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Muzaffarnagar....जीआईसी मैदान पर किसानों का कब्जा

भाकियू की पंचायत में राकेश टिकैट का ऐलान-आरपार की लड़ाई के लिए तैयार रहें किसान, कहा-आज सम्मान बचाने को बड़ी कुर्बानी की आवश्यकता, झोपड़ी बनाकर रात बितायेंगे किसान।

Muzaffarnagar....जीआईसी मैदान पर किसानों का कब्जा
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मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार शनिवार को राजकीय इंटर काॅलेज के मैदान पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया। इसके साथ ही यहां पर गन्ना बकाया भुगतान, आवारा पशु और किसानों की प्रमुख समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर भाकियू ने यहां पर बेमियादी आंदोलन शुरू कर दिया है। किसानों के भारी संख्या में यहां पहुंचने का दौर सवेरे से ही शुरू हो गया था। दोपहर बाद भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चै. राकेश टिकैत भी लाव लश्कर के साथ यहां पहुंचे और किसानों से आरपार की लड़ाई के लिए कमर कसने का आह्नान किया। जीआईसी मैदान पर पूरी तरह से किसानों ने कब्जा जमाकर वहीं पर पंचायत शुरू कर दी। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने ऐलान कर दिया कि जब तक समाधान नहीं होगा किसान यहां से वापस घर नहीं लौटेगा, उन्होंने किसानों ने अपने टैंट तम्बू के साथ यहीं पर झोपड़ी लगा लेने की अपील करते हुए कहा कि जो यहीं पर रात बितायेगी वहीं सच्चा आंदोलनकारी है।


दिल्ली बाॅर्डर के आंदोलन के बाद भाकियू ने अब जिले में पहला बड़ा अंादोलन शुरू किया है। थाना सिविल लाइन क्षेत्र के जीआईसी मैदान को पूरी तरह से किसानों ने आज अपने कब्जे में ले लिया। यहां पर आयोजित पंचायत में आज मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पहले तैयारियों का जायजा लिया और फिर किसानों को एकजुटता के साथ इस आंदोलन को आरपार की लड़ाई के इरादे से चलाने का आह्नान किया। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के युवा जिलाध्यक्ष कपिल सोम के जेल जाने के बाद से ही भाकियू लगातार पुलिस प्रशासन पर किसानों के ज्यादती के आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी देती रही है।


इसी को लेकर पिछले दिनों खतौली तहसील में हुई महापंचायत में चैधरी राकेश टिकैत ने घोषणा की थी कि 28 जनवरी 2023 से एक बड़ा आंदोलन राजकीय इंटर काॅलेज मैदान मुजफ्फरनगर में शुरू किया जायेगा। इसी कड़ी में आज यह आंदोलन यहां पर शुरू किया गया। यहां पर ट्रैक्टर ट्राॅली के साथ ही मैदान पर भी किसानों ने अपने रहने के लिए झोपड़ी और खाने के लिए भटृटी आदि लगाने की मजबूत तैयारी कर संकेत दे दिया है कि यह आंदोलन कई दिनों तक जारी रहेगा। यूनियन के कार्यकर्ता व पदाधिकारी पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार अपने-अपने ट्रैक्टर ट्राॅली पर झोपड़ी बनाकर और रात में रुकने का बिस्तर तथा दिनचर्या का अपना आवश्यक सामान साथ में लेकर शनिवार की सुबह से राजकीय इंटर काॅलेज मैदान में पहुंचे थे।


दोपहर बाद यहां आये भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने जब मैदान पर ट्रैक्टर ट्राॅलियों और भैंसा बुग्गी के बजाये कार और बाइकों की संख्या ज्यादा देखी तो उन्होंने किसानों को कड़ी नसीहत देते हुए कहा किसानों का आंदोलन कारों से नहीं चलता, ट्रैक्टर और बुग्गी ही किसानों की पहचान है। उन्होंने कहा कि गाड़ी वाला खुद तो जायेगा ही, अपने साथ चार किसानों को और ले जायेगा। उन्होंने कहा कि जो यहां सर्दी का सामना करते हुए रात बितायेगा, वहीं असली आंदोलनकारी है। उन्होंने कहा कि आज पहला दिन है, हम आंदोलन की रूपरेखा बनाने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं। यहां पर आंदोलन कई करवट लेने जा रहा है। आज किसान बकाया गन्ना भुगतान नहीं मिलने, गन्ना मूल्य घोषित नहीं होने से मानसिक रूप से परेशान है। आवारा पशुओं की समस्या ने उसकी दिन रात की नींद और चैन छीन रखा है। सरकार कुछ भी नहीं कर पा रही है। ऐसे ही सवालों का जवाब लेने के लिए हम यहां बैठ रहे हैं। जब तक समाधान नहीं होगा, आंदोलन का यह टैंट अपने जगह पर कायम रहेगा। किसानों को यह आंदालन मजबूती के साथ चलाना होगा। उन्होंने कहा कि दो दिनों तक हम इस आंदोलन की रणनीति बनायेगे और इसके बाद इसे बड़ा रूप दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसान यहां पर गाजीपुर बाॅर्डर से भी लंबा आंदोलन चलाने के लिए तैयार रहें। हमें शासन और प्रशासन के साथ लंबी लड़ाई लड़नी होगी।


आज आंदोलन के दौरान मुजफ्फरनगर के साथ ही जनपद सहारनपुर, मेरठ, शामली और उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद के पदाधिकारी तथा किसान यहां पहुंचे थे। रविवार को बिजनौर, मुरादाबाद और अन्य जनपदों के किसानों के आने की संभावना है। इनके रहने और खाने पीने का प्रबंध किया गया है। किसानों के पीने के लिए नगरपालिका की ओर से पानी के टैंक लगाये गये थे। वहीं सुरक्षा बंदोबस्त के लिए सीओ सिटी एसएसपी आयुष विक्रम सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार सहित अन्य अधिकारी भी सवेरे से ही भ्रमण करते रहे। पंचायत में मुख्य रूप से चै. राकेश टिकैत के अलावा भाकियू के प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान, प्रदेश सचिव श्यामपाल सिंह चेयरमैन, मंडल अध्यक्ष नवीन राठी, जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, जिलाध्यक्ष शामली कलेन्द्र मलिक, जिलाध्यक्ष सहारनपुर चै. राजपाल सिंह, युवा जिलाध्यक्ष मेरठ अनुराग चैधरी, जिलाध्यक्ष हरिद्वार विजय शास्त्री, मंडल अध्यक्ष युवा विकास शर्मा, राहुल अहलावत, देव अहलावत, सतेन्द्र सिंह चैहान, सचिन चैधरी सोवी गुर्जर ककराला सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।

गला सूखा तो बिस्लेरी का पानी पीकर बझाई प्यास


किसान राजनीति का एक बड़ा चेहरा और नाम बने राकेश टिकैत देसी अंदाज रखते हैं, लेकिन आज उनके ठाठ भी मंच पर नजर आये। दिल्ली बाॅर्डर पर चल रहे अंादोलन के दौरान जब रात्रि में पुलिस फोर्स ने उनको हटाने का प्रयास किया तो सरकारी ज्यादती पर रूआंसू हुए राकेश टिकैत ने अपने गांव सिसौली से पानी आंने तक प्यास ही रहने का ऐलान कर दिया था और आधी रात के बाद जब सिसौली के किसान घड़े भरकर पानी लेकर पहुंचे तो स्टील के डिब्बे में खांटी देसी अंदाज में पूरे विश्व के मीडिया के सामने राकेश टिकैत ने पानी पीकर अपनी प्यास बुझाई थी और किसानों ने उनके आंसू पौंछते हुए इस आंदोलन को नई करवट दी थी, लेकिन आज जीआईसी मैदान पर देसी अंदाज रखने वाले राकेश टिकैत के ठाठ कुछ जुदा नजर आये। मंच पर पहुंचे राकेश टिकैत को खुली हवा के बीच खिली धूप लगी तो बोलते हुए उनका गला भी सूख गया और उन्होंने पानी की तलब की तो उनके हाथ में बिस्लेरी की पानी की बड़ी बोतल पकड़ा दी गयी। राकेश टिकैत ने बोतल का ढक्कन खोला और मुंह से लगाकर तृप्त होने तक नहीं हटाया। उनका बिस्लेरी पीना चर्चाओं में बना रहा।

हर दिन सुबह को होगी किसानों की हाजिरी, नौ ब्लाॅक पर भोजन की जिम्मेदारी

भाकियू के जीआईसी मैदान मुजफ्फरनगर पर आंदोलन के लिए पूरी तैयारी की गई है। आज यहां पहुंचे राकेश टिकैत ने किसानों और यूनियन नेताओं के साथ रणनीति बनाई। इसमें यहां पर ठहरने, सोने और टिकने को लेकर जिम्मेदारी तय की गयी है। भोजन की जिम्मेदारी जिले के सभी नौ ब्लाॅक की टीम को दी गयी है। हर ब्लाॅक की अलग भट्टी लगाई गयी है। सवेरे दस बजे यहां पर किसानों और यूनियन पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की हाजिरी होगी। ज्यादा से ज्यादा किसानों को रात को यहीं पर रुकने के लिए कहा गया है। हाजिरी को ही अंादोलन की पक्की गिनती माना जायेगा। राकेश टिकैत ने किया किसानों से धरना स्थल पर ही झोपड़ी डालने के लिए कहा है।

लाला लाजपतराय को किया टिकैत ने नमन


भाकियू नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को किसान आंदोलन में जीआईसी मैदान पर जाने से पहले प्रकाश चौक मुजफ्फरनगर पहुचंकर देश के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी अमर शहीद लाला लाजपतराय की प्रतिमा पर जाकर उनकी जयंती पर श्र(ासुमन अर्पित करते हुए नमन किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को भी लाला जी की भांति लाठियां खाकर सम्मान बचाने के लिए इस आंदोलन को सफल बनाने को अपनी मजबूत तैयारी करनी होगी।

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