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सोता रहा प्रदूषण विभाग एसडीएम ने सील कर दी दो फैक्ट्री

मुजफ्फरनगर में देर रात एसडीएम सदर ने की पेपर मिलों पर छापामार कार्यवाही, दो मिलों में नहीं मिला फायर सेफ्टी का प्रबंध। प्रदूषण विभाग के निरीक्षण में सभी कुछ मिलता है ठीकठाक, प्रशासन की कार्यवाही में खुल रही पोल। जिलाधिकारी के निर्देश पर गठित कमेटी की कार्यवाही से फैक्ट्री मालिकों में मचा हुआ है हड़कम्प

सोता रहा प्रदूषण विभाग एसडीएम ने सील कर दी दो फैक्ट्री
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मुजफ्फरनगर। जनपद में प्रदूषण और अन्य अनियमितता को लेकर फैक्ट्री पर कई सवाल उठते रहे हैं, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण विभाग अपनी गहरी नींद ही सोता दिखाई देता है। हालांकि प्रदूषण विभाग के द्वारा पिछले दिनों कुछ फैक्ट्रियों का निरीक्षण करते हुए वहां पर खामी मिलने पर उनको सील करने के साथ ही जुर्माना भी लगाया गया, लेकिन इसके बाद भी विभागीय कार्यप्रणाली हमेशा ही कठघरे में रहती है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग की नाक के नीचे ही कई औद्योगिक इकाईयों में नियमों की धज्जियां किस प्रकार उड़ रही है, अब प्रशासनिक स्तर पर गठित टीम की जांच पड़ताल में सामने आ रहा है। पहले एडीएम प्रशासन की ताबड़तोड़ छापेमारी में अवैध निर्माण से लेकर अन्य खामियां सामने आये तो देर रात एसडीएम सदर द्वारा की गयी छापामार कार्यवाही में दो फैक्ट्रियां बिना मानक के ही चलती मिली। दोनों फैक्ट्रियों को एसडीएम सदर ने तत्काल सील करते हुए इस सम्बंध में जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट भेज दी है।

बता दें कि जनपद में कई औद्योगिक इकाईयां में मानक पूरे नहीं होने के कारण कर्मचारियों को जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है। कई हादसों के बाद विभाग जागता है। ऐसे में मानकों की अनदेखी करते हुए मानव जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण के लिए भी कुछ औद्योगिक इकाईयों में मानक के अनुसार व्यवस्था नहीं होने की शिकायत कई बार सामने आई हैं, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण विभाग कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूरी करने में जुटा रहता है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब सहारनपुर पहुंचकर समीक्षा की तो उन्होंने नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए औद्योगिक इकाईयों का निरीक्षण करने के निर्देश दिये थे। इसी कड़ी में डीएम चंद्रभूषण सिंह ने एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर के नेतृत्व में टीम का गठन किया। पिछले दिनों एडीएम प्रशासन ने ताबड़तोड़ छापामार कार्यवाही की।


अब देर रात एसडीएम सदर परमानंद झा ने भी फैक्ट्रियों का औचक निरीक्षण किया। एसडीएम सदर ने इस कार्यवाही के दौरान मानक के विपरीत चल रही दो पेपर मिल को सील किया। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह के निर्देशानुसार गत रात्रि जौली रोड पर स्थित एसके पेपर प्राइवेट लिमिटेड और गैलेक्सी पेपर प्राइवेट लिमिटेड औद्योगिक इकाईयों का औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को इन फैक्ट्रियों को लेकर कुछ शिकायत मिल रही थी। इन दोनो पेपर मिल में टीम ने बारीकी से जांच पड़ताल की, यहां पर फायर सेफ्टी विभाग की एनओसी के बिना ही इन फैक्ट्रियों को चलाया जा रहा था। जो गंभीर अनियमितता है और इसकी जानकारी जिलाधिकारी को दी गयी तथा मौके पर ही इन दोनों फैक्ट्रियों को सील कर दिया गया। एसडीएम सदर परमानन्द झा ने कहा कि कोई भी मिल यदि बिना प्रशासनिक अनुमति एवं सम्बन्धित विभागों की एनओसी के बिना चलती पायी गयी तो इसी प्रकार प्रशासन त्वरित कार्यवाही करते हुए उनको सील करने का काम करेगा। निरीक्षण के दौरान सम्बन्धित पुलिस एवं सम्बन्धित प्रशासनिक अधिकारी व अन्य विभागों के अफसर तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।

जीडी गोयनका स्कूल की बसों में मिली खामियां

मुज़फ्फरनगर परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा शनिवार को कई स्कूलों में पहुंचकर वहां पर छात्र छात्राओं के ट्रांसपोर्टेशन के लिए चलाये जा रहे वाहनों की चैकिंग की गयी। इस दौरान वाहनों में कई प्रकार की खामियां मिलीं हैं।


परिवहन विभाग के द्वारा आज जीडी गोयनका और एसडी पब्लिक स्कूल में पहुंचकर वहां पर स्कूल की बसों का भौतिक सत्यापन किया गया। विभाग के पीटीओ इरशाद अली द्वारा एसडी पब्लिक स्कूल और आरआई अनुराग वर्मा के द्वारा जीडी गोयनका स्कूल में पहुंचकर वाहनों का सत्यापन किया गया। पीटीओ ने बताया कि दोनों ही स्कूलों की कुछ बसों में कमियां पाई गई। बड़ी कमी नहीइं मिली हैं। जीडी गोयनका स्कूल की बसों में रेडियम तथा फायर सिलेंडर ना होना, पोलूशन एक्सपाइडर आदि की कमी पाई गयी। स्कूल के ट्रांसपोर्ट इंचार्ज नदीम जैदी को कमियां दूर कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

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