे ज्यादा नजर रालोद पर है। माना जा रहा है कि इस मंत्रीमंडल विस्तार के साथ ही मुजफ्फरनगर जिले को एक ओर मंत्री मिलना तय हो चुका है। भाजपा से हुई डील पर काम हुआ तो रालोद कोटे से दो मंत्री बनेंगे, यह न भी हुआ तो भी मुजफ्फरनगर के हिस्से में नया मंत्री आना तय है।
उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार होने की चर्चाएं तेज हो गईं हैं। जहां दिल्ली में भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक हुई तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि यूपी में जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है। माना यह जा रहा है कि एनडीए के घटक दलों से मंत्री बनाने के फार्मूले पर एक दल एक मंत्री ही बनाया जायेगा। हालांकि रालोद और भाजपा के बीच गठबंधन पर हुई डील में यूपी सरकार में दो मंत्री, केन्द्र सरकार में एक मंत्री, दो लोकसभा सीट और एक राज्यसभा सीट तय की गयी है। यदि भाजपा ने वादा निभाया तो रालोद कोटे से दो मंत्री यूपी में बनाये जा सकते हैं, ऐसा हुआ तो एक कैबिनेट और एक राज्यमंत्री बनेगा।
मा. राज्यपाल श्रीमती @anandibenpatel जी से आज राजभवन, लखनऊ में मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज ने शिष्टाचार भेंट की।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) March 1, 2024
इस अवसर पर महाराज जी ने उन्हें 'रोम-रोम में राम' पुस्तक भी भेंट की। pic.twitter.com/oyPizuHlXA
अभी यही चर्चा है कि यूपी के मंत्रिमंडल में रालोद के एक विधायक को शामिल किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि रालोद अध्यक्ष चैधरी जयंत सिंह मुस्लिम और गुर्जर चेहरे पर दांव खेलने की तैयारी में हैं, तो राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस मंत्रीमंडल विस्तार के सहारे जयंत जाट-मुस्लिम के परम्परागत राजनीतिक गठजोड़ को भी साधने का प्रयास करेंगे। ऐसे में मुजफ्फरनगर और शामली की लाटरी लग सकती है। इस मंत्रीमंडल विस्तार में इतना तो तय माना जा रहा है कि मुजफ्फरनगर को एक नया मंत्री मिल सकता है। यहां बुढ़ाना सीट से विधायक राजपाल बालियान को मंत्री बनाने की पूरी पूरी संभावना है, इनके साथ मुस्लिम, गुर्जर और दलित जो भी समीकरण फिट बैठेगा, उसी के अनुसार जयंत चौधरी निर्णय लेंगे।
नतीजा जो भी हो, लेकिन इतना तो शत प्रतिशत तय हो चुका है कि मुजफ्फरनगर जिले को एक ओर नया मंत्री मिलने जा रहा है। पहले ही भाजपा से नगर विधायक कपिल देव अग्रवाल राज्य सरकार में स्वतंत्र प्रभार मंत्री हैं तो वहीं यहां से सांसद डाॅ. संजीव बालियान केन्द्र सरकार में राज्यमंत्री हैं। रालोद को दो मंत्री मिले तो मुजफ्फरनगर को एक कैबिनेट मंत्री मिल सकता है, वरना तो एक राज्यमंत्री पक्का है। माना जा रहा है कि रालोद की पसंद में जाट समाज को योगी मंत्रीमंडल में भागीदारी दिलाने की है, इसके साथ ही मुस्लिम, गुर्जर या दलित वर्ग से दूसरा मंत्री आ सकता है। ऐसे में बुढ़ाना सीट से विधायक राजपाल बालियान के मंत्री बनने की बात पक्के तौर पर कही जा रही है। रालोद के एक विधायक का कहना है कि जयंत चौधरी आज शाम तक निर्णय लेंगे। विधायक राजपाल बालियान पहली पसंद हैं, उनके साथ अशरफ अली का नाम भी चल रहा है। लेकिन अंतिम निर्णय क्या होगा यह किसी को पता नहीं है। रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक का कहना है कि गठबंधन पर बनी बात के अनुसार रालोद कोटे से यूपी में दो ही मंत्री बनने जा रहे हैं। पार्टी अध्यक्ष ने इसके संकेत भी दिये हैं, लेकिन अंतिम निर्णय अभी होना बाकी है। रात तक स्थिति क्लीयर हो जायेगी।