undefined

आधी रात जिंदा हो गया नोना का मोन्टी

जिसे मेरठ से सिर कटी लाश के रूप में गांव लाय परिजन, वो चंडीगढ़ में अपनी पे्रमिका संग जीवित मिला, मन्सूरपुर पुलिस ने किया बरामद, सिर कटी लाश प्रकरण में नाटकीय मोड़, शव को वापस दौराला ले गई पुलिस।

आधी रात जिंदा हो गया नोना का मोन्टी
X

मुजफ्फरनगर। दो जिलों के पुलिस महकमे में हलचल मचाकर रख देने वाली सिर कटी लाश के प्रकरण में एक नाटकीय मोड़ आ जाने से एसभी हतप्रभ हैं। करीब एक पखवाड़ा पूर्व अपनी प्रेमिका के संग घर से गायब हुए मोन्टी पहले सिर कटी लाश के रूप में गांव में आया, लेकिन अचानक आधी रात को मोन्टी जीवित हो गया। मोन्टी के घर भले ही परिजनों के पास उसकी सिर कटी लाश पड़ी हो, लेकिन पुलिस ने मोन्टी को उसकी प्रेमिका के साथ चंडीगढ़ से जीवित और सकुशल बरामद कर लिया। मोन्टी बरामद हुआ तो मेरठ पुलिस सिर कटी लाश को फिर से अपने साथ वापस ले गयी। परिजन भी हैरान हैं और आरोपी भी परेशान हैं कि जिस मोन्टी को लाश के रूप में गांव वालों ने देखा, वो आज उनके सामने जीवित खड़ा हुआ था। उसकी प्रेमिका भी उसके साथ थी। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है तो वहीं मेरठ पुलिस के लिए सिर कटी लाश का प्रकरण एक बार फिर चुनौती बन गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार गत नौ सितंबर को मेरठ जनपद मेरठ में दौराला थाना क्षेत्र स्थित सरदार पटेल कृषि विवि-पबरसा रोड पर नाले में एक शव बरामद हुआ था। शव का सिर और हाथ कटा हुआ था। पुलिस ने शव को मोर्चरी भेज दिया था। दौराला पुलिस ने शव की पहचान कराने के लिए फेसबुक पर बनाए ग्रुपों और थानों के 1626 सोशल मीडिया ग्रुप में उसके फोटो भेजे थे। दौराला थाने से वायरल सिर कटी लाश के फोटो जब जनपद मुजफ्फश्रनगर के थाना मंसूरपुर पुलिस ने देखे तो थाना क्षेत्र के गांव नोना से अपनी प्रेमिका के साथ लापता चल रहे मोंटी पुत्र सुरेश के परिवार वालों को जानकारी दी। मंसूरपुर पुलिस के साथ बुधवार को लापता मोंटी के भाई-बहन और परिवार वाले मेरठ जनपद में मोर्चरी पहुंचे तो उन्होंने सिर कटी लाश के रूप में मिले अज्ञात युवक के शव की पहचान मोंटी के रूप में की। उन्होंने बताया कि मोंटी की गर्दन पर टैटू बना हुआ था। उसके हाथ पर माता-पिता का नाम लिखा था। शायद इस वजह से ही हत्यारों ने उसकी गर्दन और हाथ काटकर शव फेंका ताकि उसकी पहचान न हो। इसी संदेह के आधार पर परिजनों ने मोंटी के शव की पहचान की और युवती के परिजनों पर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया और शव सौंपने की मांग की। शव की शिनाख्त होने के बाद दौराला पुलिस ने शव मंसूरपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मंसूरपुर पुलिस शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए मेरठ जनपद के सूरजकुंड श्मशान घाट ले आई। इस पर मोंटी के परिजनों ने विरोध कर दिया। कई घंटे तक हंगामा हुआ। परिजनों ने कहा कि वे अंतिम संस्कार गांव में ही कराएंगे। हंगामे के बाद परिजन शव लेकर मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए और देर शाम शव को गांव नोना में लाया गया। यहां पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया था। रात्रि में गांव से भारी संख्या में लोग मोंटी के घर जमा हो गये थे।

इसी बीच रात करीब 12.30 बजे के बाद सिर कटी लाश के इस प्रकरण में अचानक एक नाटकीय मोड़ आ गया। मेरठ से लेकर मुजफ्फरनगर तक चले हंगामे के बीच जिस सिर कटी लाख को दिनभर मोंटी का शव बताया जाता रहा, उसी मोंटी को मंसूरपुर पुलिस के एक दल ने चंडीगढ़ से देर रात प्रेमिका के साथ बरामद कर लिया। मंसूरपुर पुलिस ने बताया कि मोंटी को युवती के साथ बरामद किया गया है। इसकी जानकारी रात्रि में ही उसके भाई और अन्य परिजनों को दी तो वहीं मेरठ पुलिस को भी सूचना भेज दी गयी। सीओ खतौली डा. रवि शंकर ने बताया कि सिर कटी लाश के रूप में मोंटी का बताया जाने वाला शव देर रात में ही दौराला पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया। गांव से पुलिस टीम शव को लेकर वापस मेरठ लौट गयी। सीओ ने बताया कि मोंटी के खिलाफ गांव के ही एक परिवार ने बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शव मिलने के बाद मोंटी के परिजनों ने गांव की ही युवती के परिजनों पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस को दी गई जानकारी में उन्होंने बताया कि मोंटी का युवती से प्रेम-प्रसंग था। वह उससे मिलने के लिए 28 अगस्त की रात घर गया था। परिजनों ने उसे पकड़कर मार दिया। हो सकता है कि युवती की भी हत्या कर दी गई हो। इसी संदेह में पुलिस ने युवती के कुछ परिजनों को भी रात्रि में ही हिरासत में ले लिया था। अब मोंटी के चंडीगढ़ से बरामद होने पर पुलिस ने उनको छोड़ दिया है। सीओ ने बताया कि मोंटी और उसकी प्रेमिका को हिरासत में रखा गया है। पूछताछ की जा रही है। मांेटी पर दर्ज मुकदमे में कार्यवाही करने की तैयारी है। यह मामला गांव में पूरे दिन चर्चा का विषय बना रहा।

चंडीगढ़ में दिन में सैलून की दुकान पर काम करता था मोंटी

गांव नोना निवासी युवक मोंटी चंडीगढ़ में दिन में सैलून की दुकान पर काम करता था। रात को गार्ड की नौकरी करता था। पुलिस को उसके भाइयों ने बताया कि रक्षा बंधन पर मोंटी 22 अगस्त को गांव आया था। 28 अगस्त की रात वह घर से अचानक ही गायब हो गया। 29 अगस्त की सुबह पांच बजे गांव की युवती के परिजनों ने बताया कि मोंटी उनकी बेटी को बाइक पर अगवा करके ले गया है। इसके बाद से परिजन उसकी तलाश कर रहे थे, लेकिन उसके बारे में कहीं पता नहीं चला। उसका मोबाइल तब से ही बंद आ रहा था। युवती के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मोंटी के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया था। 7 सितंबर को मोंटी के पिता सुरेश ने आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप लगाया था कि मोंटी को युवती के परिजनों ने गायब कर दिया। मामले की जांच थाना मंसूरपुर के सब इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह ने गांव नौना में पहुंचकर की थी। जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में यह कहते हुए रिपोर्ट लगा दी थी कि मोंटी के खिलाफ दर्ज मुकदमे को लेकर ही यह शिकायत की गई है। बुधवार देर रात मंसूरपुर पुकिलस ने मोंटी को युवती के साथ चंडीगढ़ से बरामद कर लिया गया। मोंटी के बरामद होने के बाद नौ सितंबर को दौराला में मिले शव की कहानी फिर उलझ गई कि सिर और हाथ कटा शव आखिर किसका है। इस बात के सिर्फ कयास ही लगाए जाते रहे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Next Story