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खतौली के भूजी हत्याकांड में लाइव एविडेंस लेकर आये पारस जैन

पूर्व चेयरमैन ने किया दावा-इस मुकदमे में महत्वपूर्ण साक्ष्य की वीडियो रिकार्डिंग उनके पास, कोर्ट में सुनवाई के दौरान साक्ष्य के रूप में वीडियो उपलब्ध कराने की तैयारी।

खतौली के भूजी हत्याकांड में लाइव एविडेंस लेकर आये पारस जैन
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मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् खतौली के पूर्व चेयरमैन और भाजपा नेता पारस जैन ने कस्बे में सनसनीखेज अमीर आलम उर्फ भूजी हत्याकांड में लाइव एविडेंस होने का दावा करते हुए ठण्डे बस्ते में नजर आ रहे इस मुकदमे को नई गरमाहट प्रदान करने का काम किया है। उन्होंने इस एविडेंस को कानूनी प्रक्रिया के तहत खुद कोर्ट में पेश होकर उपलब्ध कराने की बात कही है, ताकि इस मुकदमे की सुनवाई के दौरान इस एविडेंस को एक महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में प्रयोग करते हुए आरोपियों को सजा दिलाने का काम किया जा सके। उन्होंने इस हत्याकांड में पुलिस और अन्य लोगों की मिलीभगत का भी दावा करते हुए कई सवाल भी उठाये हैं।

बता दें कि 22 अक्टूबर 2015 की देर रात को सपा नेता सुधीर गोयल के बुढ़ाना तिराहा खतौली स्थित आवास में बनाये गये आफिस में गोली चलने से प्रापर्टी डीलर अमीर आलम उर्फ भूजी की मौत हो गई थी। इसके बाद मृतक के भाई अमीर आजम ने खतौली कोतवाली पर तहरीर देते हुए सपा नेता सुधीर गोयल, उसके पुत्र अमित गोयल और भतीजे विक्की व एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने सपा नेता व उसके पुत्र को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया था। इस मामले में पुलिस और कोर्ट की कार्यवाही लगातार जारी है। मामले की सुनवाई हो रही है और वहीं चुनावी दौर भी आने वाला है। इसी बीच खतौली के पूर्व चेयरमैन और भाजपा नेता पारस जैन ने भूजी हत्याकांड में लाइव एविडेंस होने का दावा करते हुए सनसनी मचा दी है।

शुक्रवार को शहर के मेरठ रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि सपा नेता के आॅफिस में तीन लोगों की मौजूदगी के दौरान एक व्यक्ति को दो गोली लगती हैं और अस्पताल में उसकी मौत हो जाती है। इसमें पुलिस की कहानी में कई सवाल हैं। पुलिस ने कोर्ट में मजबूत साक्ष्य पेश नहीं किये हैं। उन्होंने कहा कि जिस समय भूजी को सपा नेता के आॅफिस से उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया तो वह जीवित था, उसका प्रयास कर बचाया जा सकता था। उसी बीच तत्कालीन खतौली सीओ डीके सिंह के द्वारा उसके बयान दर्ज किये गये थे। जब भूजी पुलिस को बयान दर्ज करा रहा था तो उन्होंने अपने मोबाइल फोन से उसकी वीडियो रिकार्डिंग भी की थी, जो उनके पास भूजी हत्याकांड में महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में मौजूद हैं। उनका कहना है कि अमीर आलम उर्फ भूजी मर्डर केस में बड़ा महत्वपूर्ण साक्ष्य आखिरी बयान है। उन्होने कहा कि यह बयान वह सीआरपीसी की धारा 311 के तहत कोर्ट में उपस्थित होकर देने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि ये बयान इस मुकदमे के लिए तैयारी की गई डाक्यूमेंट्री फाइल में पुलिस की ओर से भी होना चाहिए। इस बयान के सहारे आरोपियों को जल्द सजा मिल सकेगी। उन्होंने इस हत्याकांड में इतने साल के बाद लाइव एविडेंस के साथ सामने आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब यह मुकदमा इस मोड पर है कि कोर्ट में उनका यह साक्ष्य अहम भूमिका निभायेगा। राजा वाल्मीकि हत्याकांड को लेकर उन्होंने सवालों का गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि यह केस अभी कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए मैं इसको लेकर कुछ नहीं कह सकता। 2023 में निकाय चुनाव लड़ने के सवाल पर उनका कहना है कि जनता ने हर बार उनको बहुत ज्यादा प्यार दिया। पहला चुनाव उनको 10 हजार वोटों के अंतर से जिताया और दूसरा चुनाव उनको 20 वोटों के अंतर से जिताने का काम किया, लेकिन साजिश के तहत वो हार गये। वो पूरी तरह से जनता के हितों को लेकर समर्पित रहे और खतौली का विकास किया है। उनके खिलाफ जितने भी आरोप लगाये गये, अदालत में वो साक्ष्यों के आधार पर टिक नहीं पाये। चाहे दो पासपोर्ट वाला मामला हो या अन्य कोई भी प्रकरण, लोअर कोर्ट ने उकनो बाइज्जत सभी आरोपों से बरी किया है। पिछले दस साल में लगतार मेरे खिलाफ आरोप इसलिए ही लगे हैं, क्येांकि मैंने जनता के लिए काम किया है। अपने खतौली शहर के विकास के लिए सर्मित रहा हूं।

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