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मुजफ्फरनगर की बेटी सृष्टि ने खोले नये रास्ते...शिवपाल यादव ने दी बधाई, मंत्री कपिल देव ने खिलाई मिठाई

चौधरी इलम सिंह गुर्जर की भतीजी का एनडीए में हुआ सलेक्शन, पहले स्कूल किया था टॉप, अब एनडीए में बाजी मारकर बढ़ाया जिले का मान

मुजफ्फरनगर की बेटी सृष्टि ने खोले नये रास्ते...शिवपाल यादव ने दी बधाई, मंत्री कपिल देव ने खिलाई मिठाई
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मुजफ्फरनगर। भारतीय पहलवान गीता फोगाट की सफलता और उनके पिता महावीर सिंह के बेटियों को अखाड़े में उतारने के सामाजिक बंदिशों के विपरीत लिये गये फैसले के संघर्ष को बयां करती बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान की फिल्म 'दंगल' का एक डॉयलाग ''म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के''...आज मुजफ्फरनगर की बेटियों पर सटीक साबित हो रहा है। आज इंग्लैंड के शहर बर्मिंघम की सरजमीं पर भारतीय तिरंगा की शान बढ़ाने और देश को मान ऊंचा करने में मुजफ्फरनगर की बेटियों ने अपने प्रतिभा प्रदर्शन से यह साबित भी किया है कि वास्तव में मुजफ्फरनगर की बेटियां किसी भी मुकाबले में बेटों से कहीं कमतर नहीं है। बेटियों के इस सराहनीय प्रदर्शन के बीच ही मुजफ्फरनगर की एक ओर बेटी ने देश सेवा के लिए नये रास्ते खोलने का काम किया है।

केवल 19 साल की आयु में किया कमाल, छू लिया आसमां


सरकार ने महिलाओं को भारतीय सेना का एक मजबूत अंग बनने के लिए व्यवस्था दी तो जिले की एक बेटी ने स्कूल से निकलते ही नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) में चयनित होकर जिले को गौरवान्वित किया है। जिले की राजनीति में एक खास पहचान रखने वाले चौ. इलम सिंह गुर्जर की भतीजी सृष्टि सिंह गुर्जर का एनडीए में चयन होने पर खुशी का माहौल है। इस परिवार को उत्तर प्रदेश के प्रमुख राजनेताओं में शामिल शिवपाल सिंह ने बधाई दी है तो वहीं सीएम योगी के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस बेटी को मिठाई खिलाकर उसका उत्साह बढ़ाया है। सृष्टि सिंह ने यह उपलब्धि मात्र 19 साल की आयु में हासिल की है। सृष्टि सिंह का जन्म रणवीर सिंह के परिवार में जुलाई 2003 में हुआ था।

कक्षा 12 की वार्षिक परीक्षा में सृष्टि ने स्कूल किया था टॉप

जिले के मेरठ रोड स्थित मौहल्ला रामपुरम में रहने वाले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ;लोहियाद्ध के जिलाध्यक्ष चौ. इलम सिंह गुर्जर के परिवार में एक बेटी की उपलब्धि के कारण खुशियां छाई हैं। उनके छोटे भाई शहर के मौहल्ला द्वारिकापुरी निवासी चौ. रणबीर सिंह की पुत्री सृष्टि सिंह का एनडीए में चयन होने से परिवार के साथ ही जिले में खुशी का माहौल है। यह पहला अवसर है जब मुजफ्फरनगर की कोई बिटिया भारतीय सेना में अफसर बनने के लिए चुनी गई है। इलम सिंह के अनुसार एनडीए में चयनित सृष्टि सिंह गुर्जर उन प्रतिभावान 19 बेटियों में शामिल है, जो भारत सरकार द्वारा पहली बार लड़कियों के लिए खोली गई एनडीए परीक्षा में चुनी गई है। सृष्टि होली एंजेल कान्वेंट स्कूल की गत वर्ष की टॉपर है। उसने गत वर्ष स्कूल में कक्षा 12 की वार्षिक परीक्षा में अपना स्कूल टॉप किया। स्कूल से निकलकर सृष्टि सीधे भारतीय सेना में अधिकारी बनने का गौरव पाने का रिकार्ड बना पाई हैं।

एनडीए खडकवासला ज्वाइन करने का मिला लेटर


सृष्टि सिंह की इस सफलता पर उनके पिता रणवीर सिंह ने बताया कि 5 अगस्त 2022 को एनडीए में चयन होने के लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ रिक्रूटिंग इंटीग्रेटिड हैड क्वार्टर ऑफ मिनिस्टरी ऑफ डिफेंस की ओर से लेफ्टिनेंट कर्नल के द्वारा ज्वाइनिंग लेटर जारी किया गया है। इसमें सृष्टि सिंह के नेशनल डिफेंस अकादमी वूमेन-148वीं कोर्स के लिए नेशनल डिफेंस अकादमी खड़कवासला ज्वाइन करने के लिए कहा गया है। ज्वाइनिंग लेटर आने के बाद से ही परिवार में दिवाली जैसा जश्न मन रहा है। परिवार में खुशी व जश्न का माहौल है और उनके माता-पिता मिठाई खिलाकर आशीर्वाद दे रहे हैं। उन्होंने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता वह ताऊ जी इलम सिंह गुर्जर को दिया। सृष्टि सिंह भी इस सफलता से उत्साहित है। उसने बताया कि वह बचपन से ही आर्मी को लाइक करती रही है। इसकी वजह उसने अपने परिवार में आर्मी की सेवा को करीब से देखा है। उनकी नानी का परिवार आर्मी से संबंधित था। सृष्टि ने बताया कि नानी का भाई आर्मी में लेफ्टिनेंट गवर्नर के पद पर रहते हुए देश की सेवा में शहीद हो गया था।

शिवपाल यादव ने पत्र भेजकर दी बधाई


एनडीए में चयन की सूचना मिलते ही उनके परिवारजन व शुभचिंतकों का तांता सृष्टि सिंह को आशीर्वाद देने के लिए लग गया है। इसी कड़ी में योगी सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल भी रणवीर सिंह के घर पर पहुंचे और सृष्टि सिंह को मिठाई खिलाकर इस सफलता के लिए बधाई दी। मंत्री कपिल देव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की महिलाओं को सम्मान देते हुए भारतीय सेना में अफसर बनने का जो अवसर प्रदान किया है, वह सराहनीय है और आज बेटियां एक उत्साह के साथ भारतीय सेना में सेवा देने के लिए तैयार हैं। वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ;लोहियाद्ध के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने भी पार्टी के जिलाध्यक्ष इलम सिंह को पत्र भेजकर उनकी भतीजी सृष्टि को इस सफलता के लिए बधाई दी है।

देश की 19वीं और यूपी की दूसरी कैडेट बनी सृष्टि


नेशनल डिफेंस अकादमी में महिलाओं को लैंगिक आधार पर समानता देने की मांग और लड़ाई काफी लंबी है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अगस्त 2021 में केन्द्र सरकार को सेना में महिलाओं को भी कमीशन दिये जाने के आदेश दिये तो सरकार ने पहली परीक्षा का आयोजन कराया। हर साल यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ;यूपीएससीद्ध की परीक्षा के तहत एनडीए में चयन किया जाता है। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की गई एनडीए और एनए परीक्षा 2022 के लिए आयोग ने आवेदन प्रक्रिया 22 दिसंबर 2021 से शुरू की थी और अभ्यर्थियों से 11 जनवरी 2022 तक आवेदन मांगे थे। इसमें पहली बार महिलाओं को भी शामिल किया गया, जिसमें देश में 19 महिला कैडेट अफसर के लिए चुनी गई हैं, इनमें उत्तर प्रदेश से केवल दो कैडेट सफल रहीं, जिनमें सृष्टि सिंह भी शामिल है। नेशनल डिफेंस एकेडमी एवं नवल एकेडमी की इस भर्ती में देशभर के भिन्न-भिन्न प्रदेशों में स्थित छोटे-छोटे जिलों, कस्बों, से सैकड़ों की संख्या में महिला उम्मीदवारों ने आवेदन किया। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा रहा है कि सफलता के इस स्पेशल कोर्स में कानपुर, लखनऊ, ओरई, मुजफ्फरनगर, सोनिपत, बिलासपुर, शिमला, दिल्ली, चण्डीगढ़, चरखारी दादरी, भिवानी, रिवाड़ी, भोपाल, नागौर, गाजियाबाद, हाथरस, अमेठी, आगरा, मेरठ, हरदोई जैसे अन्य कई छोटे-छोटे जिलों की रहने वाली बेटियों ने एनडीए का एग्जाम क्रैक करने के लिए प्रयास किया।

पहले तीन साल पढ़ाई और फिर एक साल की ट्रेनिंग

नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी एनडीए महाराष्ट्र के पुणे के खड़कवासला में स्थित है। यह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी भारतीय सशस्त्र सेना की एक संयुक्त सेवा अकादमी है, जहां तीनों थलसेना, नौसेना और वायु सेना के कैडेटों को उनके संबंधित सेवा अकादमी के पूर्व कमीशन प्रशिक्षण में जाने से पहले, एक साथ प्रशिक्षित किया जाता है। इस परीक्षा में चयनित होकर आर्मी विंग में जाने वाले कैडेट्स को पहले राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में 3 साल की पढ़ाई और ट्रेनिंग दी जाती है और फिर इसके बाद एक साल की ट्रेनिंग के लिए भारतीय सैन्य अकादमी में भेज दिया जाता है। यहाँ से ट्रेनिंग पूरी करने के बाद कैडेट्स को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन दिया जाता है। लेफ्टिनेंट के पद के बाद कैडेट्स सेना में कैप्टेन, मेजर, लेफ्टिनेंट कर्नल, कर्नल, ब्रिगेडियर, मेजर जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल तथा जनरल के पद तक जा सकते हैं। सेना में जनरल का पद सबसे ऊपर आता है। ट्रेनिंग के एक साल के दौरान कैडेट को 56 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन के रूप में दिये जाते हैं।

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