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मुजफ्फरनगर...अब रात्रि में नहीं मिलेगी रोडवेज बस!

कोहरे का असरः यात्री नहीं मिलने पर रात की बसों का बदला रूट, अब लंबी दूरी की बसों को दिन में लगाया, ट्रेन हो रही लेट, गई रेलगाड़ियों को किया रद्द

मुजफ्फरनगर...अब रात्रि में नहीं मिलेगी रोडवेज बस!
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मुजफ्फरनगर। कोहरे के कारण अब पूरी तरह से जनजीवन प्रभावित होने लगा है। इसका सबसे बड़ा असर यात्रा के संसाधनों पर पड़ा है। कोहरे के कारण अनेक लंबी दूरी की रेलगाड़ियां लेट हैं तो कोहरे के कारण रेल यातायात के संचालन में हो रही रेलगाड़ियों की देरी को देखते हुए काफी ट्रेन को रद्द भी किया जा चुका है। वहीं रोडवेज बसों का संचालन तो रात्रि में बंद कर दिया गया है। यात्रियों की कमी के कारण रोडवेज ने यह कदम उठाया है, सर्दियों में अब रात्रि के समय लोगों को लंबी दूरी की बसों की व्यवस्था से महरूम रहना पड़ रहा है। स्थानीय डिपो पर रात्रिकालीन बस सेवा को अगले दो दिनों में पूरी तरह से बंद कर दिया जायेगा। इसके लिए लखनऊ से भी ऑर्डर आ चुके हैं, जिनमें कम लोड फैक्टर के आधार पर रात्रिकालीन लंबी दूरी की बस सेवा को बंद करने पर जोर दिया गया है।

कोहरे का असर लंबी रूट की बसों पर भी पड़ने लगा है। रोडवेज ने रात में चलते वाली बसों की संख्या में कमी करने का फैसला लिया है, जिससे कोहरे में होने वाले हादसों पर अंकुश लग सके। केवल लंबी दूरी की उन बसों का ही संचालन किया जाएगा जिनमें कम से कम 15 यात्री सवार होंगे। अन्यथा बस सेवा को निरस्त कर दिया जाएगा। यह नियम वातानुकूलित सहित सभी बसों में लागू होगा। दरअसल, परिवहन निगम सर्दियों में बसों की समय सारिणी बदल देता है। सुबह और शाम की अंतिम बस सेवा में आधे घंटे का समय घटा देता है, ताकि कोहरे में बसों के संचालन पर ज्यादा असर न पड़े। एक कारण यह भी है कि कोहरा होने से सुबह और शाम को यात्री कम निकलते हैं। धीरे-धीरे सर्दी बढ़ने से रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या वर्तमान में भी कम होती जा रही है, जिसका असर परिवहन निगम के राजस्व पर पड़ रहा है। अब रोडवेज मुख्यालय ने सभी डिपो के लिए आदेश जारी कर दिया है कि लंबी दूरी की बसों को कम से कम 15 यात्री होने पर ही संचालित किया जाए, अन्यथा इन बसों की रूट पर नहीं भेजा जाए। साफ है कि रात्रि में सफर करने की आवश्यकता पड़ने पर रोडवेज के इस फैसले से यात्रियों को जरूर दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।


स्थानीय रोडवेज डिपो के केंद्र प्रभारी राजकुमार तोमर ने बताया कि कोहरे को देखते हुए रात के समय लखनऊ, आगरा, अंबाला, चंडीगढ़, देहरादून और दिल्ली के साथ ही दूसरे लंबे रूट पर जाने वाली वातानुकूलित एवं साधारण बसों में 15 से ज्यादा यात्री होने पर ही चलाने का निर्देश मिला है। उन्होंने बताया कि स्थानीय डिपो पर ऐसी करीब एक दर्जन से ज्यादा बसें हैं। इनको रात्रि में कम लोड फैक्टर के कारण अब दिन में एडजस्ट करने पर काम किया जा रहा है। इसके साथ ही इनकी दूरी को भी घटाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि लखनऊ अंबाला रूट पर दो वातानुकूलित बसें रात्रि सेवा से हटाई जा रही है। इनको दिन में दूरी घटाकर चलाया जायेगा। लखनऊ से मुजफ्फरनगर और दिल्ली से देहरादून की रात्रिकालीन सेवा को भी यात्री नहीं मिलने के कारण बंद कर इन बसों को दिन की सेवा में लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वह अभी डिपो से अमृतसर, चंडीगढ, अंबाला और जालंधर के लिए चलने वाली बसों की समय सारिणी तय कराने के लिए दौरे पर निकले हैं। अगले दो दिनों में रात्रिकालीन सेवा में लंबी दूरी की कुछ बसों को बंद कराने का निर्णय हो जायेगा। उनका कहना है कि रात्रिकालीन सेवा को बंद करने या सीमित करने के पीछे कम लोड फैक्टर के साथ ही कई जिलों में कोहरे की दस्तक के बाद सड़क हादसों में लगातार इजाफा होना भी प्रमुख कारण है। ऐसे में कोहरे को देखते हुए परिवहन विभाग ने बड़ा फैसला लिया, जिसमें अब रात 11 बजे के बाद बस नहीं चलेंगी।

लम्बी दूरी की ट्रेनें कई-कई घंटे लेट, कालका चल रही है रद्द

कोहरे का असर रेल यातायात पर भी पड़ा है। इनमें कई रेलागड़ियों का संचालन दिल्ली देहरादून रेल खंड पर बंद कर दिया गया है, जबकि कुछ प्रमुख रेलगाड़ियां अपने निर्धारित समय से कई कई घंटे देरी से चल रही है, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली लम्बी दूरी की ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई-कई घंटे की देरी से चल रही हैं। आज प्रातः के समय जम्मू तवी से जैसलमेर जाने वाली शालीमार एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से सवा सात घंटे की देरी से आई। वहीं अम्बाला से नई दिल्ली जाने वाली सुपर एक्सप्रेस एक घंटा तथा देहरादून से उज्जैन को जाने वाली उज्जैनी एक्सप्रेस 50 मिनट की देरी से मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची। प्रयागराज से सहारनपुर जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से तीन घंटे की देरी से पहुंची। इसके अलावा नई दिल्ली से अम्बाला जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस 3 घंटे की देरी से मुजफ्फरनगर पहुंची। पुरी से रिषिकेश जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 4 घंटे तथा नई दिल्ली से अम्बाला सिटी जाने वाली सुपर एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 4 घंटे की देरी से मुजफ्फरनगर पहुंची। ज्ञातव्य है कि कोहरे की संभावना के मद्देनजर कालका एक्सप्रेस को पहले ही रद्द कर दिया गया था, जो अभी भी रद्द चल रही है।

कोहरे की मार से विद्युत आपूर्ति ठप, कई लाइनों में फाल्ट

मुजफ्फरनगर घने कोहरे और ठंड के इस दौर में बिजली के बिना जीवन यापन भी मुश्किल हो रहा है। मंगलवार को सीजन की पहली कड़ाके की सर्दी ने बिजली विभाग की तमाम व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी। रात्रि में कोहरे के जोर पकड़ने के साथ ही शहरी इलाके में कई बिजली घरों से आपूर्ति बंद करनी पड़ी तो गांवों में भी बत्ती गुल रहने के कारण परेशानी उठानी पड़ी। यह आलम तब रहा जबकि मंगलवार को सहारनपुर से चीफ इंजीनियर एके आत्रेय जिला मुख्यालय पर व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए पहुंचे थे।

टाउनहाल के एक्सईएन डीसी शर्मा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में बिजलीघर से ब्रेक डाउन नहीं हुआ है, लेकिन जिन लाइनों के ऊपर पेड़ हैं, वहां कोहरे के कारण पेड़ों से पानी टपकने पर फाल्ट के कारण लाइन बंद की गई हैं। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसी प्रकार लाइन में फाल्ट होने के कारण बत्ती गुल रही। रोहाना बिजली घर के आधा दर्जन गांवों में रात्रि से सवेरे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। कल्लपुर कछौली गांव में तो दोपहर बाद आपूर्ति सुचारू हो पाई। विद्युत अधिकारियों का कहना है कि कोहरे के कारण लाइन में आने वाले फाल्ट की संख्या भी बढ़ जाती है। कुछ फाल्ट कोहरे के कारण होते है, कुछ वाहन द्वारा बिजली के खम्बो में टकराने से हो जाते हैं। ऐसे में बिजली विभाग का स्टाफ पूर्णतः निष्ठा से जन सेवा में लगा रहता है और जनता को बेहतर विद्युत आपूर्ति देने का प्रयास करता है। अधिकारियों ने अपील करते हुए कहा कि ऐसे में एक जिम्मेदार नागरिक होने के कारण हमारे उपभोक्ताओं के भी कुछ दायित्व है, जैसे कि बिजली चोरी न करना, यदि कोई आस पास बिजली चोरी करता है तो उसकी सूचना भी विभाग को दें। बिजली का सही इस्तेमाल करें। राष्ट्रहित में बिजली बचाए। बिजली की चेकिंग अभियान भी विभाग द्वारा जोरो शोरो से चलाया जा रहा है, यदि कोई भी बिजली चोरी करता पकड़ा गया तो उसे बक्शा नही जाएगा। इसलिए सभी उपभोताओ से अनुरोध है की बिजली चोरी से दूर रहकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें।

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